बैकुण्ठपुर@क्या कलेक्टर कोरिया को नहीं पता था कि जिन की अध्यक्षता में होना है कार्यक्रम वह विधानसभा से रहेंगी बाहर?

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  • क्या जनता के कयास पर अपना विधानसभा का कार्यक्रम छोड़ विधायक ने लगाई मोहर?
  • प्रशासन के आमंत्रण कार्ड में स्थानीय विधायक की अध्यक्षता में होना है कार्यक्रम फिर कार्यक्रम से नदारत क्यों?
  • अपना विधानसभा छोड़ फिर राजधानी रायपुर के कार्यक्रम में शिकरत करती नजर आईं बैकुंठपुर विधायक।
  • क्षेत्रवासियों के साथ राज्योत्सव नहीं मनाने का यह कैसा निर्णय, क्या मुख्य अतिथि नहीं बनाए जाने का है उन्हें मलाल?
  • कोरिया के बैकुंठपुर जिला मुख्यालय में भरतपुर सोनहत विधायक रहे राज्योत्सव के मुख्य अतिथि।
  • बैकुंठपुर विधायक को नहीं बनाया गया कहीं का भी मुख्य अतिथि, कहीं घटती लोकप्रियता तो इसकी वजह नहीं?
  • अपने ही विधानसभा में विधायक के पास नहीं है समर्थकों की टोली, कुछ को छोड़ड़ सभी क्यों है विरोधी में?
  • वरिष्ठ कांग्रेसियों से भी विधायक की हमेशा बनी रही है दूरी, वरिष्ठ कांग्रेसियों को भी विधायक से नहीं मिलता सम्मान।
  • विधानसभा छोड़ पलायन कर रायपुर राज्योत्सव कार्यक्रम में शामिल होने को लेकर उठ रहे सवाल।
  • अपने ही विधानसभा के कार्यक्रम से पलायन करना कार्यक्रम का विरोध करने जैसा लग रहा आरोप।


-रवि सिंह-
बैकुण्ठपुर 01 नवम्बर 2022 (घटती-घटना)। छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस प्रदेश के प्रत्येक जिला मुख्यालय में बड़ी धूमधाम से मनाया गया। जिला मुख्यालयों में शासन की तरफ से मुख्य अतिथियों की घोषणा की गई थी और इसी क्रम में बैकुंठपुर विधानसभा और कोरिया जिले के राज्योत्सव कार्यक्रम में सविप्रा उपाध्यक्ष भरतपुर सोनहत विधायक गुलाब कमरों को मुख्य अतिथि बनाया गया था और उन्हीं के मुख्य आथित्य में जिले में राजोत्सव का आयोजन किया गया। छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस के राज्योत्सव के लिए जैसे ही मुख्य अतिथियों का नाम की सूची जारी हुई और स्थानीय विधायक का नाम उस सूची में नहीं दिखा तभी से ही विधानसभा की जनता यह कयास लगाने लगी थी कि आयोजित कार्यक्रम में विधायक उपस्थित नहीं होंगी क्योंकि उन्हें मुख्य अतिथि नहीं बनाया गया है आखिर वही हुआ और जनता की आशंका को विधायक ने अपना विधानसभा में आयोजित कार्यक्रम को छोड़कर मोहर लगा दी और यह बता दें कि जनता कहीं ना कहीं उनकी सोच को समझने लगी है।
राजोत्सव कार्यक्रम में बैकुंठपुर विधायक को जिले में मुख्य अतिथि नहीं बनाया गया और इस बात से विधायक काफी निराश हुई हैं ऐसा बताया जा रहा है और जिसकी वजह से उन्होंने राज्योत्सव कार्यक्रम के जिला स्तरीय आयोजन से पलायन कर लिया और राजधानी के कार्यक्रम में शिरकत करती देखी गईं। बैकुंठपुर विधायक के जिला मुख्यालय और विधानसभा के कार्यक्रम से पलायन को कार्यक्रम के विरोध के रूप में देखा जा रहा है और नाराजगी से जोड़कर भी देखा जा है। बता दें कि बैकुंठपुर विधायक को इसके पहले भी कई जिला स्तरीय कार्यक्रमों में जब भी मुख्य अतिथि नहीं बनाया गया है तब भी वह मुख्यालय से पलायन करती ही देखी गई हैं और राजधानी में ही नजर आई हैं। बैकुंठपुर विधायक के जिला मुख्यालय खासकर विधानसभा में आयोजित कार्यक्रम से दूरी बनाए जाने को लेकर अब यह भी कहा जाने लगा है कि यह निर्णय गलत है मुख्य अतिथि न सही कार्यक्रम की अध्यक्षता उन्हीं के जिम्मे होती यदि वह उपस्थित रहती और उनकी अनुपस्थिति से यह साबित होता है कि उन्हें क्षेत्र की जनता की तनिक भी चिंता नहीं अपने मान और सम्मान से बढ़कर उनके लिए कुछ भी नहीं और वह इसलिए ही पलायन कर गईं हैं।
घटती लोकप्रियता मुख्य अतिथि नहीं बनाए जाने की वजह तो नहीं?
बैकुंठपुर विधायक की लोकप्रियता लगातार घट रही है इस बात से इसलिए भी इंकार नहीं किया जा सकता क्योंकि उनका क्षेत्र भ्रमण बिल्कुल न्यून है और उनका क्षेत्र की जनता के बीच उनकी समस्याओं को लेकर भी कम ही प्रयास रहता है। बैकुंठपुर विधायक बैकुंठपुर विधानसभा की आज तक कि सबसे कम लोकप्रिय विधायक हैं यह कहना भी गलत नहीं होगा क्योंकि उनकी क्षेत्र की जनता की जरूरतों में समय समय पर उपलब्धता नहीं के बराबर है और यह माना जा रहा है कि सरकार भी इस बात से भिज्ञ है और इसलिए ही उन्हें मुख्य अतिथि नहीं बनाया गया है और भरतपुर सोनहत विधायक को जिम्मेदारी दी गई है जिनकी लोकप्रियता काफी है अविभाजित कोरिया जिले में।
आमंत्रण पत्र में कार्यक्रम की अध्यक्ष हैं बैकुंठपुर विधायक, क्या जिला प्रशासन उनके पलायन से था अनभिज्ञ
राज्योत्सव के लिए जो आमंत्रण पत्र जिला प्रशासन कोरिया ने वितरित किया है उसमें राज्योत्सव कार्यक्रम की अध्यक्ष संसदीय सचिव छत्तीसगढ़ शासन एवम बैकुंठपुर विधायक हैं लेकिन वह कार्यक्रम से पूर्व ही बैकुंठपुर से पलायन कर चुकी हैं एवम राजधानी के कार्यक्रम में शिरकत कर रही हैं वहीं अब आमंत्रण पत्र को लेकर यह बात उठ रही है कि क्या जिला प्रशासन अनभिज्ञ था बैकुंठपुर विधायक के क्षेत्र पलायन के निर्णय से या जिला प्रशासन भी जनता था कि वह उपलब्ध नहीं रहेंगी और कार्यक्रम उनके बिना ही संपन्न होगा। वैसे यदि उनके राजधानी जाने की पूर्व योजना थी तो ऐसे में जिला प्रशासन की यह चूक है और यदि बैकुंठपुर विधायक केवल मुख्य अतिथि नहीं बनाए जाने से नाराज होकर अचानक राजधानी चली गईं तो ऐसे में जिला प्रशासन की गलती नहीं मानी जायेगी।
वरिष्ठ कांग्रेसजन सहित पार्टी कार्यकर्ताओं से भी विधायक की है दूरी
वैसे बैकुंठपुर विधायक को मुख्य अतिथि नहीं बनाए जाने से राज्योत्सव कार्यक्रम में वरिष्ठ कांग्रेसजनों एवम पार्टी के कार्यकर्ताओं को निराश नहीं देखा जा रहा है वहीं कार्यक्रम में सभी के शिरकत की खबर है। बता दें कि बैकुंठपुर विधायक से वरिष्ठ कांग्रेसजनों पार्टी कार्यकर्ताओं की लगातार दूरी किसी स्व छिपी नहीं है,बैकुंठपुर विधायक अपने कार्यकाल के आरंभ से ही वरिष्ठ कांग्रेसजनों सहित पार्टी कार्यकर्ताओं से दूरी बनाते चली आ रहीं हैं और इसी वजह से उन्हें मुख्य अतिथि राज्योत्सव में नहीं बनाए जाने के बावजूद भी वरिष्ठ कांग्रेसजनों सहित पार्टी कार्यकर्ताओं को विरोध में नहीं देखा गया और कार्यक्रम में उनकी शिरकत देखी गई।
बैकुंठपुर विधायक के सीमित समर्थक दिखे निराश
बैकुंठपुर विधायक के सीमित संख्या में विधानसभा के समर्थकों को ही मात्र निराश देखा गया और उनके द्वारा सोशल मीडिया पर बैकुंठपुर विधायक के राजधानी के कार्यक्रम में शिरकत की तस्वीरें सोशल मीडिया पर पोस्ट करते देखा गया। बैकुंठपुर विधायक के इन सीमित संख्या वाले समर्थंको को राज्योत्सव के जिला स्तरीय कार्यक्रम में भी नहीं देखा गया।
भरतपुर सोनहत विधायक के कोरिया जिला राज्योत्सव कार्यक्रम में मुख्य अतिथि बनने से उत्साहित दिखे जिले के कांग्रेसी
भरतपुर सोनहत विधायक पूरे अविभाजित कोरिया जिले में लोकप्रिय हैं इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कोरिया जिले के राज्योत्सव कार्यक्रम में उन्हें मुख्य अतिथि बनाये जाने से कोरिया जिले के कांग्रेसियों को भी उत्साहित देखा गया और जिले के कांग्रेसियों को कहीं से निराश नहीं देखा गया जबकि उनके ही विधायक को मुख्य अतिथि बनने का मौका नहीं मिला।
बैकुंठपुर विधायक मुख्य अतिथि नहीं बनाए जाने से पहले भी हो चुकी हैं नाराज,कर चुकी हैं पलायन
यह कोई पहला मौका नहीं है जब किसी कार्यक्रम में मुख्य अतिथि नहीं बनाये जाने से बैकुंठपुर विधायक नाराज हुई हों,इसके पहले भी राष्ट्रीय पर्व जैसे महत्वपूर्ण अवसरों पर जब उन्हें जिले के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि नहीं बनाया गया वह विधानसभा से पलायन कर चुकी हैं और एक तरह से कार्यक्रम का बहिष्कार कर चुकी हैं।
विधानसभा छोड़ राजधानी के कार्यक्रम में बैकुंठपुर विधायक के शिरकत को लोग ठहरा रहे गलत
बैकुंठपुर विधायक भले ही नाराज होकर राजधानी रायपुर के राज्योत्सव कार्यक्रम में शिरकत कर रहीं हैं वहीं वह जिले के कार्यक्रम से दूरी बनाए हुए हैं वहीं उनके इस कदम को लोग गलत ठहरा रहें हैं और लोगों का मानना है कि क्षेत्र की जनप्रतिनिधि होने के नाते उन्हें जिले के कार्यक्रम में उपस्थित रहना था और क्षेत्र की जनता के साथ कार्यक्रम में शिरकत करना था।
बैनर पोस्टरों में भी बैकुंठपुर विधायक का कद दिखा छोटा
राजनीतिक कद की अगर बात की जाए तो जिला प्रशासन के द्वारा राज्योत्सव कार्यक्रम के लिए जो बैनर पोस्टर छपवाए गए हैं उनमें बैकुंठपुर विधायक का कद छोटा करके दिखाया गया है। पोस्टर बैनर में मुख्यमंत्री सहित भरतपुर सोनहत विधायक की ही तस्वीरों को बड़े स्वरूप में दिखाया गया है।
जिस विधायक की वजह से कोरिया का अस्तित्व संकट में आया उसके मुख्य अतिथि बनने से और विधानसभा की जनता भी नाराज दिखी
कोरिया के विभाजन को लेकर बैकुंठपुर विधानसभा में रोष खत्म भी नहीं हुआ और उस रोष के अग्नि के बिच उस विधायक को मुख्य अतिथि बना कर भेज दिया गया जो कहीं ना कहीं आग में घी डालने का काम जैसा देखने को मिला, कोरिया के विभाजन को लेकर आक्रोश है तो वह मनेन्द्रगढ़ व सोनहत भरतपुर विधायक से रहा है, यह आक्रोशित सिर्फ बैकुंठपुर विधानसभा में नहीं मनेन्द्रगढ़ व सोनहत भरतपुर विधानसभा में भी देखा गया था और जिस जिले से उसके अस्तित्व को छिना गया उसी जिले के मुख्य अतिथि उन्हीं विधायक को बनाया गया है जिन की वजह से जिला विभजित हुआ और मूल जिले का अस्तित्व खत्म करने की देखी गई, जिस पर जनता ने भी उस उत्साह से राज्योत्सव में शामिल नहीं हुए जो उत्साह होना चाहिए था जिले का विभाजन कहीं ना कहीं राज्योत्सव को कम किया।


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