डॉ.राजकुमार मिश्र-
नई दिल्ली,07 नवम्बर 2022। 2012 में अत्यंत क्रूर और दर्दनाक दरिंदगी से अंजाम दिए गए छावला रेप एंड मर्डर केस में आज सुप्रीमकोर्ट का बहुप्रतीक्षित फैसला पीçड़त पक्ष के लिए जहां दुस्सह आघात साबित हुआ वहीं कई सीनियर प्रतिष्ठित वकीलों ने भी खुलकर हैरानी जताई है।
आरोपियों को सेशनकोर्ट ने मौत की सजा सुनाई थी।हाईकोर्ट में भी इस सजा को उचित ठहराया गया मगर आज सुप्रीमकोर्ट ने तीनों आरोपियों की रिहाई का आदेश दे दिया।
विस्तृत विवरण की प्रतीक्षा है।आज ही सुप्रीमकोर्ट के चीफ जस्टिस यू यू ललित साहब का कार्यकाल समाप्त होने के उपलक्ष्य में उन्हें परम्परागत गरिमा और शुभकामनाओं के साथ विदाई दी गई।
नई दिल्ली@सजाए मौत को सुप्रीमकोर्ट
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