बैकुण्ठपुर@सौरव के कार्यो में अनिमितता की वजह से थाना से हुई छुट्टी

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  • लाईन में पदस्थ होंगे सौरव द्विवेदी,संदीप होंगे नये थाना प्रभारी
  • एसपी ने पटना क्षेत्र के बेहतर पुलिसिंग के लिए बदला प्रभारी,संदीप पर किया भरोसा,क्या संदीप एसपी के भरोसे को रख पायेंगे कायम?
  • संदीप के लिए बेहतर पुलिसिंग दिखाने का मिला दूसरा मौका क्या लोगों के भरोसे में खरा उतरेंगे नये थाना प्रभारी।
  • संदीप सिंह के पदस्थापना से क्षेत्र में चल रही अवैध धंधे पर क्या लग सकेगी विराम?
  • वर्तमान थाना प्रभारी तबादला आदेश रुकवाने लगा रहें हैं एड़ीचोटी का जोर राजनीतिक दबाव का भी किया था प्रयास।
  • कोयला तस्करी के सीजन में नहीं छोड़ड़ना चाहते हैं थाने का प्रभार,लंबे समय से पदस्थ रहे।
  • 20 सितंबर को जारी तबादला आदेश में पुलिस थाना पटना के थाना प्रभारी का किया गया है तबादला।


-रवि सिंह-
बैकुण्ठपुर 24 सितम्बर 2022 (घटती-घटना)। कोरिया जिले के थाना पटना के प्रभारी का तबादला बैकुंठपुर रक्षित केंद्र के लिए कर दिया गया था वहीं उप निरीक्षक संदीप सिंह को थाना पटना का प्रभार दिया गया है, बताया जा रहा है कि इनके कार्यो से पुलिस अधीक्षक भी खफा थे और क्षेत्र की जनता भी, सौरव द्विवेदी की पुलिसिंग व्यवस्था के साथ इनके कार्यो में अनिमितता थाने से छुट्टी होने की एक बड़ी वजह बतायी जा रही है। जबकि स्थानांतरण आदेश के बाद व थाना का चार्ज देने से पहले अवैध कोयले से भरे दो वाहनों का मामला प्रकाश में आया था। चार्ज लेने से पहले भी यह अपने कार्यवाही को लेकर एक बार सुर्खियों में रहे। जबकि 20 सितंबर पुलिस अधीक्षक ने इनके स्थानांतरण आदेश जारी दिया था। जिस आदेश के अनुसार थाना पटना में लंबे समय से थाना प्रभारी की जिम्मेदारी सम्हाल रहे उप निरीक्षक सौरव द्विवेदी को लाइन हाजिर किया गया।
ज्ञात हो कि पटना प्रभारी के लगभग दो वर्ष पूर्ण होने को था और इस कार्यावधी में अवैध कारोबार के साथ-साथ बेहतर पुलिसिंग की व्यवस्था चरमरा गयी थी। कई चोरियों से लेकर कई तरह की घटनाएं भी सामने आयी, इनके कार्यकाल में निवर्तमान रहते कोयला का तीसरी पारी की भी शुरूआत हो चुकी थी। वहीं इनके कार्यो को लेकर कई अनिमियता भी सामने आयी। थाना पटना के प्रभारी सौरव द्विवेदी का तबादला भले ही पुलिस अधीक्षक द्वारा रक्षित केंद्र बैकुंठपुर कर दिया गया था लेकिन उनकी मंशा बिल्कुल भी पटना छोड़ने की नहीं दिख रही थी और यह पूरी तरह आश्वस्त थे कि उनका तबादला रुक जाएगा वैसे थाना पटना के निवर्तमान थाना प्रभारी के पटना कार्यकाल के दौरान उनकी कार्यप्रणाली काफी चर्चित रही और उनकी लगातार शिकायतें भी होती रहीं हैं और उनके ऊपर कई बार आरोप भी लग चुके हैं बावजूद उन्होंने लगभग दो वर्ष से ज्यादा का समय थाना पटना में प्रभारी बनकर व्यतीत किया और अब, जब तबादला हुआ भी तो उनकी मंशा थाना छोड़कर जाने की नहीं थी आखिर ऐसा क्या है उनके लिये यहां की जिसकी वजह से वह थाना नहीं छोड़ना चाहते थे।
बेहतर पुलिससिंग के लिए एसपी ने की थाना प्रभारी की छुट्टी
थाना प्रभारी के कार्यकाल में तीन एसपी बदल गये पर नहीं बदल पा रहे थे तो पटना के थाना प्रभारी आखिर चौथे एसपी ने पटना थाना से की छुट्टी हांलाकि जनमानस में ऐसा चर्चा था कि वर्तमान पुलिस अधीक्षक ही पटना क्षेत्र में बेहतर पुलिसिंग की व्यवस्था सुदृढ करेंगे। ऐसी व्यवस्था के तहत भी आखिरकार थाना प्रभारी को विवशता के साथ अब लाईन में ड्यूटी देनी होगी परंतु इनके इतने दिनों तक रहने से इस क्षेत्र के कोल माफिआयों व चोरों में पुलिस को लेकर भय नहीं रहा था क्योंकि इनके रहते अवैध कारोबार में संलिप्त लोग थाना में उठना बैठना रहता था जिसे पूर्व के पुलिस अधीक्षको ने नजरअंदाज किया था जिस वजह से पुलिसिंग बेहतर न होकर माफिआयों के लिये बेहतर हो गयी थी पर यही वर्तमान पुलिस अधीक्षक को बिलकुल पसंद नहीं जिस वजह से पुलिस अधीक्षक ने संभलने का मौका तो भरपुर दिया पर नहीं संभलने पर थानेदार पद से छुट्टी की।
थाना प्रभारी क्यों नहीं छोड़ड़ना चाहते थे थाना का प्रभार,क्या कोयला तस्करी था वजह या फिर कुछ और
सूत्रों के अनुसार थाना प्रभारी को पटना थाना क्षेत्र में होने वाले कोयला तस्करी का दो वर्ष का अनुभव और उनके पूरे कार्यकाल में जमकर कोयला की तस्करी भी हुई और इस सीजन के कोयला तस्करी का समय आरंभ हो चुका है और वह सीजन बाद ही थाने का प्रभार छोड़ने की मंशा रखते थे। एक वजह इनकी और भी जिसे लेकर यह पूरे पटना में चर्चित थे जिसे लेकर इनकी छवि भी इस क्षेत्र में काफी धूमिल हो चली थी शायद यह भी वजह पुलिस अधीक्षक के संज्ञान रही हो। पर यह जो वजह है यह भी न जाने का मुख्य कारण हो सकता है।
नये थाने प्रभारी के लिये होगी अपने पुलिस अधीक्षक व जनता के लिये बेहतर काम करने की चुनौती
पुलिस अधीक्षक कोरिया त्रिलोक बंसल ने सबसे संवेदनशील थाना पटना के प्रभार को बदलकर बेहतर पुलिसिंग के लिए पटना थाना का प्रभार संदीप सिंह को देते हुये एक बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है ताकि न्याय की पहली सीढ़ी में किसी भी प्रकार का भेदभाव न हो और अवैध गतिविधि में अंकुश लग सके। निर्वतमान थानेदार के कार्य अंदाज और कागजी लेखन में हमेशा से संदेह पैदा करने वाली स्थिति का बोध होता था और इनके रहते जहां अवैध कार्यो में रोक लगनी थी पर इनके संरक्षण में फल फूल रहे थे। अब देखना यह होगा कि नये प्रभारी को पटना थाना की दूसरी बार जिम्मेदारी मिलने पर यह अपनी जिम्मेदारी कैसे निभायेगें। पटना क्षेत्र की जनता को इनसे काफी उम्मीद है कि इनके आने से बेहतर पुलिसिंग की शुरूआत होगी और अवैध कामों में लगाम लगेगी।


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