बैकुण्ठपुर@रमन सिंह को जिला के उद्घाटन अवसर पर आमंत्रित करने कांग्रेस प्रवक्ता सौरव मिश्रा ने ओएसडी को लिखा पत्र

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मनेंद्रगढ़ जिले के गठन में बाधक रहे पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह को जिले के उद्घाटन में विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित करें जिला प्रशासनःसौरव मिश्रा
-संवाददाता-

बैकुण्ठपुर 08 सितम्बर 2022 (घटती-घटना)। जिला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता सौरव मिश्रा ने मनेंद्रगढ़- चिरमिरी- भरतपुर के उद्घाटन अवसर पर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमन सिंह को विशेष अतिथि के रुप में आमंत्रित करने के लिए पत्र लिखकर प्रदेश की राजनिति में भूचाल ला दिया है। जिला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता सौरव मिश्रा ने नवगठित जिला मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर के विषेश कर्तव्यस्थ अधिकारी को पत्र लिखकर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमन सिंह को नवगठित मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले के उद्घाटन अवसर पर आमंत्रित करने की मांग की है साथ ही उन्होने पत्र में लिखा है कि 15 वर्षों तक मुख्यमंत्री रहते हुए, कोरिया जिले को गोद लेकर विकलांग बनाने वाले, मनेंद्रगढ़ जिले के गठन में बाधक बनने वाले रमन सिंह को विशेष अतिथि के रुप में जिला प्रशासन आमंत्रित करें। ताकि रमन सिंह देख सकें कि किस तरह वो विकास में बाधक बनकर, मनेंद्रगढ़ जिले के गठन में रोड़ा बनकर, लाखों वक्तियों के 40 वर्षों के पुराने सपनों को मारने का काम कर रहे थे, वह सपना आज कांग्रेस की सरकार में प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की दृढ़ इच्छाशक्ति एवं मनेंद्रगढ़ विधानसभा के विधायक डॉ विनय जायसवाल के जुझारू पन एवं संघर्ष के दम पर पूरा हो गया है। साथ ही जिला प्रवक्ता ने पत्र के माध्यम से आग्रह किया है कि पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह को विशेष अतिथि बनकर आना चाहिए और देखना चाहिए कि आज लाखों आखों में खुशी के आशु है, जिस जिले के मांग को भाजपा सरकार ने सपने जैसा बना दिया था उसे भी हकीकत में बदल कर रख देने का माद्दा केवल कांग्रेस सरकार में है। मिश्रा ने आगे कहा कि भाजपा सरकार में भाजपा के दोनो पूर्व विधायक जो जिले का ज शब्द भी कभी पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के सामने नहीं बोल पाए, आज वो इस इस्तिथि में है कि ना तो वो जिले का विरोध कर पा रहे है ना ही समर्थन क्योंकि उनको पता है कि कांग्रेस सरकार ने जिला का गठन करके क्षेत्र को विकास के नई ऊंचाईयों तक जाने का जो मौका दिया है इससे नवगठित जिले में भाजपा का अस्तित्व ही संकट में पड़ जाएगा, इसलिए भाजपा पार्टी के नेता विपक्ष की कुछ अन्य छोटी मोटी पार्टियों के नेताओं के साथ मिलकर कभी जिला मुख्यालय के नाम पर कभी किसी अन्य मुद्दे पर लोगों को भड़काना चाहते है, शायद विपक्ष के नेता यह भूल गए है कि जनता अपने आंखों से देख रही है भाजपा की सरकार 15 सालों में जो नहीं कर पाई वह कांग्रेस की सरकार ने 5 साल में कर दिया, इसलिए इस तरीके की राजनीतिक प्रोपेगेंडा से विपक्ष के नेताओं को कोई फायदा होने वाला नहीं है।


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