नई दिल्ली@भारत-बागलादेश मे 7 समझौतो पर हस्ताक्षर

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समग्र आर्थिक साझीदारी करार पर चर्चा शुरू करेगे भारत बगलादेश
बगलादेश भारत का सबसे बड़ा विकास साझीदार: मोदी
नई दिल्ली, 06 सितम्बर 2022।
भारत एव बगलादेश ने क्षेत्रीय एव वैश्विक भूराजनीतिक घटनाक्रमो की समीक्षा करते हुए अपनी अर्थव्यवस्थाओ को और मजबूत बनाने के सकल्प के साथ सीमा पर व्यापारिक सुविधाओ एव ढाचो को सुदृढ़ करने और समग्र आर्थिक साझीदारी करार (सीपा) पर बातचीत शुरू करने का आज फैसला किया। प्रधानमत्री नरेन्द्र मोदी और भारत यात्रा पर आई बगलादेश की प्रधानमत्री श्रीमती शेख हसीना के बीच आज यहा हैदराबाद हाउस मे हुई द्विपक्षीय शिखर बैठक मे परस्पर सहयोग को मजबूत बनाने के लिए अनेक फैसले लिए गए और इस सबध मे सात समझौतो पर हस्ताक्षर किए गए। जिन समझौतो पर हस्ताक्षर किये जिनमे कुशियारा नदी के जल के बटवारे एव साझा उपयोग को लेकर, बगलादेश रेलवे के अधिकारियो को प्रशिक्षण प्रदान करने, बगलादेश रेलवे को मालवहन समेत विभिन्न क्षेत्रो मे आईटी एप्लीकेशन के उपयोग मे सहयोग, बगलादेश के न्यायिक अधिकारियो की क्षमता निर्माण मे सहयोग, विज्ञान एव तकनीक के अनुसधान मे सहयोग, अतरिक्ष क्षेत्र मे सहयोग तथा प्रसार भारती एव बगलादेश टेलीविजन के बीच प्रसारण सबधी सहयोग के सहयोग के करार शामिल है। इसके बाद दोनो देशो के बीच विकास साझीदारी की परियोजनाओ को एक फिल्म का भी प्रदर्शन किया गया। इसके बाद बगलादेश की प्रधानमत्री ने मोदी को भारत एव बगलादेश के बीच राजनयिक सबधो की स्वर्ण जयती के अवसर पर प्रकाशित एक पुस्तक भेट की।
सोमवार को भारत की चार दिन की यात्रा पर यहा पहुची हसीना का सुबह राष्ट्रपति भवन के प्रागण मे रस्मी स्वागत किया गया। उन्होने तीनो सेनाओ की एक सयुक्त टुकड़ी की सलामी गारद का निरीक्षण किया। इसके बाद हसीना राजघाट गई, जहा उन्होने राष्ट्रपिता महात्मा गाधी की समाधि पर श्रद्धासुमन अर्पित किए। पूर्वाह्न 11 बजे हैदराबाद हाउस पहुची जहा मोदी ने उनका स्वागत किया।
पहले दोनो नेताओ के बीच एकात मे बातचीत हुई और फिर प्रतिनिधिमडल स्तर की बैठक शुरू हुई। मोदी ने अपने प्रेस वक्तव्य मे कहा कि पिछले वर्ष हमने बगलादेश की स्वतत्रता की 50वी वर्षगाठ, हमारे राजनयिक सबधो की स्वर्ण जयती और बगबधु शेख मुजीबुर रहमान की जन्म शताबदी को एक साथ मनाया था। पिछले वर्ष 6 दिसबर को हमने पहला ‘मैत्री दिवस भी साथ मिलकर पूरी दुनिया मे मनाया। उन्होने कहा, प्रधानमत्री शेख हसीना की यात्रा हमारी आज़ादी के अमृत महोत्सव के दौरान हो रही है। और मुझे पूरा विश्वास है कि अगले 25 सालो के अमृत काल मे भारत-बाग्लोदश मित्रता नई ऊचाइया छूएगी।

उन्होने कहा कि आज बगलादेश भारत का सबसे बड़ा विकास साझीदार और क्षेत्र मे हमारा सबसे बड़ा व्यापारिक साझीदार है। हमारे घनिष्ठ सास्कृतिक और दोनो देशो की जनता के बीच सबधो मे भी निरतर वृद्धि हुई है। उन्होने कहा, आज हमने द्विपक्षीय, क्षेत्रीय एव अतरराष्ट्रीय मसलो का व्यापक विचार मथन किया। हमने कोविड महामारी एव हाल के अतरराष्ट्रीय घटनाक्रम से सीखा है कि हमे अपनी अर्थव्यवस्थाओ को और मजबूत बनाना होगा। सीमा पर व्यापारिक सुविधाओ के ढाचे को सुदृढ़ किया जाए तो हमारी अर्थव्यवस्थाए एक दूसरे से और जुड़ेगी और हम एक दूसरे का अधिक सहयोग कर पाएगे। मोदी ने कहा कि भारत एव बगलादेश के बीच समग्र आर्थिक साझीदारी करार (सीपा) पर शीघ्र चर्चा शुरू करने का फैसला लिया गया है। उन्होने कहा कि बैठक मे हमने आईटी, अतरिक्ष और परमाणु ऊर्जा जैसे क्षेत्रो मे भी सहयोग बढ़ाने का निश्चय किया, जो हमारी युवा पीढिय़ो के लिए रूचि रखते है। हम जलवायु परिवर्तन और सुदरबन जैसी साझा धरोहर को सरक्षित रखने पर भी सहयोग जारी रखेगे। उन्होने ऊर्जा क्षेत्र मे भी सहयोग बढ़ाने की बात कही और रेलवे के क्षेत्र मे परस्पर सहयोग की परियोजनाओ मे प्रगति पर सतोष व्यक्त किया।
उन्होने कहा, ऐसी 54 नदिया है जो भारत-बाग्लादेश सीमा से गुजऱती है, और सदियो से दोनो देशो के लोगो की आजीविका से जुड़ी रही है। ये नदिया, इनके बारे मे लोक-कहानिया, लोक-गीत, हमारी साझा सास्कृतिक विरासत के भी साक्षी रहे है। आज हमने कुशियारा नदी से जल बटवारे पर एक महत्वपूर्ण समझौते पर हस्ताक्षर किए है। इससे भारत मे दक्षिणी असम और बाग्लादेश मे सिलहट क्षेत्र को लाभ होगा। मोदी ने कहा कि आज हमने आतकवाद और कट्टरवाद के खिलाफ सहयोग पर भी जोर दिया। 1971 की भावना को जीवत रखने के लिए भी यह बहुत आवश्यक है कि हम ऐसी शक्तियो का मिल कर मुकाबला करे, जो हमारे आपसी विश्वास पर आघात करना चाहती है। हसीना ने अपने वक्तव्य मे कहा कि उन्हे भारत की आज़ादी के अमृतकाल मे दिल्ली आने पर बहुत खुशी हो रही है। उन्होने अगले 25 वर्ष के अमृतकाल मे भारत के आत्मनिर्भर बनने की कामना की और कहा कि आज की बैठक सार्थक एव फलदायक रही है जिसके परिणामो से दोनो देशो की जनता को लाभ होगा। उन्होने बगलादेश मुक्ति सग्राम मे भारत के योगदान को याद करते हुए कहा कि बीते पाच दशको मे भारत एव बगलादेश ने अपने सबधो मे तमाम जटिल मुद्दो का मैत्री एव सहयोग की भावना से परस्पर सतोषजनक ढग से समाधान किया और आज सुरक्षा, कनेक्टिविटी, व्यापार एव निवेश, जल प्रबधन, सुरक्षा आदि मुद्दो पर हम प्रभावी सहयोग कर रहे है।

उन्होने कहा कि आज भारत बगलादेश के सबध, पड़ोसी देशो के साथ कूटनीति के मामले मे विश्व मे एक अनूठा रोल मॉडल बन चुके है। श्रीमती हसीना ने कुशियारा नदी जल बटवारे को लेकर समझौते पर भारत का आभार जताते हुए कहा कि उन्हे उम्मीद है कि अन्य नदियो के जल के उपयोग को लेकर परस्पर सतोषजनक समाधान निकल आएगा। विदेश मत्री एस जयशकर ने कल शाम उनसे शिष्टाचार भेट की थी। हसीना ने कल शाम को हजऱत निजामुद्दीन औलिया की दरगाह पर जयि़ारत की थी। बगलादेश की प्रधानमत्री शेख हसीना ने भारत एव बगलादेश के बीच अटूट एव प्रगाढ़ सबधो का गर्व व्यक्त करते हुए आज कहा कि बगलादेश मुक्ति सग्राम मे भारत के योगदान को उनका देश कभी भुला नही सकता है और इसीलिए उन्हे हर बार भारत आने पर बहुत खुशी होती है। हसीना ने यहा राष्ट्रपति भवन के प्रागण मे रस्मी स्वागत के बाद मीडिया से सक्षिप्त सवाद मे यह टिप्पणी की। उन्होने कहा, भारत हमारा मित्र है। मै जब भी यहा आती हू तो मुझे बहुत खुशी होती है क्योकि बगलादेश के मुक्ति सग्राम मे भारत ने जो योगदान किया, उसे हमेशा याद करते है। हमारे बीच मैत्री सबध है और हम एक दूसरे के साथ विभिन्न क्षेत्रो मे सहयोग कर रहे है।


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