- कोरिया बचाव मंच के संघर्ष को मिली सफलता,बचरा पोड़ड़ी व 36 गांव कोरिया में शामिल,जारी हुआ राजपत्र।
- कोरिया के अस्तित्व को बचाने के लिए स्थानीय विधायक भी डटी रहीं रायपुर में।
- कोरिया को भले ही 2 ब्लॉक से संतुष्ट होना पड़ेगा पर 36 गांव का जुड़ना संघर्ष की देन है।
- पूरा न्याय नहीं तो पूरा अन्याय भी नहीं जिले विभाजन में उत्पन्न समस्या को शांत करने का प्रयास।
-रवि सिंह-
बैकुण्ठपुर,30 अगस्त 2022 (घटती-घटना)। कोरिया विभाजन से बना नया जिला एमसीबी की घोषणा होते ही कई प्रकार की विवाद की स्थिति उत्पन्न हो गई थी, इस जिले के बनने से जहां हर्ष का माहौल होना था वहां पूरा माहौल ही विरोध का हो गया था, विरोध भी तरह-तरह के देखे गए थे कोरिया बचाओ मंच का विरोध थकी कोरिया के साथ अन्याय हो रहा है, चिरमिरी की बनी हुई समिति का विरोध था कि मुख्यालय चिरमिरी में नहीं बन रहा, वहीं जिला विभाजन के बाद भी जनकपुर की समस्या वही की वही रहे सिर्फ लाभ राजनीति हो गया।
कोरिया जिला विभाजन के बाद बचरापोड़ी क्षेत्र को लेकर आज संशय दूर हो गया। पहले इसके एमसीबी जिला में शामिल होने के कयास लगाए जा रहे थे, लेकिन आज राज्य सरकार द्वारा जारी राजपत्र में नवीन तहसील बचरा पोड़ी के 15 हल्का पटवारी के 36 गांव अब कोरिया जिला में शामिल रहने की अधिसूचना जारी हो गई। इसके साथ ही कोरिया की पहचान कोड़ियागढ़ पहाड़ भी कोरिया में रहेगा। कोरिया बचाव मंच ने इसके बावत सौ दिन से भी ज्यादा अनवरत अनशन किया। मंच के संस्थापक शैलेष शिवहरे, विजय सिंह ठाकुर, पण्डित अनिल शर्मा, मेवालाल नेटी, बसन्त राय सहित अनेक लोगों ने इसके लिए मुख्यमंत्री लेकर राज्यपाल व यहां तक कि हाईकोर्ट का भी दरवाजा खटखटाया। दावा-आपत्ति में भी हजारों की संख्या में आपत्ति लगाई गई। जिसका रिजल्ट आज सामने हैं। वही स्थानीय विधायक अम्बिका सिंहदेव ने बचरपोड़ी को नई तहसील बनवा कर इन 36 ग्रामों को कोरिया में शामिल करवाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा दिया। बताया जाता है कि इसके लिए वह कई दिनों तक रायपुर में डटी भी रहीं।
बचरपोड़ी तहसील का यह होगा स्वरूप
राजस्व निरीक्षक मंडल पोड़ी के पटवारी हल्का क्र. 23, 24, 25, 28, 29, 30, 31, 32 एवं 33 के कुल 23 ग्राम:, राजस्व निरीक्षक मंडल रतनपुर के पटवारी हल्का क्र. 26 एवं 27 के कुल 104 ग्राम, राजस्व निरीक्षक मंडल खडगवा के पटवारी हल्का क्र. 19 एवं 20 के कुल 05 ग्राम, राजस्व निरीक्षक मंडल उधनापुर हल्का क्र. 21 एवं 22 के कुल 04 ग्राम, अतः कुल 15 पटवारी हल्का के 36 ग्राम नवीन तहसील पोडी (बचरा) में शामिल होंगे।
पुराने जिले के पास दो ब्लॉक,नये जिले के पास तीन ब्लॉक
जिस जिले से विभाजित होकर नया जिला बना उसके पास तीन ब्लॉक होंगे, वही पुराने ने जिले को दो ब्लॉक से ही संतुष्ट होना पड़ेगा, कुछ ऐसी स्थिति तहसील की भी है और कुछ यही हाल थाना क्षेत्र का भी है, पुराने जिले में चार थाना ही रहेगा जबकि बाकी आठ थाने नए जिले में रहेगा 36 गांव जुड़ने से थोड़ा कोरिया को राहत है पर इतनी भी राहत नहीं है जितनी इस पुराने जिले में होनी चाहिए था पर जहां ना था वहां पर हां होना ही संघर्ष की जीत मानी जा रही है।
2 जिले में तीन विधायक दो कलेक्टर एक दूसरे पर करेंगे हुकूमत
कोरिया जिले का भले ही विभाजन हो गया हो पर इस कोरिया से बने 2 जिलों में जहां वर्तमान में 3 विधायक होंगे 2 एसपी होंगे, दो कलेक्टर होंगे पर सब एक-दूसरे के विधानसभा के एक दूसरे जिले से जुड़े होने की वजह से 2 कलेक्टरों पर अपनी हुकूमत चलाएंगे, वह हुकूमत कैसी होगी इसे ऐसे समझा जा सकता है, सोनहत भले ही कोरिया जिले में आएगा पर विधानसभा क्षेत्र भरतपुर सोनहत रहेगा जहां के विधायक सोनहत क्षेत्र के लिए कोरिया कलेक्टर के संपर्क में रहेंगे, कुछ ऐसा ही मनेन्द्रगढ़ विधायक का होगा क्योंकि उनका विधानसभा भले ही मनेन्द्रगढ़ रहेगा, पर उनके विधानसभा का क्षेत्र कोरिया जिले आएगा, जिन के कामों को लेकर मनेन्द्रगढ़ विधायक को भी कोरिया के विधायक पर हुकूमत करनी होगी, कुछ ऐसा ही हाल बैकुन्ठपुर विधायक का भी रहेगा क्योंकि इनका विधानसभा भले ही बैकुंठपुर रहेगा पर इनके क्षेत्र भी नए जिले में आएगा।