कुएं में पिछले वर्ष के ही मूर्तियों के पड़े थे अवशेष खबर के बाद सारे अवशेषों को निकाल कर हुई सफाई।
-रवि सिंह-
बैकुण्ठपुर 24 अगस्त 2022 (घटती-घटना)। बैकुंठपुर नगर पालिका द्वारा मूर्ति विसर्जन को लेकर वैकल्पिक व्यवस्था झुमका बांध के बगल में स्थित कुएं में बनाई गई थी जिसमें पिछले वर्ष में जितने भी मूर्ति विसर्जन किए गए सारे के अवशेष पड़े हुए थे जिसे हटाया नहीं गया था, जिस खबर को घटतीघटना ने 24 अगस्त को बड़ी प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया जिसके बाद नगर पालिका बैकुंठपुर द्वारा कुएं में पड़े मूर्तियों के अवशेष को निकलवा कर कुएं को इस बार मूर्ति विसर्जन के लिए तैयार किया, खबर का असर नींद से जागा नगर पालिका प्रशासन बैकुंठपुर साल भर बाद झुमका विसर्जन कुंड की सफाई शुरू।
ज्ञात हो की बैकुंठपुर के झुमका बांध में स्थित कुआं जिसने मूर्ति का विसर्जन किया जाता है उसकी रिटर्निंग बॉल आधी से ज्यादा गिर चुकी है उसके किनारे की मिट्टी भी धीरे धीरे धंस रही हैं जिससे किसी भी तरह की बड़ी अनहोनी होने की आशंका है, आपको बता दे की यह वही कुआं है जहां है दुर्गा पूजा, गणेश पूजा, कृष्ण पूजा, विश्वकर्मा पूजा के बाद मूर्ति का विसर्जन किया जाता है, पूर्व में बाजार पर स्थित तालाब में मूर्ति का विसर्जन किया जाता था, परंतु कुछ वर्षों से प्रशासन द्वारा बाजारपारा तलाब में मूर्ति विसर्जन ना करवा कर झुमका के बगल में स्थित कुएं में मूर्ति का विसर्जन कराया जा रहा है, लगभग 3-4 वर्षों से उस स्थान पर मूर्ति का विसर्जन किया जा रहा है, आज तक उस स्थान पर सुविधाओं का अभाव है, आपको बता दें कि ओड़गी नाका आकर के बाद झुमका बांध जाने की रोड कटती है के बाद वहां की सड़क सिंगल रोड है ना तो वहां किसी भी तरह की लाइट है ना विद्युत का खंबा है उसके बाद जिला प्रशासन एव नगर पालिका प्रशासन द्वारा मूर्ति का विसर्जन कराया जाता है साथ ही जिस में मूर्ति का विसर्जन किया जाता है वह कुआं दीवार काफी जर्जर हो चुकी है आसपास की मिट्टी भी धस रही है। जैसे कि आप सभी जानते हैं कि त्योहारों का समय शुरू हो चुका है श्री कृष्ण जी की पूजा प्रारंभ है इसके बाद गणेश पूजा दुर्गा पूजा विश्कर्मा पूजा भी होनी है सारी मूर्तियों के विसर्जन उसी कुएं में होना है पर आज दिनांक तक उस स्थान पर उस कुएं की सुध लेने वाला कोई नहीं है।