- मामला उस वाहन से जुड़ा हुआ जिससे मनेंद्रगढ़ पुलिस थाने की टीम गई थी मध्यप्रदेश आरोपी पकड़ने
- आरोपी पकड़कर वापस लौटते समय वाहन हो गई थी दुर्घटनाग्रस्त, ड्राइवर की हो गई थी मौत
- वाहन फिटनेस अपटेड मामले में क्या परिवहन विभाग की है मिलीभगत,जो फेल दिख रहा फिटनेश हो गया अपडेट
- एम परिवहन वेबसाइट पर दुर्घटनाग्रस्त वाहन का फिटनेश 6 दिसम्बर तक दिख रहा था फेल
- 7 दिसम्बर को फेल फिटनेश हो गया अपडेट,अब उठ रहा सवाल क्या मामला पुलिस विभाग से जुड़ा हुआ इसलिए परिवहन विभाग ने किया सहयोग
- फिटनेश को लेकर दस्तावेज खंगालने की जरूरत,परिवहन विभाग फिटनेश के दस्तावेज की करे जांच
–रवि सिंह –
मनेंद्रगढ़ 07 दिसम्बर 2022 (घटती-घटना)। इस समय एमसीबी जिले में कोई मामला सुर्खियों में है तो वह है पुलिस द्वारा मध्यप्रदेश आरोपी को पकड़ने जाने मामले में वाहन का दुर्घटनाग्रस्त होना और मौके पर चालक की मौत वही पुलिसकर्मियों का घायल होना हर दिन इसमें अलग-अलग बातें सामने आती जा रही हैं विगत दिनों दुर्घटनाग्रस्त वाहन के फिटनेस समाप्त होने को लेकर गवर्नमेंट के वेबसाइट एम परिवहन में फिटनेस फेल दिख रहा था, यह फिटनेस 6 दिसंबर तक फेल दिख रहा था जैसे ही सोशल मीडिया व अखबारों में यह खबर बनी 7 दिसंबर से फिटनेस ऑनलाइन अपडेट हो गया, जिसे लेकर तरह-तरह के सवाल अब उठ खड़े हो गए हैं कि आखिर यह फिटनेस ऑनलाइन क्यों अपडेट नहीं दिख रहा था और मामला मीडिया व सुर्खियों में आने के बाद ही अपडेट क्यों हुआ? क्या फिटनेस को बैक डेट से बनाया गया? ताकि पुलिस की फजीहत कम हो सके ऐसे तमाम तरह के सवाल इस समय लोगों के जहन में घूम रहे हैं। अब इस वाहन की फिटनेस के ऑनलाइन होने के बाद इस वाहन की फिटनेस की जांच को लेकर अब सवाल उठने लगे हैं और यह कहा जा रहा है कि इस फिटनेस को लेकर कहीं ना कहीं संदेह व्याप्त है जिसे लेकर जांच की मांग भी होने लगी है।
मामले में सबसे अहम जो विषय है वह है कि एम परिहवन ऐप में 6 दिसम्बर तक दुर्घटनाग्रस्त वाहन का फिटनेस फेल दिख रहा था और वही फिटनेश 7 दिसम्बर को पुनः अपडेट दिखने लगा और वाहन फिटनेश अपडेट हो गया। पूरे मामले में यह बात ध्यान देने वाली है कि मामला चूंकि पुलिस विभाग से जुड़ा हुआ था और पुलिस ने ही वाहन को अधिग्रहित किया था अन्य राज्य आरोपी पकड़ने के लिए और वही वाहन आरोपी पकड़कर वापस आते समय दुर्घटनाग्रस्त हो गई और जिसमें वाहन चालक की मौत हो गई। मामले में वाहन चालक की मौत जो पुलिसकर्मी नहीं था और निजी वाहन का निजी चालक था जब यह बात तूल पकड़ने लगी और वाहन चालक के परिजनों को क्षतिपूर्ति देने की बात उठने लगी तब वाहन जो दुर्घटनाग्रस्त हुई उसका फिटनेश फेल है यह भी बात सामने आई और जब फिटनेश फेल है यह बात सार्वजनिक हुई तभी दुसरे ही दिन फिटनेश अपडेट हो गया और वाहन का फिटनेश पूर्ण नजर आया दस्तावेजों में। चूंकि मामला पुलिस विभाग से जुड़ा हुआ था और मौत वाहन चालक की निजी वाहन जो पुलिस के द्वारा अधिग्रहित की हुई थी में दुर्घटना की वजह से हुई ड्राइवर भी चूंकि विभागीय नहीं था इसलिए परिवहन विभाग ने शायद मामले में पुलिस विभाग की साख बचाने मदद की और फिटनेश को बैक डेट से अपडेट कर दिया।
वाहन फिटनेश मामले में उठ रहे कई सवाल?
वाहन फिटनेश मामले में परिवहन विभाग पर कई सवाल उठ रहे हैं जिस वाहन का फिटनेश फेल हो चुका था उसका फिटनेश बिना वाहन की फोटो लिए और बिना वाहन की जांच किये ही जारी कर दिया गया क्या क्योंकि 6 दिसम्बर तक ऑनलाइन फिटनेश फेल दिखा रहा था और 7 दिसम्बर को फिटनेश अपडेट हो गया, अब सवाल परिवहन विभाग पर जरूर खड़ा होता है कि ऐसा कैसे संभव हुआ और क्या ऐसा पुलिस विभाग से जुड़ा हुआ मामला होने की वजह से किया गया,अब पूरी सच्चाई जांच के बाद ही सामने आएगी और तभी पता चल सकेगा कि कैसे फिटनेश अपडेट हुआ।