, री-टोटलिग करवाने पर 88 हुए,माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की लापरवाही से तीन महीने सदमे मे रही स्टूडेट
राजसमद, 23 सितम्बर 2022। बारहवी की उत्तर पुस्तिका की जाच मे माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की बड़ी लापरवाही सामने आई है। कॉपी जाचने वाले की वजह से छात्रा को रिजल्ट आने तक पूरे तीन महीने सदमे मे रहना पड़ा। मामला राजसमद जिले मे भीम स्थित मॉडर्न राज पब्लिक स्कूल मे पढ़ने वाली छात्रा भाग्यश्री बड़ोला का है।
जानकारी के अनुसार राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अजमेर की ओर से इस साल जारी किए गए बारहवी कक्षा के रिजल्ट मे राजसमद जिले मे एक छात्रा के इग्लिश मे मात्र 38 अक आए थे, छात्रा इससे सतुष्ट नही थी और उसने री-काउटिग के लिए आवेदन कर दिया। दोबारा परिणाम आया तो उसके 50 अक बढ़ गए और कुल 88 अक हो गए। इस दौरान छात्रा सदमे रही।
थर्ड डिविजन मिलने से सदमे मे आई छात्रा
जारी परिणाम मे इग्लिश विषय मे 80 मे से मात्र 18 अक ही दिए। प्रैक्टिकल मे 20 मे से 20 अक ही मिले। यानी 18+20=38 अक दिए गए। इस विषय मे छात्रा को थर्ड डिविजन मिला। परिणाम आने के बाद छात्रा सदमे मे आ गई। उसे 70 प्रतिशत से अधिक अक मिलने की उम्मीद थी। बेटी को सदमे मे देखकर अभिभावको ने री-टोटलिग के लिए आवेदन करवा दिया।
लड़की के पिता बोले, आखे मूदकर जाचते है कॉपिया
री टोटलिग के बाद जारी परिणाम मे छात्रा को 50 अक ज्यादा मिले। यानी अब 38+50=88 हो गए। छात्रा भाग्यश्री ने बताया कि उसने कक्षा दसवी मे 90 प्रतिशत अक हासिल किए थे। बारहवी मे इतने कम अक आने पर वो सदमे मे चली गई थी।
भाग्यश्री के पिता अरुण बड़ोला कहते है कि बेटी का रिजल्ट देखकर लगा कि बोर्ड ने आखे मूद कर कॉपिया जाची जाती है। इससे हर साल जाने कितने बच्चो का भविष्य खराब होता होगा। व्यवस्था मे सुधार नही किया गया तो परीक्षार्थियो का बोर्ड परीक्षाओ से भरोसा उठ जाएगा।
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