पत्थलगांव मामले में मुख्यमंत्री की शवयात्रा निकालने की थी तैयारी…पुलिस भी थी चुस्त…शवयात्रा को पुलिस रोक पाने में हुई नाकाम…
रवि सिंह-
बैकु΄ठपुर 18 अक्टूबर 2021 (घटती-घटना)। प्रदेश में सत्ता से पंद्रह साल बाद दूर हुई भाजपा ने जिला मुख्यालय बैकुंठपुर में अपना दमखम दिखाया और पत्थलगांव मामले में मुख्यमंत्री की शवयात्रा निकालकर सरकार को बर्खास्त करने की मांग रखी। वैसे तो इस शवयात्रा को रोकने के लिए पुलिस प्रशासन मुस्तैदी से सतर्क होकर खड़ा था वहीं जबरदस्त बेरिकेटिंग भी की गई थी लेकिन फिर भी भाजयुमो कोरिया ने शवयात्रा निकालने में सफलता पाई वहीं शवयात्रा शुरू होते की मुस्तैद पुलिसकर्मियों ने पुतले को जब्त करते हुए भाजपाइयों को रोकने में सफलता प्राप्त की।
बता दें कि छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले के पत्थलगांव नगर में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान एक वाहन की चपेट में जो कि बताया जा रहा गांजा तस्करों की गाड़ी थी के द्वारा मूर्ति विसर्जन के दौरान सड़क पर पैदल चल रहे श्रद्धालुओं पर सीधे सीधे गाड़ी चढ़ा दी गई जिसमें 1 व्यक्ति की तत्काल मौत हो गई वहीं दो दर्जन से ज्यादा से लोग गम्भीर रूप से घायल हैं और इसी घटना के विरोध में भाजयुमो छत्तीसगढ़ द्वारा पूरे प्रदेश के प्रत्येक जिले में सरकार व मुख्यमंत्री के विरोध में प्रदर्शन किया जाना था वहीं मुख्यमंत्री का पुतला दहन करते हुए कानून व्यवस्था सहित हिंदुओ पर लगातार हो रहे इस तरह के हमलों के प्रति विरोध दर्ज करना था। इसी तारतम्य में कोरिया जिले के जिला मुख्यालय बैकुंठपुर में भी भाजयुमो कोरिया द्वारा यह विरोध प्रदर्शन किया गया जिसमें पुलिस के साथ भाजपाइयों की जमकर झूमाझटकी हुई।
पत्थलगांव की घटना हिंदुओ की नृशंस हत्या जैसा कृत्य
भाजयुमो प्रदेश नेतृत्व ने पत्थलगांव में हुई घटना को हिंदुओ के प्रति एक षडयंत्र बताया वहीं इसे नृशंस हत्या निरूपित करते हुए विरोध प्रदर्शन के लिए प्रदेश के समस्त जिलों का आह्वान किया,इसी तारतम्य में बैकुंठपुर में भी भाजपा जिलाध्यक्ष कृष्णबिहारी जायसवाल के मार्गदर्शन में यह विरोध प्रदर्शन आयोजित किया गया जिसमें भाजयुमो जिला कोरिया के पदाधिकारी व कार्यकर्ता सम्मिलित हुए।भाजपा कार्यालय से इस विरोध प्रदर्शन के दौरान मुख्यमंत्री की शवयात्रा निकाली गई वहीं पुलिस से झूमाझटकी के बाद पुलिस ने पुतला कुछ दूर पर जब्त कर लिया।
जनता के विरोध को दबाने पुलिस बल,जनता की सुरक्षा
के लिए पुलिस बल की कमी
बैकुंठपुर पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष शैलेष शिवहरे ने कहा आज जब जनता अपना विरोध दर्ज कर रही है सरकार पुलिस बल तैनात करके विरोध को रोकने का काम कर रही है वहीं प्रदेश की जनता की सुरक्षा भगवान भरोसे है और यह जशपुर की घटना से साबित भी हो गया। इस वर्ष नवरात्रि पर्व पर या शोभायात्रा जैसे आयोजनों में पुलिस बलों की कमी देखी गई जबकि आयोजन कम हुए और कई जगह हुए भी नहीं। वहीं उन्होंने यह भी कहा जब सुरक्षा देनी थी तब पुलिस बल की कमी थी, आज मुख्यमंत्री के पुतले को बचाने सैकड़ो पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई।
झूमाझटकी में गिरे लोग,फटे कपड़े
इस विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस के साथ झूमाझटकी जो कि मुख्यमंत्री के पुतले को छीनने की और बचाने की पुलिस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच की झड़प थी के दौरान कई भाजपाइयों के कपड़े फट गए वहीं कई लोग गिरे भी और पुलिस के द्वारा पानी फेंके जाने से भीगे भी।
हिंदुओ की नृशंस हत्या हुई पत्थलगांव में
कृष्ण बिहारी भाजपा जिलाध्यक्ष ने कहा कि पत्थलगांव की घटना हिंदुओ की नृशंस हत्या का मामला है,जशपुर जिले में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है और यह स्पष्ट हो गया है कि हिंदुओं की सुरक्षा को लेकर प्रदेश सरकार गम्भीर नहीं है इसलिए यह विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है।
मृतकों के परिवार के आश्रितों को 1 करोड़ ,घायलों को 50 लाख दिया जाय
भाजयुमो जिला महामंत्री शारदा गुप्ता ने कहा है कि प्रदेश सरकार मृतकों के परिवार के आश्रित सदस्यों को 1 करोड़ रुपये मुआवजा व घायलों को 50 लाख रुपये के मुआवजे की सरकार को घोषणा करनी चाहिए। सरकार संवेदनशील होकर राज्य की जनता के साथ न्याय करे।
छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार प्रदेश के लिए दुर्भाग्य
भाजयुमो जिलाध्यक्ष कोरिया अंचल राजवाड़े ने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार प्रदेश की जनता के लिए दुर्भाग्य बनकर आई है।
भाजपा ने दिखाई ताकत
इस विरोध प्रदर्शन के बहाने भाजपा ने अपना ताक़त दिखाया और भले ही तीसरे साल विपक्ष की भूमिका में रहते हुए पहली बार अपनी बेहतर उपस्थिति का भी एहसास दिलाया।
गांजे व अन्य मादक पदार्थों का छत्तीसगढ़ बना कॉरिडोर
नितिन राय भाजपा नेता ने कहा कि छत्तीसगढ़ गांजे सहित अन्य मादक पदार्थों का कॉरिडोर बन चुका है। जशपुर जिले से यह कारोबार संचालित भी हो रहा है और फैल भी रहा है वहीं जशपुर की तरफ से ही लाकर इसे प्रदेश भर में खपाया जा रहा है,जबकि इसको रोक पाने में कानून व्यवस्था नाकाम है।