कोरबा@केंद्रों में बंटने वाला 28 बोरा रेडी-टू-ईट पहुंचा निजी मकान में

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-राजा मुखर्जी-
कोरबा,12 अक्टूबर 2022 (घटती-घटना)। राज्य बीज एवं कृषि विकास निगम की उत्पादनकर्ता फर्म छत्तीसगढ़ एग्रो फूड कार्पोरेशन लिमिटेड की शासन की कुपोषण नियंत्रण की महत्वाकांक्षी योजना रेडी टू ईट वितरण को लेकर बड़ी लापरवाही सामने आई है । हितग्राहियों को बंटने वाला 28 बोरी रेडी टू ईट गोकुलनगर के निजी मकान में डम्प पाया गया। शासकीय पोषण आहार की अफरा तफरी की मुखबिर से सूचना मिलते ही रामपुर चौकी प्रभारी के नेतृत्व में पुलिस ने मौके पर तत्काल दबिश देकर मकान को आधिपत्य में लेकर सील कर दिया है, वहीं वाहन में भरे 132 बोरी रेडी टू ईट को जब्त कर चौकी में खड़ी कर दी है। प्रकरण में जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग से जांच प्रतिवेदन मांगा गया है । डीपीओ के निर्देश पर सीडीपीओ ने जांच कर प्रतिवेदन सौंप दी है, जिसमें फर्म के वितरणकर्ता के मनगढ़ंत कहानी पर यकीन कर कार्रवाई की बजाय क्लीनचिट दे दी गई । यहां बताना होगा कि महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा 6 माह से 6 वर्ष के नौनिहालों ,किशोरियों,गर्भवती एवं शिशुवती माताओं के पोषण के लिए कार्य किया जा रहा है। पूर्व में स्थानीय महिला स्व सहायता समूहों के माध्यम से रेडी टू ईट कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा था । गेहूं ,सोया ,चना ,मूंगफली मिश्रित पौष्टिक पोषण आहार रेडी टू ईट य माह से 3 वर्ष तक के बच्चों ,गर्भवती एवं शिशुवती माताओं के लिए प्रत्येक मंगलवार को दिए जाने का प्रावधान है ताकि उन पर कुपोषण की काली छाया न पड़े ,कुपोषित हितग्राही इसके दायरे से बाहर निकल सकें। लेकिन 24 दिसंबर 2021 को छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा कैबिनेट में लिए गए निर्णय अनुसार सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइंस का हवाला देकर राज्य बीज निगम की स्थापित इकाईयों के माध्यम से स्वचलित मशीनों के माध्यम से रेडी टू ईट का उत्पादन करने का निर्णय लिया गया।
1 अप्रैल से राज्य बीज निगम की स्थापित इकाईयों के स्वचलित मशीनों के माध्यम से तैयार रेडी टू ईट बच्चों तक पहुंचाई जा रही है। जिले में राज्य बीज एवं कृषि विकास निगम की इकाई छत्तीसगढ़ एग्रो फूड कार्पोरेशन लिमिटेड को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। आपूर्तिकर्ता फर्म को कोरबा में सभी पुराने समूहों का अनुबंध समाप्त हो जाने की वहज से न केवल रेडी टू ईट तैयार करना है वरन सभी 10 परियोजनाओं के 2565 आंगनबाड़ी केंद्रों में पहुंचाने का भी दायित्व दिया गया है। लेकिन फर्म जहां समय पर रेडी टू ईट पहुंचाने में नाकाम रहा है ,वहीं बलरामपुर जिले की तर्ज पर रेडी टू ईट की अफरातफरी करने की जुगत में लगा है । 5 अक्टूबर को कोरबा ग्रामीण परियोजना के दोंदरो सेक्टर के आंगनबाड़ी केंद्रों में हितग्राहियों के लिए प्रदाय किए जाना वाला 28 बोरी रेडी टू ईट जिल्गा गोदाम से निकलकर जिला जेल के पीछे स्थित गोकुलनगर में सरस्वती देवी नामक वयोवृद्ध महिला के मकान में पाया गया। सफेद रंग की पिकअप क्रमांक सीजी -12 बीई -3674 के माध्यम से यह रेडी टू ईट डम्प किया गया। मोहल्लेवासियों को जैसी ही इस अफरातफरी पर नजर पड़ी उनमें से जागरूक नागरिक ने रामपुर पुलिस को तत्काल सूचना दे दी। रामपुर चौकी प्रभारी कृष्णा साहू के नेतृत्व में पुलिस तत्काल मौके पर पहुंच गई । पुलिस के आने से पहले ही वाहन चालक वाहन छोंड़ फरार हो गया था । लिहाजा पुलिस ने जहां सरस्वती देवी नामक वयोवृद्ध महिला के 28 बोरी रेडी टू ईट रखे कक्ष को सील कर दिया वहीं वाहन में शेष रखे 132 बोरी रेडी टू ईट को जब्त कर चौकी में खड़ा कर दिया । रामपुर चौकी प्रभारी ने प्रकरण की गम्भीरता को देखते हुए 7 अक्टूबर को जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग को प्रकरण की जांच कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने पत्र लिखा। डीपीओ महिला एवं बाल विकास विभाग ने 10 अक्टूबर को सीडीपीओ कोरबा शहरी को तत्काल जांच कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। प्रभारी सीडीपीओ श्रीमती संगीता कोरम मंगलवार को प्रकरण की जांच करने पहुँची। जहाँ जांच के दौरान रेडी टू ईट वितरणकर्ता लालाराम ने बताया कि सरस्वती देवी का लड़का उसका मित्र है । जिसे वह पैसे उधार लिया था ,जिसे चुकाने जाते जाते वह कुछ समय गोकुल नगर में रुका था। इस बीच इसके मालिक का फोन आया जिसमें उसे तत्काल आने की बात कही गई । आनन फानन में वो 28 बोरी रेडी टू ईट अपने दोस्त के यहाँ डम्प कर .एवं बाद में आकर ले जाने की बात कहकर जा रहा था, तभी स्थानीय लोगों ने रेडी टू ईट के अफरातफरी की शिकायत कर दी। जांच के दौरान मौके पर पर्याप्त रेडी टू ईट पाया गया। सीडीपीओ बुधवार को जांच प्रतिवेदन डीपीओ को आवश्यक कार्रवाई हेतु सौंप देंगी।बहरहाल इस लापरवाही के बाद दोंदरो सेक्टर के बच्चों को रेडी टू ईट इस माह मिलेगा या नहीं इस पर भी संशय बना हुआ है। जिस तरह जांच के दौरान वितरणकर्ता ने फर्म के बचाव के लिए मनगढ़ंत बयान दिया है उससे तो न केवल जब्त वाहन रेडी टू ईट के रिलीज होने के आसार हैं ,वरन पूरे प्रकरण में वितरणकर्ता को क्लीनचिट मिल जाएगी। जबकि कायदे से बलरामपुर जिले की तर्ज पर तत्काल डीपीओ को भी वितरणकर्ता पर एफआईआर दर्ज करानी चाहिए थी। पर आदिवासी बाहुल्य कोरबा के पहाड़ी कोरवा बाहुल्य परियोजना के रेडी टू ईट की अफरातफरी पर अधिकारी ही फर्म ,वितरणकर्ता को अभयदान देने में लगे हैं।
सीडीपीओ से जांच प्रतिवेदन मांगे हैं ,जांच प्रतिवेदन प्राप्त होगी उसके आधार पर ही प्रकरण में आवश्यक कार्रवाई कर सकेंगे।
एम डी नायक ,

डीपीओ मबावि कोरबा


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