चिरमिरी/मनेंद्रगढ़@जिन अवैध कोयला खदानों तक पहुंचे नेता प्रतिपक्ष उन खदानों तक आज तक क्यों नहीं पहुँच सकी स्थानीय पुलिस?-देखे VEDIO

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    • चिरमिरी में संचालित अवैध कोयला खदानों तक पहुँचे नेता प्रतिपक्ष विधानसभा।
    • रायपुर सहित सरगुजा संभाग के भाजपा नेताओं ने नेता प्रतिपक्ष के साथ अवैध कोयला खदान देखकर कहा निरंकुश है प्रशासन।
    • नेता प्रतिपक्ष के अवैध कोयला खदान पहुंचने पर देखने को मिला अवैध रूप से उत्खनन किया गया कोयला।
    • क्या केवल दिखावे के लिए ही हुई आज तक की कार्यवाही,क्या अब भी जारी है कोयला चोरी?
    • चिरमिरी सहित कोरिया जिले में होता है बड़े स्तर पर कोयला चोरी का काम।
    • अवैध इंटभट्टों को की जाती है कोयला सप्लाई,बड़े स्तर पर अन्य राज्यों को भी भेजा जाता है अवैध कोयला।
    • कोयला चोरी में बड़े बड़े सफेदपोश हैं शामिल,पुलिस की भी है मिलीभगत नेताप्रतिपक्ष के दौरे से साबित हुआ।
    • आखिर चिरमिरी की पुलिस क्यों नहीं कर पाती कोयला चोरों पर कार्यवाही,आखिर किसका है दबाव।

    रवि सिंह –
    चिरमिरी/मनेंद्रगढ़ 24 दिसम्बर 2022 (घटती-घटना)। एमसीबी नवीन जिले के कालरी क्षेत्र में नेता प्रतिपक्ष विधानसभा छत्तीसगढ़ ने पहुंचकर उन क्षेत्रों का दौरा किया जिन क्षेत्रों में अवैध रूप से कोयला उत्खनन किया जा रहा है और उन्हें चोरी कर कोयला चोरों के द्वारा अन्य राज्यों सहित स्थानीय इंटभट्टों को बेचा जा रहा है।
    अवैध कोयला खदान पहुँचे नेता प्रतिपक्ष भी बड़े आश्चर्यचकित हुए जब उन्होंने देखा कि किस तरह खुलेआम कोयला चोरी का काम जारी है और किस तरह कोयला अभी भी निकाला जा रहा है और बोरियों में भरकर रखा जा रहा है जिसे बड़े वाहनों में भरकर अन्य राज्यों सहित स्थानीय इंटभट्टों को बेचा जाएगा। अवैध कोयला खदान पहुँचे नेता प्रतिपक्ष साथ ही राज्य सहित सरगुजा संभाग से उनके साथ रहे भाजपा नेताओं ने कोयला चोरी का पूरा खेल देखकर एक ही बात कही की जिला प्रशासन कितना निरंकुश हो चुका है जो खुलेआम राष्ट्र की संपत्ति लूटी जा रही है और वह मौन है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि शासन प्रशासन बिल्कुल नाकाम हो चुका है और कोयला चोरी का पूरा माजरा देखकर यही कहा जा सकता है कि सबकुक मिलीभगत से हो रहा है और देश की संपत्ति लूटी जा रही है।

    नेता प्रतिपक्ष पहुँचे अवैध कोयला खदान,स्थानीय पुलिस आज तक नहीं पहुँच सकी अवैध कोयला खदान
    राजधानी सहित सरगुजा संभाग से नेता प्रतिपक्ष के साथ आये भाजपा नेता चिरमिरी की अवैध कोयला खदानों तक पहुँच गए और उन्होंने कोयला चोरी का पूरा माजरा अपनी आंखों से देख भी लिया लेकिन आज तक इन जगहों पर जिला प्रशासन सहित पुलिस क्यों नहीं पहुचीं यह एक बड़ा सवाल है। जिस क्षेत्र में देश की संपत्ति लुटी जा रही है उस क्षेत्र की पुलिस मामले से अनजान है यह मानना बिल्कुल गलत होगा । स्थानीय पुलिस सहित जिला प्रशासन क्यों पूरे मामले में मौन है यह एक बड़ा सवाल है जिसे लेकर नेता प्रतिपक्ष ने भी चिंता जताते हुए कहा कि निरंकुश राज है।
    अवैध कोयला खदान देखकर आश्चर्यचकित हुए नेता प्रतिपक्ष एवम भाजपा नेता
    चिरमिरी अवैध कोयला खदान पहुँचे नेता प्रतिपक्ष साथ ही भाजपा नेताओं को आश्चर्यचकित देखा गया जब उन्होंने बड़े स्तर पर खुलेआम जारी अवैध कोयला खदानों को देखा जहां कोयला उत्खनन कर रखा हुआ था जिसे परिवहन कर बड़े वाहनों से अन्य राज्य लेजाकरबेचा जाएगा। सभी भाजपा नेताओं ने इसपर चिंता जाहिर करते हुए इसे शासन प्रशासन की नाकामी बताया।
    कोरिया जिले सहित चिरमिरी क्षेत्र में बड़े स्तर पर कोयला चोरी का होता है काम
    कोरिया जिला साथ ही एमसीबी जिले के चिरमिरी कालरी क्षेत्र में बड़े स्तर पर कोयला चोरी का काम होता है जो सभी जानते हैं। कोयला चोरी में यह दोनों स्थान बेहद प्रसिद्ध हैं और यहां कई गैंग चोरों के इसके लिए बने हुए हैं जो इस चोरी के काम मे लिप्त हैं। अभी हाल में ही कोयला चोरों ने कोरिया जिले के चरचा कालरी क्षेत्र में कालरी कर्मचारियों पर केवल इसलिए जानलेवा हमला कर दिया था क्योंकि कर्मचारियों ने कोयला चोरों को कोयला चोरी करने से रोका था। इन दोनों ही क्षेत्रों में विगत चार वर्षों से कोयला चोरों का मनोबल बहोत ज्यादा बढ़ा है और अब वह शासन प्रशासन को भी चुनौती देने से बाज नहीं आते हैं जो देखा जा रहा है।
    सफेदपोश हैं कोयला चोरी में शामिल चोर
    कोयला चोरों में अधिकांश सफेदपोश हैं और उन्हें राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है यह लागातर देखने को मिला है और इसीलिए शासन प्रशासन मजबूर हैं इन पर कार्यवाही कर पाने में। शासन प्रशासन कार्यवाही की जगह इनके साथ मिलीभगत कर कोयला चोरी का कारोबार जारी रहने देने में भी अपनी भलाई समझता है क्योंकि स्थानीय रूप से राजनीतिक संरक्षण कोयला चोरों को प्राप्त है।
    पुलिस की मिलीभगत बिना नहीं हो सकता कोयला चोरी का कारोबार
    कोयला चोरी के पूरे कारोबार को यदि समझा जाये तो यह बिना पुलिस की मिलीभगत संभव नहीं है। कोयला उत्खनन क्षेत्र में पुलिस नहीं पहुंच पा रही है पुलिस कितना भी इस तरह का बहाना बना ले लेकिन कोयला उत्खनन कर उसे बड़े वाहनों से जब मुख्य मार्ग से जिले से बाहर फिर प्रदेश से बाहर भेजा जाता है तब पुलिस क्यों कार्यवाही नहीं करती यह बड़ा सवाल है। कुल मिलाकर पुलिस बहाने बनाकर किसी तरह अपने आपको पाक साफ बताने में जरूर जुटी हुई है लेकिन उसकी मिलीभगत से इनकार नहीं किया जा सकता।
    दुर्घटना की भी बनी रहती है आशंका,घट चुकी हैं बड़ी दुर्घटना
    अवैध कोयला खदानों में हमेशा बड़ी दुर्घटना की आशंका बनी रहती है वहीं कई बार दुर्घटना घट भी चुकी है फिर भी प्रशासन मौन है क्यों कि पूरा मामला अतिरिक्त आय से जुड़ा हुआ है। चिरमिरी सहित चरचा व पटना थाना जाने पुलिसकर्मियों को आतुर देखा जाता है जिसकी वजह भी कोयला ही बताई जाती है।


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