एसीबी ने लेखापाल को 50 हजार लेते रंगे हाथ पकड़ा
-रवि सिंह-
बैकुण्ठपुर 26 सितम्बर 2022 (घटती-घटना)। एसीबी छत्तीसगढ़ रायपुर के निदेशक आरिफ एच. शेख के निर्देशन में एवं पंकज चन्द्रा पुलिस अधीक्षक, ईओडब्ल्यू एसीबी के नेतृत्व एवं अमृता सोरी धुइ अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एसीबी के मार्गदर्शन में एसीबी यूनिट अंबिकापुर की टीम ने कार्यवाही कर अवैध पारितोषिक की मांग करने वाले रविशंकर खलखो, सहायक ग्रेड-02. कार्यालय परियोजना अधिकारी एकिकृत बाल विकास सेवा परियोजना, खड़गवां, वर्तमान जिला – मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी- भरतपुर पूर्व जिला – कोरिया, छ.ग. को रंगे हाथ रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया है। शिकायत समूह के महिला ने रेड्डी टू ईट फूड के बिल बनाने के लिए महिला बाल विकास विभाग के लिपिक रवि शंकर खलखो के एक लाख पचास हजार रुपये की मांग की थी, जिसमें पहली किशत तीस हजार रुपये एवं दूसरी किशत पचास हजार रुपये लेते आमबिकापुर एंट्री करप्शन ब्यूरो के द्रारा दोपहर 2 बजे रंगेहाथों पकड कर बैकुंठपुर न्यायालय में पेश किया गया।
शिकायत कर्ता कैशर बानो एवं महिला के द्रारा किया गया था प्रार्थिया ने एसीबी अंबिकापुर में शिकायत की थी कि महिला स्वसहायता समूह के द्वारा वर्ष 2021-22 में रेडी-टू-ईट सामग्री का निर्माण एवं वितरण का कार्य किया गया था जिसका 6 माह का बिल लगभग 9,00,000/- रूपये में से 2,50,000/- रूपये का भुगतान किया जा चुका है एवं शेष राशि लगभग 6,50,000/- रूपये प्राप्त करना शेष है। उक्त राशि का भुगतान करने के एवज में कार्यालय परियोजना अधिकारी एकिकृत बाल विकास सेवा परियोजना खडगवां वर्तमान जिला – मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर, छ.ग. में पदस्थ सहायक ग्रेड- 02 / लेखापाल रविशंकर खलखो द्वारा 1,50,000/ रूपये रिश्वत की मांग की जा रही थी । प्रार्थिया और आरोपी के मध्य 50-50 हजार रूपये कर किस्तों में 1,00,000/- रूपये देने की सहमति बनी। शिकायत का सहीपन होने पर आज दिनांक 26.09.2022 को प्राथिया से मांगी गई रिश्वत की रकम 50,000/- रूपये तत रविशंकर खलखो, सहायक ग्रेड-02. कार्यालय परियोजना अधिकारी, एकिकृत बाल विकास सेवा परियोजना, खड़गवां वर्तमान जिला मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी- भरतपुर पूर्व जिला – कारिया, छ.ग. को उसके कार्यालय में रंगे हाथ पकड़ा गया है। आरोपी के विरूद्ध धारा – 7 (क). 120नि0अधि0 1988 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर उनके विरूद्ध अग्रिम वैधानिक कार्यवाही कर न्यायालय के समक्ष पेश किया जा रहा है।