अंबिकापुर, 26 दिसम्बर 2022 (घटती-घटना)। इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के युवा आदिवास पत्रकार सुशील बखला के खिलाफ साा पक्ष के दबाव में हुई अंबिकापुर कोतवाली थाना में द्वेषपूर्वक कार्यवाही के विरोध में सरगुजा जिले के पत्रकारों ने मर्चा खोल दिया हैं। सरगुजा पत्रकार संघ सहित समस्त पत्रकार संगठनों ने पत्रकार सुशील बखला के खिलाफ हुई षडयंत्र पूर्वक कार्यवाही के विरोध में अंबिकापुर के हृदय स्थल गाँधी चौक पर मोर्चा खोल दिया हैं। सोमवार से समस्त पत्रकार अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गए हैं।
दरअसल सरगुजा में विगत दिनों इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकार सुशील कुमार बखला को तथाकथित कांग्रेसी नेता इरफ़ान सिद्धकी ने जातिसूचक और भद्दी-भद्दी गाली देकर जान से मारे की धमकी बस इस बात को लेकर दी थी कि पत्रकार सुशील बखला बतौली के चिरंगा स्थित विवादित माँ कुदरगढ़ी एल्युमिनियम रिफाइनरी फैक्ट्री का खबर बनाने पहुंचे थे। इधर पीडि़त पत्रकार सुशील बखला की शिकायत पर अंबिकापुर अजाक पुलिस ने आरोपी इरफान सिद्धकी के खिलाफ एट्रोसिटी एक्ट सहित विभिन्न धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज किया है। लेकिन इस मामले में अबतक आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। जबकि कोतवाली पुलिस ने पीडि़त सुशील बखला पर दबाव बनाने की नियत से उलट पत्रकार पर ही आईटी एक्ट के तहत अपराध दर्ज कर लिया है।
पीडि़त पत्रकार के खिलाफ हुई इस कार्यवाही के विरोध में समस्त पत्रकार संगठनों में जबरदस्त आक्रोश है। पत्रकार के हित में पत्रकारों ने निर्णय लिया है कि जब तक पीडि़त पत्रकार सुशील बखला को ससम्मान पूर्वक न्याय नहीं मिलेगा तब तक यह आंदोलन अनवरत जारी रहेगा।
पत्रकारों की मांग हैं कि इस पूरे प्रकरण की न्यायिक जांच कराई जाये साथ ही पत्रकार सुशील बखला के खिलाफ कोतवाली थाना में आईटी एक्ट के तहत हुई द्वेषपूर्वक एफआईआर को वापस लिया जाए, इसके अलावा पत्रकारों की मांग है कि आरोपी इरफान सिद्धकी का मां कुदरगढ़ी एल्युमुनिया फैक्ट्री से क्या संबंध है सरकार इसे भी स्पष्ट करे । जब तक पत्रकारों की इस मांग को पूरा नहीं किया जायेगा तब तक यह धरना अनवरत जारी रहेगा।
Check Also
रायपुर,@साय कैबिनेट में सोनी या चंद्राकर?
Share कांग्रेस नेता का बड़ा बयानरायपुर,25 नवम्बर 2024 (ए)। राजधानी रायपुर की दक्षिण विधानसभा सीट …