सदस्यो ने दिखाई तख्तिया,वेल मे नारेबाजी,नही चली सदन की कार्यवाही
नई दिल्ली, 04 अगस्त 2022। ससद का बड़ा काम यू को नियम कानून बनाना है लेकिन राजनीति इतनी हावी होती है कि खुद के बनाए नियम परपराओ को भी बार बार तोड़ा जाता है। दो दिन पहले ही साापक्ष और विपक्ष के बीच का गतिरोध तब टूटा था जब सदन मे प्लेकार्ड दिखाने पर निलबित हुए विपक्ष के चार सदस्यो को वापस सदन मे आने की अनुमति दी गई थी।
उसी वक्त लोकसभा अध्यक्ष की ओर से यह भी चेताया गया था कि अगर कोई भी तख्तिया दिखाता है या फिर वेल मे आता है तो कार्रवाई हो सकती है। इस चेतावनी को नजरअदाज करते हुए फिर से विपक्ष के कई सदस्यो ने तख्तिया भी दिखाया और वेल मे भी उतर आए। लिहाजा सदन की कार्यवाही कई बार बाधित हुई। गुरुवार को लोकसभा मे शोर शराबे के बीच कुछ देर तो प्रश्नकाल चला लेकिन आखिरकार इसे स्थगित करना पड़ा।
दरअसल काग्रेस समेत कई विपक्षी सदस्यो की ओर से ईडी के दुरुपयोग, जीएसटी आदि को लेकर तख्तिया दिखाई गई। ऐसा करने वालो मे काग्रेस के नेता अधीर रजन चौधरी भी शामिल थे। काग्रेस, डीएमके के कई सदस्य वेल मे भी दिखे। क्षुध लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने उन्हे चेतावनी दी कि सदस्य वेल से नही गए तो कार्रवाई होगी लेकिन कोई उन्हे सुनने को तैयार नही था।
वही काग्रेस ने प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाइयो का हवाला देते हुए राज्य सभा मे तीखे स्वर मे सरकार पर सवाल उठाए। काग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि मुझे ईडी का समन मिला और उन्होने मुझे बुलाया है। मै कानून का पालन करना चाहता हू, लेकिन जब ससद का सत्र चल रहा हो तो क्या उनका समन करना सही है? क्या पुलिस के लिए सोनिया गाधी और राहुल गाधी के आवासो का घेराव करना सही है?
काग्रेस काग्रेस सासद केसी वेणुगोपाल ने कहा कि नेता हम कानून के शासन मे विश्वास करते है। हम सभी कानून का पालन करने वाले नागरिक है लेकिन जब विपक्ष के सासद ससद सत्र के दौरान बहस मे भाग ले रहे है तो प्रवर्तन निदेशालय उन्हे समन कर रहा है। गौरतलब है कि एक दिन पहले भी जब ईडी नेशनल हेराल्ड मामले मे कई स्थानो पर जाच कर रहा था तो काग्रेस के सदस्यो ने सदन मे विरोध जताया था। उस वक्त सोनिया गाधी भी वेल मे पहुच गई थी।
Check Also
बरेली@ गूगल मैप के भरोसे चलना जानलेवा साबित हुआ,3 युवकों की मौत
Share @ अधूरे पुल से नदी में गिरी कार…बरेली,24 नवम्बर 2024 (ए)। बरेली में जीएसपी …