- मनेंद्रगढ़ थाना प्रभारी की शहर में विशेष चर्चा,अवैध कारोबार को संरक्षण देने का लगता रहता है आरोप
- मनेंद्रगढ़ थाना प्रभारी के 30 महीने पुरे, 31 वां रनिंग, क्या 36 पूरा होने का इंतजार?
- प्रदेश के मुखिया पुत्र और मनेंद्रगढ़ पुलिस थाना प्रभारी की दोस्ती की खबर है कितनी सही जानना चाहते हैं लोग
- अवैध कारोबारी भी थाना प्रभारी से इतने हैं निकट की खबर प्रकाशन पर धमकी भेजने से भी नहीं डरते
–रवि सिंह-
मनेंद्रगढ़ 1 दिसम्बर 2022 (घटती-घटना)। एमसीबी जिले का मनेंद्रगढ़ पुलिस थाना आजकल काफी सुर्खियां बटोर रहा है, सुर्खियों में रहने की वजह है यहां पदस्थ थाना प्रभारी की कार्यप्रणाली, थाना प्रभारी का मनेंद्रगढ़ पुलिस थाने में कार्यकाल तीन वर्ष होने जा रहा है और इन तीन वर्षों में थाना प्रभारी ने खूब ख्याति बटोरी है और इनका कार्यकाल बीते तीन वर्षों में ऐसा रहा है कि यह लगातार समाचारों की सुर्खियां बनते चले आ रहें हैं और ख्याति बटोरते आ रहे हैं। ख्याति भी ऐसी वैसी नहीं अवैध कारोबार मामले में कार्यवाही नहीं करने को लेकर इनकी ख्याति है और इनके रहते मनेंद्रगढ़ थाना क्षेत्र में अवैध कारोबार जमकर फलाफूला और लगातार फलफूल भी रहा है, जिसकी जहां समाचार पत्रों में चर्चा है वहीं इसकी चर्चा शहर में भी है और कुछ इनके शुभचिंतक हैं जिन्हें छोड़कर सभी इनकी कार्यप्रणाली से अवगत हैं और इसको लेकर बात भी करते हैं।
आजकल मनेंद्रगढ़ थाना प्रभारी एक मामले को लेकर कुछ ज्यादा ही प्रसिद्ध हो रहें हैं और वह है प्रदेश के मुखिया पुत्र से इनकी दोस्ती की खबर, बताया जा है कि शहर में चर्चा है कि प्रदेश के मुखिया पुत्र इनके खास मित्र हैं और उन्हीं के भरोसे इनकी कुर्सी टिकी हुई है वरना इनका कार्यकाल और इनकी कार्यप्रणाली ऐसी नहीं थी कि इन्हें इतने बड़े शहर की जिम्मेदारी लगातार तीन वर्षों तक कानून व्यवस्था के नाम पर मिल सके। वैसे मुखिया पुत्र और मनेंद्रगढ़ थाना प्रभारी की दोस्ती की खबर जो फैली हुई है उसकी पुष्टि घटती घटना तो नहीं करता है पर यह बात क्यों फैली है और किसने किस लिए फैलाई है यह वही बता सकता है जिसने फैलाई है। वैसे प्रदेश के मुखिया पुत्र का नाम एक थाना प्रभारी से जुड़ना और वह भी ऐसे थाना प्रभारी से जिसकी कार्यप्रणाली और कानून व्यवस्था को लेकर जिसकी आज तक कि कार्यवाहियां बिल्कुल सही नहीं रहीं हैं, कदापि सही नहीं है और यह कहीं न कहीं मुखिया सहित उनके पुत्र की छवि धूमिल करने जैसा कोई अफवाह मात्र है ऐसा कहा जा सकता है।
मुखिया की छवि धूमिल हो रही है जो सही नहीं
बताते हैं कि अफवाह यह भी है कि मुखिया पुत्र से दोस्ती ही वजह है कि इनकी लगातार शिकायतों के बावजूद इनपर कार्यवाही नहीं हुई और यह एक ही पुलिस थाने में डटे हुए हैं। वैसे मुखिया पुत्र सहित मुखिया का नाम पूरे मामले में कहीं न कहीं डालकर सबको भ्रमित करने का प्रयास है और इससे कहीं न कहीं मुखिया की छवि धूमिल हो रही है जो सही नहीं है। वैसे मुखिया पुत्र से इनकी दोस्ती की खबर पहले भी प्रकाशित हुई है और घटती-घटना पहला कोई समाचार ऐसा प्रकाशित नहीं कर रहा है और इससे लगता है कि कुछ तो सच्चाई जरूर है जो बातें उठ रहीं हैं।
क्या मनेंद्रगढ़ थाना प्रभारी मुखिया पुत्र से दोस्ती के सहारे अधिकारियों पर दबाव तो बनाने नहीं चाह रहे
वहीं अब यह सवाल भी उठता है कि क्या मनेंद्रगढ़ थाना प्रभारी इसी बात के सहारे अधिकारियों पर दबाव बना पा रहें हैं कि उनकी मुखिया पुत्र से दोस्ती है और इसलिए ही उन्हें आजतक तीन वर्ष होने को आये अन्यत्र कहीं भेजने की विभाग के अधिकारियों की हिम्मत नहीं हुई, अब सच्चाई जो भी हो लेकिन मनेंद्रगढ़ थाना प्रभारी के लंबे कार्यकाल को देखते हुए इनके पीछे किसी बड़े व्यक्ति के हांथ होने से नकारा नहीं जा सकता और यह संभव दिखता है कि कोई न कोई इनके पीछे जरूर है जो इनकी गलतियों पर पर्दा डाल रहा है और इन्हें बचा रहा है।
नए पुलिस महानिरीक्षकके पदभार ग्रहण करते ही संभाग अंतर्गत सभी पुलिस थाने अलर्ट पर हैं
हाल ही में सरगुजा संभाग के पुलिस महानिरीक्षक का तबादला हुआ है और नए पुलिस महानिरीक्षक ने पदभार ग्रहण किया है नए पुलिस महानिरीक्षक के पदभार ग्रहण करते ही जहां संभाग अंतर्गत सभी पुलिस थाने अलर्ट पर हैं और अवैध कारोबारियों पर ताबड़तोड़ कार्यवाहियां कर रहें हैं वहीं मनेंद्रगढ़ थाना क्षेत्र में अभी भी पुराने ढर्रे पर ही अवैध कारोबार जारी है जिसमें जुआ सहित शराब का अवैध करोबार शामिल है। शहर में जुआ का अंतरराज्यीय फड़ जहां संचालित हो रहा है वहीं शराब भी मध्यप्रदेश की शहर में खप रही है और कोई कार्यवाही पुलिस नहीं कर रही है,कुलमिलाकर शहर में जैसी स्थिति कानून व्यवस्था को लेकर बनी हुई थी वैसी ही बनी हुई है और सब कुछ पूर्व की ही तरह जारी है।
क्या कबाड़ चोरी करने वाले भी मान हानि का दावा करेगे
मनेंद्रगढ़ थाना प्रभारी द्वारा एक कबाड़ी को भी संरक्षण देकर कबाड़ का अवैध कारोबार संचालित करने के संबंध में पूर्व में खबर सामने आई थी और जिसपर यह बात भी कबाड़ी की तरफ से कहते लोगों ने सुना कि खबर प्रकाशित करने वाले पत्रकारों पर वह मानहानि का दावा करेगा और उन्हें परेशान करेगा। किस तरह अवैध कारोबारियों का मनोबल बढ़ा कर मनेंद्रगढ़ में रखा गया है यह इसी से साबित होता है कि कबाड़ चोरी करने वाले भी मान हानि का दावा कर रहें हैं और इसके लिए कानून का सहारा लेने की बात कह रहें हैं जबकि वह किस तरह गलत कार्यों में लिप्त हैं किस तरह वह दो नम्बर की काली कमाई कर रहें हैं सभी जान रहें हैं।