सूरजपुर , 27 अगस्त 2022 (घटती-घटना)। समाज को ज्ञान की मुख्यधारा से जोड़ने वाली ज्ञान की मन्दिर प्रशासनिक उदासीनता की वजह से आज अपनी बदहाली पर आंसू बहाती नजर रही है। यहां से वर्षों से लेकर अब तक न जाने कितने लोग अधिकारी बन गए और न जाने कितने लोग समाज के अन्य कार्यों में अपनी सहभागिता निभा रहे हैं लेकिन आज की स्थिति में उक्त ज्ञान की मन्दिर काफी जर्जर हो चुकी है। जर्जर भवन में अब मासूम बच्चे बैठकर अपनी जान को जोखिम में डालकर अपना भविष्य गढ़ने मजबूर हैं। गौरतलब है कि सूरजपुर ब्लाक अंतर्गत वर्षों पूर्व से संचालित शासकीय प्राथमिक शाला चोपड़ा स्कूल बिश्रामपुर का भवन इनदिनों प्रशासनिक उदासीनता व देखरेख के अभाव में काफी जर्जर हो चुका है। यहां पढ़ने वाले बच्चे अपनी जान को जोखिम में डालकर अपना भविष्य संवारने का प्रयास कर रहे हैं। मजे की बात तो यह है कि उक्त स्कूल भवन की स्थिति काफी जर्जर होने के बाद भी अधिकारियों के सतत मॉनिटरिंग व उदासीनता की वजह से मरम्मत कार्य हेतु किसी ने भी ध्यान देना उचित नहीं समझा है। आलम यह है कि स्कूल के छज्जे जगह-जगह से गिर रहे हैं और बारिश का पानी विद्यालय के अंदर रिसने लग रहा है। ऐसी स्थिति में बच्चों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। यहां पर स्कूल भवन काफी जर्जर होने की वजह से बाजू के एक रूम में तीन क्लास लगाए जा रहे हैं, जिससे बच्चों को भेड़ बकरियों की तरह ठूंसकर बैठने मजबूर होना पड़ रहा है। क्षेत्रवासियों का कहना है कि यहां पर गरीबों के बच्चों की परेशानियों की ओर ध्यान देना कोई भी जिम्मेदार अधिकारी व जनप्रतिनिधि उचित नहीं समझ रहा है। कई बार व्यवस्था में सुधार हेतु मांग की जा चुकी है।
Check Also
कोरबा@ युवती पर प्राणघातक हमला
Share चाकू मारकर बदमाश फरारकोरबा,24 नवम्बर 2024 (ए)। छत्तीसगढ़ के कोरबा शहर में पूजा करने …