जिपं उपाध्यक्ष वेदांती तिवारी के क्षेत्र कदमनारा गांव की घटना, बेघर हुई बेवा जानकी पैकरा।
जिपं उपाध्यक्ष वेदांती तिवारी ने तहसीलदार को जल्द से जल्द मुआवजा भुगतान करने का दिया निर्देश।
बैकुण्ठपुर 23 अगस्त 2022 (घटती-घटना)। जिला मुख्यालय से 14 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम पंचायत कदमनारा में एल पी जी सिलेंडर फटने से घर के उड़े परखच्चे। घटना में कोई हताहत नहीं हुआ। यह घटना जिला पंचायत उपाध्यक्ष वेदांती तिवारी के क्षेत्र की है जिसकी सूचना मिलते ही जिला पंचायत उपाध्यक्ष वेदांती तिवारी घटनास्थल पर पहुच पीड़िता से मिल घटना की वजह पूछा, उसके घर की स्थिति को देख अफसोस जताया और पिडिता को सांत्वना दिया की आपका घर फिर से पुनः की तरह हो जाएगा, जिसके लिए तत्काल तहसीलदार को बुला उसके घर के मुआवजे बनाने को निर्देशित किया गया ताकि उसका मुआवजा जल्द से जल्द मिल सके और उसका घर पुनः के तरह हो सके। जिला पंचायत उपाध्यक्ष वेदांती तिवारी ने पिडित महिला को हरसंभव मद्दत करने की बात कही।
ज्ञात हो की सोमवार को दोपहर 1 बजे हुई घटना आपको अवगत करा दें की ब्लॉक मुख्यालय बैकुंठपुर अंतर्गत कदमनारा में निवासरत वृद्धा बेवा जानकी पैकरा जो की एक मिट्टी के छोटे से झोपड़ी में अकेली रहती थी। जिसे उज्ज्वला योजना से मुफ्त एलपीजी गैस चूल्हा मिला था। जिसका उपयोग जानकी पैकरा बहुत कम किया करती थी। वो गैस चूल्हा में खाना न बनाकर लकड़ी से खाना बनाया करती थी। परंतु सोमवार को 10 बजे उक्त वृद्धा ने उसी गैस चूल्हा में चाय बनाकर पिया और घर बंदकर रोपा लगाने चली गई। जिसके करीब 3 घंटे बाद अचानक से बंद घर में जोरदार धमाका हुआ और जिसकी गूंज ने आसपास में दहशत का माहौल निर्मित कर दिया। आसपास के घरों के छतों और छानी में उड़े झोपड़ी के गिरते एलवेस्टर सीट के टुकड़ों की आवाज ने सभी पड़ोसियों को डरा दिया सभी ने घरों से बाहर निकल कर देखा तो जानकी पैकरा के घर से धुंध उठ रहा था लोग पहुंचे तो पता चला की पूरी झोपड़ी उड़ चुकी है। बाद में पड़ोसिया द्वारा जान माल के नुकसान की तफ्तीश किया गया। घटना की खबर मीडिया तक पहुंची जिसके बाद कलेक्टर को अवगत कराया गया और प्रशासनिक अमला घटनास्थल पहुंचकर नुकसान का मुआयना किया। गैस सिलेंडर फटने से वृद्धा बेघर हो चुकी है। सरपंच द्वारा उसके रहने की वैकल्पिक व्यवस्था करने की बात कही गई। गैस सिलेंडर फटने का कारण का पता नही चल सका है। पर उक्त वृद्धा का घर और घर का समान पूरी तरह बर्बाद हो चुका है। जिसके लिए उसे शासन प्रशासन से सहयोग की अपेक्षा है।