बैकुण्ठपुर@पत्रकार के विरोध प्रदर्शन के बाद एसडीएम ने 20 दिनों बाद पुलिस अधीक्षक कोरिया को लिखा पत्र

Share

  • एसडीएम को फॉर्म में हस्ताक्षर करने के लिए नियम समझने लगे 20 दिन, फिर भी नहीं कर पाई हस्ताक्षर।
  • मौका स्थल निरीक्षण कर पुलिस अधीक्षक कोरिया से एसडीएम ने प्रतिवेदन की मांग की।
  • एसपी कोरिया ने बचरापोड़ी क्षेत्र को अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर बताया, क्षेत्र एमसीबी के एसपी के अंतर्गत होने का दिया हवाला।
  • वेब न्यूज के बाद पत्रकार अपना समाचार पत्र करना चाहता है प्रकाशित, पत्रकार को टाइटल सत्यापन के लिए चाहिए एसडीएम की अनुमति।
  • पत्रकार का आरोप उसे बेवजह परेशान कर उसके समाचार पत्र के टाइटल सत्यापन में एसडीएम बन रही बाधक।

रवि सिंह –
बैकुण्ठपुर 10 नवम्बर 2022 (घटती-घटना)।  20 दिन बाद मौका स्थल निरीक्षण कर पुलिस अधीक्षक कोरिया से एसडीएम ने प्रतिवेदन की मांग की, पुलिस अधीक्षक कोरिया ने बचरापोड़ी क्षेत्र को अपने अधिकार क्षेत्र से बताया बाहर, क्षेत्र एमसीबी जिले के पुलिस अधीक्षक के अंतर्गत होने का दिया हवाला, वेब न्यूज के बाद पत्रकार अपना समाचार पत्र करना चाहता है प्रकाशित, पत्रकार को टाइटल सत्यापन के लिए चाहिए एसडीएम की अनुमति का इंतजार, पत्रकार का आरोप उसे बेवजह परेशान कर उसके समाचार पत्र के टाइटल सत्यापन में एसडीएम बन रही बाध। कोरिया जिले के बैकुंठपुर अनुविभाग की एसडीएम पर एक पत्रकार ने आरोप लगाते हुए कहा कि एसडीएम उसे बेवजह परेशान कर रहीं हैं और उसके द्वारा समाचार पत्र के टाइटल सत्यापन के लिए आवेदन पर नियमानुसार कार्यवाही करने की बजाय एसडीएम उसे दिनों के चक्कर मे उलझा रही हैं और उसे परेशान कर रहीं हैं।
बता दें कि कोरिया राजस्व जिले के बचरापोड़ी क्षेत्र के पत्रकार ने जो अभी तक वेब न्यूज़ चलाया करता था ने समाचार पत्र प्रकाशन का निर्णय लिया और उसने टाइटल सत्यापन हेतु एसडीएम कार्यालय में आवेदन प्रस्तुत किया और आवेदन दिवस से ही उसे परेशान किया जा रहा है और उसके आवेदन पर विचार करने की बजाए उसे अब स्थल निरीक्षण के बहाने उलझाया जा रहा है और समय टाला जा रहा है। पत्रकार ने बताया कि उसके आवेदन पर जहां सीधी कार्यवाही होनी थी उसकी जगह अब पुलिस अधीक्षक कोरिया को पत्र लिखकर एसडीएम बैकुंठपुर स्थल निरीक्षण कर प्रतिवेदन की मांग कर रहीं हैं और जिसके जवाब में पुलिस अधीक्षक कोरिया ने भी बचरापोड़ी क्षेत्र को अन्य जिले अंतर्गत बता कर मामले से अपना पल्ला झाड़ लिया और पत्रकार का आवेदन पुनः उसी स्थिति में पड़ा हुआ है। भारत सरकार की संस्था रजिस्ट्रेशन ऑफ न्यूजपेपर फ़ॉर इंडिया के लिए कहीं भी टाइटल वेरिफिकेशन के लिए स्थल निरीक्षण का जिक्र नहीं है यह भी पत्रकार का कहना है। पत्रकार ने कहा कि कुल मिलाकर एसडीएम की मंशा उसे परेशान करने की है और वह कर रही हैं।
यह है मामला
कोरिया जिले का एक पत्रकार आरएनआई में आवेदन किया था और उस आवेदन में नियम अनुसार एसडीएम का हस्ताक्षर होना था जिसके लिए उसने फॉर्म के साथ सारे दस्तावेज एसडीएम कार्यालय में जमा किए, जिसमें एसडीएम ने कहा कि मैं नियम को समझ कर इसमें हस्ताक्षर करूंगा पर 15 दिन बीत जाने के बावजूद भी एसडीएम मैडम ना हस्ताक्षर की और ना नियम जान पाई, उधर पत्रकार का समय अवधि बीत रहा था जिसे लेकर उसने एसडीएम मैडम को कहा कि मैडम हस्ताक्षर जल्दी चाहिए क्योंकि समय सीमा पर आवेदन को दिल्ली पहुंचना है पर एसडीएम मैडम ने कहा मैं अभी तक नियम को समझ नहीं पाई हूं समझने दीजिए अब 15 दिन बाद की मैडम नियम समझ नहीं पाई और ना ही पत्रकार के आवेदन में हस्ताक्षर हो पाया पर सवाल यह है कि ऐसा कौन सा नियम था की मैडम को समझने में 15 दिन लग गए और नियम समझ में नहीं आया, इसके बाद पत्रकार नाराज होकर एसडीएम कार्यालय के सामने ही धरने पर बैठ गया, जबकि पत्रकार की माने तो आवेदन बहुत सामन्य था, उसमें चरित्र प्रमाण पत्र की जानकारी मांगी गई थी जो एसडीएम को देना था, मैडम चाहती तो पुलिस विभाग से सत्यापन करा उसमें हस्ताक्षर कर सकती थी पर ऐसा नहीं किया ना जाने ऐसा कौन सा नियम पता कर रही थी नहीं कर पाई।


Share

Check Also

कोरबा @राष्ट्र निर्माण में पुलिस की भूमिका विषय पर कोरबा पुलिस द्वारा स्कूल एवं कोलेज मे प्रतियोगिता आयोजित

Share कोरबा 27 अक्टूबर 2024 (घटती-घटना)। पुलिस मुख्यालय से प्राप्त निर्देशानुसार पुलिस स्मृति दिवस (21 …

Leave a Reply