- क्या चुनमुन अवैध कारोबार जगत का बादशाह बनने की जुगत में?
- क्या सेटिंग नही होने पर पुराने छोटे बड़े कबाड़ी हुए जमी दोज?
- नए नवेले तेजतर्रार जिला बदर की कार्यवाही झेल चुके कथित अपराधी को बनाया कबाडि़यों का सरगना
- एक सिपाही की भी कबाडि़यों से पार्टनरशिप की खबर
- रक्षक ही भक्षक बन बैठे तो शहर के नागरिकों को सताने लगी अपनी सुरक्षा की चिंता
–रवि सिंह –
मनेन्द्रगढ़/एमसीबी 27 नवम्बर 2022 (घटती-घटना)। अंगद की तरह पैर जमा कर बैठे हैं सेटिंग सिंह, कई पुलिस अधीक्षक खुद हुए स्थानांतरित,लेकिन वे एक ही स्थान पर जमे हुए हैं। चिरिमिरी, मनेंद्रगढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत इन दिनो कबाड़ीओं का आतंक सर चढ़कर के बोल रहा है संगीन अपराधों में संलिप्त जिला बदर की कार्यवाही वाला अपराधी इन दिनों मनेंद्रगढ़ क्षेत्र के कबाडि़यों का सरगना बना हुआ है जिसको लेकर आए दिन शहर में लगातार घटनाएं घट रही हैं कबाड़ी और उसका परिवार दिन रात सड़क में दहशत फैला रहे हैं जिसको लेकर शहर में दहशत का वातावरण व्याप्त है, कोयलांचल क्षेत्र के राजनगर रामनगर आमाडांड, बिजुरी, कपिलधारा हल्दीबाड़ी, चिरमिरी सहित आसपास की दर्जनों खदानों से लोहा चोरी करके नेशनल हाईवे 78 पर वन विभाग के रेंज ऑफिस के पास बड़ा गोदाम बनाकर प्रतिदिन दो तीन ट्रक लोहा रायपुर की तरफ भेजा जा रहा है चुकी कबाड़ी लाखों रुपए महीना शहर में शांति व्यवस्था कायम करने की जिम्मेदारी लिए हुए अधिकारियों को देता है इसलिए वह धड़ल्ले से अपने संगीन कार्यों को अंजाम दे रहा है और आम नागरिकों को दबाने का प्रयास कर रहा है मनेंद्रगढ़ थाने में पदस्थ एक सिपाही की भूमिका काफी संदिग्ध बताई जाती है वह दिन रात सिर्फ अवैध कार्यों को अंजाम देने वाले कारोबारियों के संपर्क में रहता है और लेनदेन सहित लगभग सभी कार्य उसी के निर्देशन पर किए जाते हैं वहीं वह सेटिंग सिंह का काफी करीबी बताया जाता है और उनके काले धन को लाने ले जाने पहुंचाने आदि का कार्य उसी सिपाही के जिम्मे होता है।
क्या चुनमुन अवैध कारोबार जगत का बादशाह बनने की जुगत में?
विदित हो कि चुनमुन नाम के अवैध कारोबारी अपराध जगत का बादशाह बनने की जुगत में एक विशेष समुदाय के सिपाही का करीबी बनकर आज एमसीबी जिले में अवैध कारोबार सफलतापूर्वक स्थापित करने में सफल हुआ है,चूकि कबाड़ी भी विशेष वर्ग का है,सिपाही भी काफी दिनों से मनेन्द्रगढ़ थाने में सेटिंग सिंह की सेटिंग और मैनेज का काम बड़ी होशियारी से करता है सिपाही मनेंद्रगढ़ शहर का रहने वाला है,उसे पूरे शहर के आटा दाल चना और छर्रों का भाव पता है यही वजह है कि सेटिंग सिंह उसी को आगे करके अपने कार्यक्षेत्र में काले कारनामे और काले धंधे सफलतापूर्वक संचालित कर रहे हैं,शराब कबाड़ कोयला सट्टा जुआ जैसे सभी कार्य इसी सिपाही की देखरेख में संचालित होता है,सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सेटिंग सिंह सिर्फ शहर के प्रभावशाली लोगों से मीठी-मीठी बात कर उनको प्रभावित कर अपने आप को साफ सुथरा बताने का काम दिनभर अपनी खुशी में बैठकर करते हैं शहर के लोग यदि उनके चेंबर में जाते हैं तो शहर के उम्दा होटलों से खानपान की टेबलें सजाई जाती है और इस तरह से शहर का व्यक्ति जो कभी उस चेंबर में पानी भी नहीं पाता था जोरदार स्वागत से प्रभावित होकर सेटिंग सिंह की जयकारा करने लगता है सेटिंग सिंह उन्हीं प्रभावशाली लोगों को आधार बनाकर उच्चाधिकारियों से अपनी तारीफ करवाते हैं और उसके आड़ में पूरे शहर में अवैध कारोबारियों को संरक्षण देकर लाखों रुपए महीने की काली कमाई एकत्र कर रहे हैं, काली कमाई एकत्र करने की इनकी काली मनसा ने पूरे शहर को काले व्यापार से काला कर डाला है लोग दहशत में जी रहे हैं,
जिले में कई नगर निरीक्षक पुलिस लाइन में प्रभार पाने लेफ्ट राइट कर रहे
उल्लेखनीय है कि साहब के अनुसार प्रदेश स्तरीय सत्ता पक्ष के प्रभावशाली नेताओ से उनके मधुर संबंध है स्थानीय स्तर में भी जनप्रतिनिधियो का करीबी बनकर कभी कभी यह भी कहते हैं कि किसी में दम है कि मेरा स्थानांतरण करवा दे, इनकी बात कहीं ना कहीं सही भी लग रही है एक दो फूल का अधिकारी कोतवाली को संचालित कर रहा है वही जिले में कई नगर निरीक्षक पुलिस लाइन में लेफ्ट राइट कर रहे हैं, वरिष्ठता को दरकिनार करते हुए जिले के जिम्मेदार अधिकारी जिसमें कई का स्थानांतरण हो चुका है इन महोदय को थाने से हटा पाने में सफल नहीं हो पाए हैं देखना यह है की ऐसा कौन दमदार अधिकारी आता है जो अंगद की तरह पैर जमा कर बैठे सेटिंग सिंह का पैर हिला पाता है।
रात में किसी को उठा लो और मारपीट करते रहो क्या यही है पुलिसिंग?
बाहर हाल स्थिति जो भी हो पूरे मनेन्द्रगढ़ शहर में दहशत का माहौल है अपराधियों का बोलबाला है अपराध का ग्राफ काफी बड़ा है अपराधी प्रवृत्ति के व्यक्ति कभी अपनी गाडि़यों से किसी संभ्रत व्यापारी की कार ठोकते हैं, तो कभी रात में किसी को उठा लाते हैं किसी से मारपीट करते हैं तो कभी किसी की जमीन को दबाने का प्रयास करते हैं कल तक खटारी गाडि़यों में घूमने वाले यह कबाड़ी महंगी महंगी गाडि़यों और महंगे महंगे मोबाइल दिखाकर लोगों में अपना प्रभाव दिखाने की जुगत में शहर के कई स्थानों में देखे जा सकते हैं क्योंकि इनकी सेटिंग, सेटिंग सिंह से है तो इनको किसी का डर भी नहीं है क्योंकि सेटिंग सिंह भी प्रभावशाली व्यक्ति के रूप में अपनी पहचान बना चुके हैं? वे इन अपराधियों के विरुद्ध कोई शिकायत सुनते भी नहीं है और ना ही कोई अपराध अभी तक इनके विरूद्ध पंजीबद्ध किया गया है यही वजह है कि अपराध जगत का बेताज बादशाह बनने का सपना देख रहा चुनमुन कबाड़ी और उसके भाई इन दिनों पूरे शहर में दहशत फैला रहा है और सेटिंग कर बड़े काले कारोबार को अंजाम दे रहा है।
अधिकारियों की नाराजगी पर10 तारीख तक मोहलत क्यों मांग रहा है सेटिंग सिंह: सूत्र
अखबार की खबरों से खाकी की बदनामी हो रही पर अधिकारी भी सेटिंग सिंह से अब परेशान हो चलें जिस वजह से उनकी नाराजगी भी अब अंदर खाने में पनपने लगी है सूत्रों की माने तो अधिकारी काफी खफा है पर उन्हें यह बोलकर रोका जा रहा है कि 10 दिसंबर तक मुझे छोड़ दीजिए 10 दिसंबर के बाद मेरी पदोन्नति हो जाएगी तो मैं यहां से चला जाऊंगा, अब सवाल यह है कि आखिर 10 दिसंबर तक ऐसा क्या हो जाएगा और 10 दिसंबर तक रुक कर यह क्या करना चाहते हैं? आखिर अधिकारी इनकी बातों पर कितना भरोसा कर रहे हैं और इस बात में कितनी सच्चाई है यह तो अधिकारी जाने।