- भाजपा की मदद नहीं मिलने से भी आंदोलन हुआ कमजोर,नहीं जुट सकी अधिक संख्या।
- मुख्यमंत्री के वापस जाने तक आंदोलनकारियों को रहना पड़ड़ा पुलिस थाने में,धरना स्थल पर तैनात रही पुलिस फोर्स।
- आंदोलन कुचलने पुलिस ने दर्ज की झूठी प्राथमिकी,प्रार्थी खुद खोजकर दर्ज की प्राथमिकी।
- नवीन जिला एमसीबी के जिला मुख्यालय उद्घाटन दिवस पर चिरमिरी में मनाया जा रहा था काला दिवस।
- भाजपा ने भी आंदोलन से बनाये रखी दूरी,भाजपाई राष्ट्रीय अध्यक्ष के आगमन पर पहुंचे थे राजधानी।
-रवि सिंह-
बैकुण्ठपुर 12 सितम्बर 2022 (घटती-घटना)। एमसीबी नवीन जिले के जिला मुख्यालय उद्घाटन दिवस चिरमिरी नगरनिगम क्षेत्र में काला दिवस मनाया जाएगा, यह चिरमिरी जिला बनाओ संघर्ष समिति का आह्वान प्रशासन ने सफल नहीं होने दिया और एक दिन पूर्व ही पुलिस फोर्स के सहारे चिरमिरी को छावनी में तब्दील कर पूरे विरोध प्रदर्शन को प्रशासन ने कुचल दिया। किसी तरह कुछ लोग जिनकी संख्या सैकड़ों में थी जैसा कि बताया जा रहा है किसी तरह आंदोलन स्थल पर पहुंचे और उन्हें पहुंचते ही पुलिस ने जबरन उठा लिया और पुलिस थाने ले गई, पुलिस थाने ले जाकर आंदोलनकारियों पर प्राथमिकी दर्ज की गई और झूठे प्रार्थी खोजकर पुलिस ने आंदोलनकारियों पर प्राथमिकी दर्ज कर उन्हें तब तक पुलिस थाने में बिठाए रखा जबतक की मुख्यमंत्री जिले से प्रस्थान नही कर गए। बता दें कि जबसे कोरिया जिले से पृथक होकर नवीन एमसीबी जिले का गठन हुआ है खासकर घोषणा हुई है चिरमिरी नगरनिगम में चिरमिरी को जिला मुख्यालय बनाया जाए इसको लेकर आंदोलन जारी है, आंदोलन करने वाले चिरमिरी नगरनिगम के लोगों का कहना है कि चिरमिरी सदैव राजस्व प्रदान करने में अग्रणी रहा है और अब बंद होती कोयला खदानों की वजह से चिरमिरी पलायन का दंश झेल रहा है। चिरमिरी से पलायन रोकने के लिए ही जिला मुख्यालय की मांग चिरमिरी वासी कर रहें हैं और जिससे पलायन रुकेगा यह उनकी मांग है। मनेंद्रगढ़ में जिला मुख्यालय की घोषणा के बाद ही चिरमिरी में जिला उद्घाटन दिवस काला दिवस मनाने का विरोध स्वरूप चिरमिरी जिला बनाओ संघर्ष समिति का आह्वान था और जिसको प्रशासन ने कुचल दिया। चिरमिरी जिला बनाओ संघर्ष समिति के साथ पूर्व में खड़ी भाजपा भी इसबार आंदोलन से दूरी बनाए रखी और उक्त दिवस भाजपाई रायपुर रास्ट्रीय अध्यक्ष के कार्यक्रम में शिरकत करते नजर आए। कुल मिलाकर चिरमिरी जिला बनाओ संघर्ष समिति के साथ न तो वर्तमान विधायक नजर आए न पूर्व विधायक ही नजर आए । चिरमिरी के अस्तित्व के लिए लड़ने वालों ने फिर भी हिम्मत नहीं हारी और उन्होंने प्रशासन की सख्ती के बाद भी आंदोलन स्थल तक जाने का प्रयास किया और उनकी गिरफ्तारी हुई। चिरमिरी को वर्तमान विधायक ने जिला चिकित्सालय की सौगात दिलाई जरूर लेकिन चिरमिरी वासी उससे संतुष्ट हुए हों लगा नहीं। चिरमिरी के निवासी मनेंद्रगढ़ विधायक ने चिरमिरी में जिला मुख्यालय का बिल्कुल भी प्रयास नहीं किया यह उनके उद्बोधन से भी स्पष्ट हुआ और जिसको लेकर भी चिरमिरी में नाराजगी है ऐसा भी देखने को मिला। चिरमिरी के अस्तित्व के लिए लड़ रहे आंदोलनकारियों का कहना है कि भले ही प्रशासन ने उनके आंदोलन को फिलहाल कुचल दिया है लेकिन वह हार मानने वाले नहीं हैं और अभी आंदोलन स्थगित किया गया है समाप्त नहीं।