जांच के नाम पर राशि रोकने का आरोप,बोले स्कूलों की माली हालत है खराब
सूरजपुर, 21 नवम्बर 2022 (घटती-घटना)। निजी शिक्षण संस्थान संचालको ने आज कलेक्टर से मुलाकात कर पिछले एक वर्ष से लंबित आरटीई की राशि दिलाने की गुजारिश की है।निजी स्कूल संचालकों ने दिए ज्ञापन में कहा है कि जिले के सभी निजी स्कूल शासन द्वारा दिये गए सभी निर्देशों का पालन जिले के समस्त निजी स्कूल करते आ रहे हैं। लगभग 1 वर्ष से हमारे जिले में निजी विद्यालयों की आरटीई से संबंधित लगातार जाँच प्रक्रिया जारी है। जिसका परिणाम यह है कि राज्य के समस्त जिले के भुगतान हो चुके हैं। केवल सूरजपुर जिले को छोड़ कर प्रदेश के अन्य जिलों का भुगतान हो चुका है। जिला शिक्षा अधिकारी के द्वारा जो भी आदेश दिया गया है उसके अनुसार जिले के सभी विद्यालयों के द्वारा जाँच हेतू दस्तावेज प्रस्तुत किया जाता रहा, इसके बाद भी आज तक भुगतान नहीं हो पा रही है। उक्त राशि के न मिलने से सभी निजी विद्यालयों की आर्थिक स्थिति बेहद गंभीर है। कोरोना काल जैसे गंभीर आपदा को बीते कुछ ही दिन हुए हैं। विद्यालयों मे कार्यरत कर्मचारियों का समय पर वेतन भुगतान नहीं हो पा रहा है। ऐसे स्थिति में आरटीई की प्रतिपूर्ति राशि की बेहद आवश्यकता है, जिससे विद्यालय में कार्यरत शिक्षक शिक्षिकाओं का वेतन का भुगतान विद्यालय प्रबंधन कर सके। विद्यालयों को उनके राशि भुगतान हेतू संगठन आप से आरटीई की राशि भुगतान के लिए प्रतिक्षा हेतू एक निश्चित तिथि अथवा अवधि की माँग करता है। यदि 15 दिवस के भीतर आपके द्वारा भुगतान से संबंधित कोई भी आश्वासन प्राप्त नहीं हो पाती है तो हम समस्त संगठन के सदस्य मजबूर होकर गांधी जी के विचारधारा को अपनाते हुए अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल का रास्ता अपनाएंगे।हम जाँच प्रक्रिया मे कोई दखल नहीं दे रहे हैं। यदि कोई विद्यालय संदेह के घेरे में है तो उनका भुगतान आप रोक कर पुनः जाँच कर सकते हैं। हमारी संगठन को कोई आपçा नहीं है, लेकिन जो विद्यालय जाँच मे निर्दोश हैं। उनके भुगतान तुरंत किये जायें।