अंबिकापुर, 28 दिसम्बर 2022 (घटती-घटना)। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का स्थापना दिवस है। देश की सबसे पुरानी पार्टी आज 138 वां स्थापना दिवस मना रही है। इस मौके पर कांग्रेस के राजीव भवन में कैबिनेट मंत्री दर्जा प्राप्त पादप औषधि बोर्ड के अध्यक्ष बालकृष्ण पाठक,राज्य बीस सूत्रीय कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति के उपाध्यक्ष अजय अग्रवाल,प्रदेश उपाध्यक्ष जे पी श्रीवास्तव,प्रदेश महासचिव द्वितेंद्र मिश्र,कांग्रेस के जिला अध्यक्ष राकेश गुप्ता ने कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन में ध्वजारोहण कर राष्ट्रगान गाया।इसके पश्चात्य कांग्रेस पदाधिकारियों द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं राजीव गांधी की फोटो पर माल्यार्पण, पुष्पांजलि कर शहीद कांग्रेस नेताओं को याद किया इस दौरान कांग्रेस के सभी सम्मानीय वरिष्ठजन,समस्त ज़ोन प्रभारी , सम्मानित पदाधिकारीगण, जिला कांग्रेस कमेटी पदाधिकारीगण लाक कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारीगण,कामगार कांग्रेस के पदाधिकारी, सम्मानीय सदस्य , पार्षद, एल्डरमैन, पुर्व पार्षद ,पार्षद प्रत्याशी, महिला कांग्रेस, युवा कांग्रेस ,एनएसयूआई, सेवादल,किसान कांग्रेस,अल्पसंख्यक विभाग, पिछड़ा प्रकोष्ठ, अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ अनुसुचित जनजाति प्रकोष्ठ, व्यापार प्रकोष्ठ, मीडिया विभाग, इंटक एवं सभी प्रकोष्ठ सहित पदाधिकारी मौजूद थे।
इस अवसर पर राकेश गुप्ता ने कहा कि कांग्रेस के सबको साथ लेकर चलने के समावेशी रुख के चलते भारत आगे बढ़ा। उन्होने कहा कि पार्टी ने हमेशा भारत की जनता के विकास और हित के लिए कार्य किया है।
जेपी श्रीवास्तव ने कहा हैं कि मुझे गर्व है कि मैं ऐसे संगठन का हिस्सा हूं जिसने हर परिस्थिति में सत्य, अहिंसा और संघर्ष का रास्ता चुना और हर कदम हमेशा जनहित में उठाया। हम सभी कांग्रेस जनों को कांग्रेस की विचारधारा को आगे बढ़ाना चाहिए। कांग्रेस के कई नेताओं ने भारत की स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया है और कांग्रेस पार्टी एक प्रगतिशील विचारधारा का नाम है जिसने आजादी के बाद देश को उन्नति के शीर्ष पर पहुंचाया है इसमें त्याग बलिदान और देश प्रेम की भावना भरी हुई है। प्रदेश महासचिव द्वितेंद्र मिश्रा एवं कैबिनेट मंत्री दर्जा प्राप्त पादप औषधि बोर्ड अध्यक्ष बालकृष्ण पाठक ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस स्थापना दिवस पर प्रकाश डालते हुए बताया कि भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस की स्थापना 72 प्रतिनिधियों की उपस्थिति के साथ 28 दिसम्बर 1885 को बंबई के गोकुल दास तेजपाल संस्कृत महाविद्यालय में हुई थी। इसके संस्थापक महासचिव ए ओ ह्यूम थे जिन्होंने कलको के व्योमेश चन्द्र बनर्जी को अध्यक्ष नियुक्त किया था। प्रारम्भिक वर्ष 1907 में काँग्रेस में दो दल बन चुके थे – गरम दल एवं नरम दल। गरम दल का नेतृत्व बाल गंगाधर तिलक, लाला लाजपत राय एवं बिपिन चंद्र पाल कर रहे थे। नरम दल का नेतृत्व गोपाल कृष्ण गोखले, फिरोजशाह मेहता एवं दादा भाई नौरोजी कर रहे थे। प्रथम विश्व युद्ध के छिड़ने के बाद सन् 1916 की लखनऊ बैठक में दोनों दल फिर एक हो गये और होम रूल आंदोलन की शुरुआत हुई। और महात्मा गांधी के मार्गदर्शन काँग्रेस एक जन आंदोलन,जन समुदाय संस्था बन गई तत्पश्चात् राष्ट्रीय नेताओं की एक नयी पीढ़ी आयी जिसमें सरदार वल्लभभाई पटेल, जवाहरलाल नेहरू, डॉक्टर राजेन्द्र प्रसाद, महादेव देसाई एवं सुभाष चंद्र बोस आदि शामिल थे। महात्मा गाँधी के नेतृत्व में प्रदेश काँग्रेस कमेटियों का निर्माण हुआ, काँग्रेस में सभी पदों के लिये चुनाव की शुरुआत हुई एवं कार्यवाहियों के लिये भारतीय भाषाओं का प्रयोग शुरू हुआ। काँग्रेस ने कई प्रान्तों में सामाजिक समस्याओं को हटाने के प्रयत्न किये जिनमें छुआछूत, पर्दाप्रथा एवं मद्यपान आदि शामिल थे।
1947 में भारत की स्वतन्त्रता के बाद से भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस भारत के मुख्य राजनैतिक दलों में से एक रही है। इस दल के कई प्रमुख नेता भारत के प्रधानमन्त्री रह चुके हैं। पंडित जवाहरलाल नेहरू, लाल बहादुर शास्त्री,पण्डित नेहरू की पुत्री इन्दिरा गाँधी एवं उनके नाती राजीव गाँधी इसी दल से थे। राजीव गाँधी के बाद सीताराम केसरी काँग्रेस के अध्यक्ष बने।बाद में सोनिया गाँधी को हाईकमान बनाया गया। राजीव गाँधी की पत्नी सोनिया गाँधी काँग्रेस की अध्यक्ष तथा यूपीए की चेयरपर्सन,नरसिम्हा राव, मनमोहन सिंह जी भी रहे।इस मौके पर बड़ी संख्या में कांग्रेस जन शामिल थे।
Check Also
प्रेमनगर@ग्रामीण ने सचिव पर लगाए शासन की योजनाओं का लाभ नहीं दिलाने का आरोप
Share पंचायत सचिव साधु चरण साहू हो चुके है कार्य में लापरवाही बरतने में निलंबितप्रेमनगर,28 …