विकासखंड सोनहत के ग्राम पंचायत केशगवा के शिकायतकर्त्ताओ का बड़ा आरोप व्यापक पैमाने पर हो रहा मनरेगा एवं अन्य कार्यों में फर्जीवाड़ा।
ग्राम पंचायत केशगवा मनरेगा एवं अन्य कार्यों में फर्जीवाड़ा एवं अनियमितता को लेकर कलेक्टर कोरिया से शिकायत,उठी जांच की मांग।
जो पार है पेंशन वह भी कर रहे मनरेगा में काम कैसे?
-रवि सिंह-
बैकुण्ठपुर 04 अगस्त 2022 (घटती-घटना)। मनरेगा में फर्जी हाजिरी का चलन काफी पुराना है जो खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है, इस बार फिर से एक बड़ी शिकायत हुई है जिसमें कई तरह के आरोप लगाए गए हैं आरोप कोरिया जिले के सोनहत विकासखंड के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत केशगवा का है जहां ग्रामीणों ने व्यापक पैमाने पर मनरेगा एवं अन्य कार्यों में फर्जीवाड़ा व अन्य अनियमितता का आरोप लगाते हुए जांच की मांग कोरिया कलेक्टर से की है, ग्रामीणों कोरिया कलेक्टर को चार पन्ने के शिकायत में 19 बिंदुओं पर अनियमितता व फर्जीवाड़े की शिकायत किया गया है यदि सारे बिंदुओं की जांच सूक्ष्मता से हो जाए तो फर्जीवाड़े की कलाई खुल जाएगी। जहां 62 से 65 वर्ष में लोग कार्यों से सेवा मुक्त हो जाते हैं वहां मनरेगा में 90 की उम्र में भी लोग काम कर रहे हैं जिन्हें पेंशन भी मिल रही है ऐसे में सवाल यह उठता है क्या 85 से 90 वर्ष के लोग भी मनरेगा जैसे कठिन काम कर सकते हैं, क्या उनका शरीर इस अवस्था में भी काम करने योग्य है ऐसे कई सवाल हैं जो मनरेगा के हाजिरी या मास्टर रोल में इन नामों को देख कर उठ रहा है।
ग्रामीणों ने विकासखण्ड सोनहत अन्तर्गत ग्राम पंचायत केशगवा में व्यापक पैमाने पर मनरेगा एवं अन्य कार्यों में फर्जीवाड़ा एवं अनियमितता की जांच एवं कार्यवाही के लिए 4 पन्ने का शिकायत कोरिया कलेक्टर को सौपते हुए शिकायत में आरोप लगया है की ग्राम पंचायत केशगवा में व्यापक पैमाने पर सुनियोजित तरीके से फर्जीवाड़ा को अंजाम देने हेतु एक परिवार में दो तीन जॉब कार्ड बनाये गये हैं, जबकि एक परिवार में एक जॉब कार्ड दिये जाने का शासन की ओर से प्रावधान है तथा प्रत्येक जॉब कार्डधारी को प्रत्येक वित्तीय वर्ष में निर्धारित कार्य दिवस का रोजगार उपलब्ध कराना है। एक परिवार में एक की जगह तीन अलग-अलग व्यक्तियों के नाम से जॉब कार्ड बनाये गये हैं। जैसे 11 उमेश कुमार / श्यामकार्तिक पुरुष 28 वर्ष, 2301 रमेश कुमार/ श्यामकार्तिक पुरुष 26 वर्ष, एवं 312 मोतीमणी / श्यामकार्तिक 38 वर्ष के नाम से तीन (03) जॉब कार्ड बनाये गये हैं जबकि एक ही परिवार के मां-बेटे सदस्य हैं। इनका 01 (एक) जॉब कार्ड जारी किया जाना था जबकि फर्जीवाड़े को अंजाम देने की मंशा से एक परिवार में 03 जॉब कार्ड फर्जी जारी किय गये है। 17 मुनिकरण्पुरूष 30 वर्ष और सदस्य श्रीमती महिला 29 वर्ष, वर्ष 2016 में जॉब कार्ड जारी किया गया है इनके द्वारा मनरेगा योजनान्तर्गत किसी कार्य में कभी भी कोई कार्य नहीं किया गया है यह बात जांच उपरांत सत्य सिद्ध होगा, इसके बावजूद फर्जीवाड़ा करते हुये मस्टर रोल में फर्जी उपस्थिति का इन्द्राज कर विभिन्न कार्यों के माध्यम से वित्तीय वर्ष 2017-18 2018-19, 2020-21 एवं 2021-22 में कुल 80219 (अस्सी हजार दो सौ उन्नीस ) रू. आहरण किया गया है जो अवैध व वसूली योग्य है। संतोष/मुनिकरण पुरूष 30 वर्ष, मंजू महिला 21 वर्ष के नाम से जॉब कार्ड जारी किया गया है, इन्होंने 2017 से वर्ष 2022 तक सभी कार्यों में लगातार मेट रहकर फर्जीवाड़ा को अंजाम दिया गया है जबकि मेट, मेटपैनल में चक्रीय पद्धति के आधार पर बदलने का प्रावधान है परंतु खुद को मेट के रूप में फर्जीवाड़ कर बनाये उखता है। इन्होंने अपने साथ अपनी पत्नी मंजू की उपस्थिति फर्जी तरीके से इन्द्राज “किया गया है इसकी पत्नी कभी भी कोई कार्य मनरेगा में नहीं की है। इनके द्वारा वर्ष 122017-18 से 2021-22 तक की स्थिति में 1,11,280 रूपये (एक लाख ग्यारह हजार दी अस्सी रूपये) संयुक्त रूप से आहरण किया गया है जो अवैध व वसूली योग्य है। 2136 बालरूप बैजनाथ पुरुष 48 सदस्य सजूकुमार 19 वर्ष एवं अन्य 4 सदस्य हैं जिसमें संजू कुमार शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान कटगोड़ी में नियमित विद्यार्थी (वेल्डर ट्रेड) होने के बावजूद वर्ष 2021 एवं 2021-22 में मस्टररोल में फर्जी हाजरी भरकर संयुक्त रूप से 34,591 रूपये (चौतीस हजार पांच सौ इक्यानबे रूपये) का आहरण किया गया है, जो अवैध व वसूली योग्य है। मोतीमणी/श्यामकार्तिक 12 इनके द्वारा बिना काम किये मस्टर रोल में फर्जी उपस्थिति का इन्द्राज कराया गया है जिसके द्वारा 2018 से 2021-22 तक 41,502 रूपये (इकतालिस हजार पांच सौ दो रुपये) का आहरण किया गया है, जो अवैध व वसूली योग्य है। जॉब कार्ड क्रमांक 301 रमेश कुमार / श्यामकार्तिक पुरुष 26 वर्ष एवं मनीषा महिला 24 वर्ष के नाम से जॉब कार्ड जारी है इनके द्वारा मनरेगा के कार्यों में कभी भी कार्य नहीं किया गया है किन्तु फर्जीवाड़ा को अंजाम देते हुए वित्तीय वर्ष 2018-19 से वर्ष 2021-22 तक की स्थिति में 88,062 रूपये (अट्ठासी हजार बासठ ) रूपये आहरण किया गया है, जो फर्जी व वसूली योग्य है। जॉब कार्ड नं 311 उमेश/श्यामकार्तिक पुरुष 28 वर्ष के नाम से जॉब कार्ड जारी है, मनरेगा के कार्यों में इनके द्वारा कोई कार्य नहीं किया गया है, इसके बावजूद वर्ष 2018-19 से 2021-22 तक की स्थिति में 73.029 (तिहत्तर हजार उन्तीस रूपये) का आहरण किया गया है जो अवैध व वसूली योग्य है। जॉब कार्ड न. 348 राम स्वरूप / अमर सिंह पुरुष 25 वर्ष सदस्य कलिता सिंह महिला 20 वर्ष के नाम से जॉब कार्ड जारी है जॉब कार्डधारी के द्वारा कभी भी मनरेगा के कार्यों में काम नहीं किया गया है इसके बावजूद राम स्वरूप एवं कलिता सिंह फर्जी हाजरी भराकर वित्तीय वर्ष 2021-22 में 22,398 रूपये (बाइस हजार तीन सौ अनठानवे) रूपये का अवैध रूप से आहरण किया गया है, जो अवैध व वसूली योग्य है। जॉब कार्ड न 112 उजित/मेरसाय पुरूष 35 वर्ष, शांति महिला 23 वर्ष, बालकुमारी महिला 26 वर्ष के नाम से जॉब कार्ड जारी है। यहां फर्जीवाड़ा कर बालकुमारी जो रामरूप की पत्नी है जो अलग परिवार से है, के नाम से 2021-22 में 27.886 रूपये (सत्ताईस हजार आठ सौ छियासी रूपये) आहरण किया गया है जो अवैध व वूसली योग्य है। साथ ही अन्य परिवार के सदस्य को स्वयं के कार्ड में दर्ज कराकर संयुक्त रूप से उजित सिंह व बालकुमारी द्वारा फर्जीवाड़ा सुनियोजित तरीके से किया गया है जबकि बालकुमारी का पति रामरूप सिंह पिता अमर सिंह भृत्य के पद पर छात्रावास घुघरा में पदस्थ है। उक्त फर्जीवाड़े पर आवश्यक उचित कार्यवाही हो। जॉब कार्ड 200 अनुमनदेव/कमलेश्वर पुरुष 22 वर्ष दुर्गावती 298 महिला 25 वर्ष के नाम से जारी है, जबकि सदस्य दुगार्वती जॉब कार्डधारी प्र.134 अमरसिंह/मेरसाय की पत्नी है और जॉब कार्ड नं. 134 की सदस्य है। दूसरी ओर अजुमन देवा जॉब कार्ड नं. 298 रजवार जाति का है, जिसमें फर्जीवाड़े को अंजाम देने हेतु अजुमनदेवा, अमर सिंह व दुर्गावती संयुक्त रूप से जिम्मेदार हैं इन पर आवश्यक उचित कार्यवाही आवश्यक है। इनके द्वारा 2018-19 से 2021-22 में कुल 30,107 रुपये (तीस हजार एक सौ सत्तर रुपये) आहरण किया गया है जो अवैध वसूली योग्य है। ग्राम पंचायत में फर्जी कार्य जैसे भूमि समतलीकरण कार्य रमेश/श्यामवती के नाम से वित्तीय वर्ष 2021-22 में स्वीकृत हुआ है जबकि रमेश/ श्यामवती नाम से कोई व्यक्ति केशगवा में निवास नहीं करता है। जांच की आवश्यकता है, जिसमें मनमाने तरीके से अवैध स्थल पर फर्जी मस्टर रोल तैयार कर 1,28,000 रूपये (एक लाख अट्ठाईस हजार रूपये) आहरण की गयी है जो अवैध व वसूली योग्य है। उक्त कार्य में जॉब कार्ड 187 उमाशंकर पुरूष पिता लालबहादुर सदस्य सोनिया महिला 30 वर्ष जारी जॉब कार्ड में सोनिया के द्वारा बिना कार्य किये वित्तीय वर्ष 2021-22 में 7,770 रूपये (सात हजार सात सौ सत्तर रुपये) फर्जी तरीके से आहरण किया गया है जो अवैध व वसूली योग्य है। ग्राम पंचायतों में अनेकों प्रकार से सक्रिय गिरोह के रूप में अलग-अलग तरीके से मनरेगा के कार्यों में फर्जीवाड़े को अंजाम दिया जा रहा है वृहद है स्तर पर जांच करने के उपरांत और भी फर्जीवाड़े के तथ्य सामने उजागर होंगे जिसमे ग्राम पंचायत के पंचायत प्रतिनिधि सरपंच सचिव रोजगार सहायक, मेट एवं स्वयं पंजीकृत मजूदर जिम्मेदार है जिनके विरुद्ध उचित अनुशासनात्मक एवं दण्डात्मक कार्यवाही किया जाकर न्यायहित में अति आवश्यक है। रमेश/श्यामकार्तिक जॉब कार्ड नं. 301 पुरुष 26 वर्ष पंजीकृत अकुशल मजदूर है जो बगैर कार्य किये ग्राम पंचायत में चल रहे मनरेगा के कार्यों में फर्जी हाजरी दर्ज कराकर अवैध राशि का भुगातन प्राप्त करता है साथ ही कुमार कंस्ट्रक्शन (मटेरियल सप्लायर) के नाम से करदाता बनकर सामग्री प्रदान कर अवैध रूप से भुगतान प्राप्त करता है, यह कृत्य फ्रॉड एवं वृहद फर्जीवाड़े को प्रदर्शित करता है, जिसके विरुद्ध उचित, सख्त दण्डात्मक एवं अनुशासनात्मक कार्यवाही आवश्यक है। ग्राम पंचायत में मनरेगा द्वारा स्वीकृत कूप निर्माण कार्य अपूर्ण व अधूरे होने के बावजूद पूर्णता प्रमाण पत्र एवं उपयोगिता प्रमाण पत्र जारी कराते हुए संपूर्ण राशि का आहरण कर लिया गया है जबकि स्थल पर कार्य अपूर्ण है जैसे भागवत पिता जगरनाथ कूप निर्माण, मेवालाल / रामप्रसाद कूप निर्माण, इत्यादि । ग्राम पंचायत में सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत् कार्यों के संबंध में जानकारी हेतु दिनांक 21/02/2022 को ग्राम पंचायत केशगवा में, दिनांक 30/03/2022 को जनपद पंचायत सोनहत में तथा 28/04/2022 को जिला पंचायत कोरिया के समक्ष आवेदन पत्र प्रस्तुत करने पर भी आज पर्यन्त तक किसी भी प्रकार की कोई जानकारी उपलब्ध नहीं हो सकी है जिसे सुनियोजित तरीके से फर्जीवाड़े को किये जाने का प्रमाण माना जा सकता है। ग्राम पंचायत में उमेश / श्यामकार्तिक, रमेश / श्यामकार्तिक, मोतीमणी / श्यामकार्तिक, मुनीकरण संतोष मुनीकरण मंजू संतोष यह सभी छः लोगग्राम में आपराधिक छवि रखते है ये सभी ग्राम के अन्य मामले में जानलेवा हमला करने के कारण हत्या के प्रयास के अपराध के अपराधी है तथा माननीय छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय बिलासपुर से जमानत पर रिहा हुए लोग हैं अतः पूरे ग्राम पंचायत में गिरोह बनाकर, डरा-धमका कर दबंगई दिखा कर सुनियोजित तरीके से वर्षों पूर्व से नरेगा एवं अन्य पंचायत के कार्यों में फर्जीवाड़े को वर्तमान स्थिति तक अंजाम दे रहे है साथ ही वित्तीय वर्ष 2022-23 में चल रहे मनरेगा के तालाब गहरीकरण एवं अन्य कार्यों में इन सब लोगों की फर्जीवाड़े की संलिप्तता जांच उपरांत उजागर हो सकेगी। इस प्रकार ये सभी मनमाने तरीके से हाजिरी इन्द्राज कर शासन के खाते से अवैध भुगतान प्राप्त कर रहे हैं। अतः इन सभी के विरूद्ध दण्डात्मक एवं अनुशासनात्मक कार्यवाही न्यायहित में आवश्यक है। उक्त आपराधिक किस्म के लोगों के रमेश, उमेश मोतीमणी की दबंगाई यहां हद पार कर दी जब ग्राम में पेयजल हेतु उपलब्ध नलकूप को तोड़ दिया गया एवं कांटेदार तार से मुख्य मार्ग को बाधित करते हुए अपने कब्जे में कर लिया गया है साथ ही पूर्व माध्यमिक विद्यालय केशगवा के बच्चों को नलजल योजना के तहत पेयजल उपलब्ध कराया गया है जिसके स्टाटर एवं पानी के पाईप को अपने स्वयं के घर एवं बाड़ी में उक्त लोगों के द्वारा अपने घर एवं बाड़ी में पानी का उपयोग किया जा रहा है एवं स्कूली बच्चों को पेयजल व्यवस्था उपलब्ध नहीं हो पा रही है। उक्त संबंध श्रीमान् अनुविभागीय दण्डाधिकारी महोदय सोनहत के समक्ष लगभग तीन माह पूर्व ग्रामीणों ने शिकायत दर्ज करायी गई थी परंतु आज पर्यन्त तक कोई कार्यवाही नहीं हो पायी है, बल्कि इन आपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्तियों के द्वारा शिकायतकर्ता ग्रामीणों को हमारा शिकायत किये हो और मैं तुम लोगों को देख लूंगा हमारा कोई कुछ नहीं कर सकता तुम लोग कहीं भी शिकायत करके देख लो इत्यादि के माध्यम से डराया धमकाया जा रहा है। मुनीकरण उम्र 30 वर्ष, श्रीमती उम्र 29 वर्ष मनरेगा कार्ड में सिर्फ फर्जीवाड़े को अंजाम देने के लिये किया गया है जबकि वास्तव में मुनीकरण लगभग उम्र 90 वर्ष एवं श्रीमती लगभग 85 वर्ष की है. साथ ही दोनों अतिवृद्ध एवं वृद्धावस्था पेंशन / निराश्रित पेंशन के हितग्राही है एवं पेंशन प्राप्त करते हैं इसके बावजूद भी फर्जीवाड़ा कर मनरेगा से अवैध धन राशि प्राप्त कर रहे हैं साथ ही विदित हो कि संतोष / मुनीकरण जो निरंतर मेट के रूप में ग्राम पंचायत के कार्यों में फर्जीवाड़ा को अंजाम दे रहा है वह मुनीकरण एवं श्रीमती का पुत्र है एवं इस नाते अपने मां-बाप का बिना कार्य किये मनरेगा के मस्टररोल में उपस्थिति दर्ज कर राशि आहरण कराता है। दूसरी ओर ग्राम पंचायत में अन्य मजदूर जो पंजीकृत है और कार्य करने के इच्छुक हैं एवं क्षमता, दक्षता रखते हैं उन्हें अलग-अलग कारण बता कर उन्हें कार्य उपलब्ध नहीं कराया जाता है इस प्रकार बहुत बड़ा जन समुदाय मजदूर वर्ग को कार्य से वंचित कर दिया जा रहा है।
जिस पर ग्रामीणों ने कलेक्टर कोरिया से अनुरोध किया है की उक्तानुसार तथ्यों के आधार पर ग्राम पंचायत केशगवां के मनरेगा कार्यों में व्याप्त भ्रष्टाचार, अनियमितता की समुचित जांच कराते हुये पाये गये दोषी पंजीकृत मजदूर, मेट, सरपंच, सचिव, अधिकारी कर्मचारी एवं पंचायत पदाधिकारियों पर उचित अनुशासनात्मक एवं दाण्डिक कार्यवाही कराने हेतुआदेशित करते हुये दुरूपयोग किये गये सम्पूर्ण धन राशि संबंधितों से वसूली कराते हुए कार्यवाही करने की दया करें।
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