कोरोना व कर्वधा मामला के मद्देनजर मुस्लिम धर्मावलंबियों के फैसले पर नहीं निकला जुलुस
रवि सिंह-
बैकु΄ठपुर 19 अक्टूबर 2021 (घटती-घटना)। मुस्लिम समुदाय के फैसले पर इस वर्ष भी जुलूस नहीं निकाला गया। इस्लामिक साल के रबी अव्वल माह की 12 तारीख को हजरत मोहम्मद सल्ल, अलैही व-सल्लम की पैदाइश का जश्न मनाया जाता है। मुस्लिम धर्मावलंबियों ने मंगलवार को ईद-मिलादुन्नबी पैगंबर इस्लाम का जन्म दिन कोरोना गाईडलाईन का पालन करते हुये सादगी व सौहार्द्र के साथ मनाया।
ईद मिलादुन्नबी का जश्न अहले सुबह फज नमाज के बाद शुरू हुआ। वहीं सलातो सलाम पेश किये गये. समाज व देश में कोरोना खत्म हो, समाज की तरक्की व खुशहाली के लिए दुआएं मांगी गयी। कई जगह कुरआन खानी, मिलाद शरीफ की महफिले हुई। सुबह से ही मुस्लिम मुहल्लों में नात बज रहे थे, मुबारक हो मुबारक हो जश्ने ईद मिलादुन्नबी…, मेरे सरकार आये हैं… पत्ती-पत्ती फूल-फूल, या रसुल या रसुल…, हर गली महकती है, हर मकां महकता है, कौन आनेवाला है, कुल जहां महकता है… फिजा में गूंज रहा था. की पैदाइश का जश्न मनाया जाता है। मुस्लिम घरों में मुस्लिम झण्डे, फताका सजी रही। मुस्लिम भाइयों को मोबाइल पर मैसेज भेज कर ईद मिलादुन्नबी की बधाई और शुभकामनाएं मिलती रही। हिन्दू भी मुस्लिम समुदाय के लोगों को ईद-मिलादुन्नबी पर मुबारकबाद देते भाईचारे की मिसाल प्रस्तुत की। इस अवसर पर मंगलवार की रात मस्जिद और घरों को सजाया गया। मस्जिद और घर रोशनी से जगमग रहे। ज्यादातर लोगों ने अपने घरों में ही इबादत की। कोयलाचंल क्षेत्र पाण्डवारा, कटकोना के साथ पटना, टेंगनी के मस्जिदों में नमाज अदा के लिये लोग ईकट्ठा हुये और एक दूसरे को मुबारकबाद दी।
पटना मस्जिद के सदर मो. खलिल खान ने बताया कि कर्वधा और कोरोना महामारी के चलते हमने इस वर्ष जुलुसे-आम नहीं रखा। अलैही व-सल्लम की जन्म का जश्न शांति, सौहार्द और भाईचारे से मनाने की अपील की थी। पांडवपारा जामा मस्जिद के मौलवी सिराजुद्दीन ने कहा कि पैगम्बर ए इस्लाम नबी ए करीम पूरे आलम के लिए रहमतुल्लिल आलमिन बन कर आए। उन्होंने नेक रास्ते पर चलने की हिदायत की। एक-दूसरे के साथ अच्छा बर्ताव करने, भाईचारे को बढ़ावा देने, महिलाओं को उनका हक व सम्मान देने का पैगाम दिया। वहीं दूसरी ओर टेंगनी गांव में पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब के जन्मदिन के मौके पर टेंगनी जामा मस्जिद के हाफिज मोहम्मद अनवर, सदर मोहम्मद साजिद खान के नेतृत्व में मस्जिद पहुंच कर देश में फैली वैश्विक महामारी कोरोना को खत्म होने के लिए दुआ मांगी गई। इस मौके पर मस्जिद में मिलाद का आयोजन हुआ। पांडवपारा मस्जिद के मौलवी मोहम्मद सिराज, सदर अनवर अली, खजांची मोहम्मद सुल्तान, जहीर खान शाकिर अली, डॉक्टर सलीम अंसारी, मोहम्मद मुबारक, आजाद खान, औरंगजेब, कलीम अंसारी, सुल्तान हुसैन, साबित अली आदि ने ईद मिलादुनन्नबी की मुबारबाद प्रेषित की।