नए सॉफ्टवेयर में वेतन बनाने में हुई गड़बड़ी 300 कर्मचारियों का नहीं बना वेतन।
कर्मचारियों व श्रमिक संगठन के विरोध के बाद प्रबंधन ने अपनी गलती का ठीकरा बाबू फोड़ थमाया आरोप पत्र।
बिना पेमेंट चेक लिस्ट को चेक किए बैगर अधिकारियों ने बिल किया पास,कर्मचारियों का वेतन छोटा।
नए सॉफ्टवेयर में बिना समझे झिलमिली सहक्षेत्र को वेतन बनाना पड़ा भारी।
-रवि सिंह-
बैकुण्ठपुर 17 अक्टूबर 2022 (घटती-घटना)।एसईसीएल की लापरवाही से साल के सबसे बड़े त्यौहार दिपवाली में कर्मचारी अपने ही वेतन से वंचित रह गए, जब इस बात को लेकर श्रमिक संगठन व कर्मचारियों ने विरोध जताया तो प्रबंधन ने बाबू को आरोप पत्र जारी कर स्पष्टीकरण मांगा पर सवाल यह है क्या स्पष्टीकरण मांगने से त्योहार से पहले वेतन मिल जाएगा? जिसका जवाब तो सहक्षेत्र प्रबंधक भी नहीं दे पा रहे हैं, अब समस्या तो उन कर्मचारियों की हो गई जिन्हें बिना वेतन के ही पूरा महीना काटना पड़ेगा, क्योंकि इनका वेतन ही इनका सहारा था और इस बड़े त्यौहार में लगभग 250 से 300 कर्मचारियों का अपने वेतन से वंचित रहना विभागिए लापरवाही है, यह लापरवाही सिर्फ नए सॉफ्टवेयर में वेतन बनाने के अविष्कार को लेकर हो गई। बिना प्रशिक्षित लोगों से इस सॉफ्टवेयर में हाजिरी चढ़ावा कर वेतन बनवाया गया और इसी वजह से गड़बड़ी होने की बात आ रही है, अप्रशिक्षित लोग से भूल बस कर्मचारियों की हाजिरी चढ़ाने में गड़बड़ी हो गई जिसका नतीजा यह था कि कर्मचारियों का वेतन ही नहीं बना।
एसईसीएल अपने आप को अपडेट करने के लिए कर्मचारियों का वेतन बनाने के लिए ऑनलाइन पद्धति से सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कर रही है जिसमें वह एसईसीएल के कर्मचारियों व अधिकारियों का वेतन बनाना चाहती थी पर वेतन बनाने से पहले इस सॉफ्टवेयर को समझना जरूरी था पर बिना समझे अधिकारियों ने दबाव दे बिना प्रशिक्षण पाय बाबुओं से कर्मचारियों का हाजिरी सॉफ्टवेयर में चढ़ाया गया और यह सॉफ्टवेयर बाबू को समझ में नहीं आया, क्योंकि वह इस सॉफ्टवेयर से पूरी तरह अनभिज्ञ थे उन्हें बिल्कुल भी इस सॉफ्टवेयर में वेतन बनाने नहीं आता था, फिर भी इनसे वेतन बनवाया गया, इस वजह से कर्मचारियों का वेतन बनने में भारी गड़बड़ी हुई, गड़बड़ी भी ऐसी की काम करने वाले कर्मचारी भी अनुपस्थित दिख रहे हैं, जिस वजह से उनके खाते में उनका वेतन भी नहीं आया, जबकि वहीं कटकोना व चरचा क्षेत्र में सॉफ्टवेयर की समझ ना होने की वजह से पुराने पद्धति से ही वेतन को निकाला गया, झिलमिली सह क्षेत्र अपने आप को सबसे आगे रखने के चक्र में साल के सबसे बड़े त्यौहार के दौरान ही यह गड़बड़ी कर डाली, यदि यह वेतन बनाने को लेकर ट्रेनिंग लिए होते तो शायद सभी को वेतन मिल जाता, वेतन बनाने की ट्रेनिंग ही इन्हें नहीं थी और यह उस सॉफ्टवेयर में कर्मचारियों की हाजिरी चढाने लगे पर हाजिरी ऐसी चढ़ाई कि काम पर गए लोग भी उसमें अनुपस्थित देखने लगे, अब अनुपस्थित लोगों का वेतन तो बनेगा नहीं जिस वजह से कर्मचारियों का वेतन ही रुक गया, अब इसी लीपापोती को फिर से सही करने की कवायद शुरू हो रही है पर शायद यह लीपापोती अगले महीने भी सही हो सके फिलहाल तो कर्मचारियों को बिना पैसे की दिपवाली मनान होगी।
300 अधिकारियों व श्रमिकों का सितम्बर महिने का लगभग 20 लाख रूपए वेतन रुका
एसईसीएल के लिपिकों की लापरवाही के कारण डियूटी करने के बाद भी 300 अधिकारियों व श्रमिकों का सितम्बर महिने का लगभग 20 लाख रूपए वेतन रुक गया। किसी का 2 दिनों का तो किसी का 4 दिनों का किसी का 7 दिनों का तो किसी का 10 दिनों का हाजरी कटने के कारण वेतन कट गया, हालांकी अधिकारी कह रहे हैं कि सुधार कर उन्हें अगले महिने कटे हुए वेतन को दे दिया जायेगा लेकिन जिन अधिकारी व श्रमिकों का वेतन कटा है उनका कहना है कि इसी महिने दिपावली का त्योहार है और इस तरह से काम करने के बाद भी वेतन कट गया तो हम दिपावली का त्योहार अपने परिवार के साथ किस तरह से मनाऐं यह चिंता बन गई है। एसईसीएल बैकुन्ठपुर एरिया के अंतर्गत एसईसीएल झिलिमिली सहक्षेत्र के झिलिमिली एवं पाण्ड़वपारा कोयला खदान में 1300 अधिकारी व कर्मचारी कार्यरत हैं जिनमें से लगभग 300 अधिकारी व कर्मचारियों में से अधिकारियों का 1 दिन का एलडबल्यूपी किया गया वहीं स्टाफ एवं श्रमिकों का 2 दिन एलडबल्यूपी एवं 2 दिन से लेकर 11 दिन तक सितम्बर महिने के पेमेंट स्लीप में अनुपस्थित दर्शा दी गई है जिससे उनका वेतन कट गया है, डियूटी करने के बाद भी वेतन कटने से अधिकारी व कर्मचारियों में रोश व्याप्त है। श्रमिक रमाकांत देवांगन ने बताया कि मेरा 1 दिन की पीएचडी एवं 3 दिन की कुल 4 दिनों की हाजरी कट गई है। इसी तरह रामाधार, इन्द्र पाल ने भी बताया कि उनकी भी हाजरी कट गई है जिसके कारण दिपावली का त्योहार उधार में पैसों की व्यवस्था कर मनाना पड़ेगा।
श्रमिक संगठन एचएमएस व बीएमएस ने किया सहक्षेत्र प्रबंधक कार्यालय का घेराव
कार्य करने के बाद भी वेतन कटने से परेशान श्रमिकों के हित को ध्यान में रख कर श्रमिक संगठन एचएमएस के द्वारा सहक्षेत्र प्रबंधक झिलिमिली कार्यालय का घेराव किया गया। स्थिति को देखते हुए पर्सनल अधिकारी अजीतेष भट्टाचार्य के द्वारा एसईसीएल बैकुन्ठपुर क्षेत्र में इसकी जानकारी दी गई, जहां तत्काल एरिया पर्सनल मैनेजर रवि रष्मिी लकड़ा व डिप्टी मैनेजर एलिवर्सन झिलिमिली पहुंचकर श्रमिक संगठन के पदाधिकारियों व अधिकारियों को बताया गया कि ये त्रुटी कमप्यूटर में लिपिकों के द्वारा समय पर जानकारी पोस्टींग न करने की वजह से कारण हुई है। जिसे सुधार के लिए महाप्रबंधक एवं एसईसीएल बिलासपुर को अवगत कराई गई है और इसकी जांच की जा रही है। इसके पूर्व भी कई स्टाफ के कर्मचारी व श्रमिकों को खदान से मिलने वाले भत्ता से भी वंचित किया गया था।
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