मुख्यमत्री बने प्रदेश के पहले गौमूत्र विक्रेता
स्व सहायता समूहो को वितरित किया प्रोत्साहन राशि
गेड़ी चढ़ते और झूला झूलते नज़र आये मुख्यमत्री बघेल
रायपुर, 28 जुलाई 2022। मुख्यमत्री भूपेश बघेल ने आज हरेली त्यौहार के अवसर पर शासन के गोधन न्याय योजना के तहत गोमूत्र की बिक्री की। इस तरह मुख्यमत्री भूपेश बघेल प्रदेश के पहले गौमूत्र विक्रेता बने। उन्होने चदखुरी के निधि स्व सहायता समूह को गौमूत्र का विक्रय किया। मुख्यमत्री बघेल ने 5 लीटर गौमूत्र विक्रय कर 20 रूपए अर्जित किए और विक्रय रजिस्टर पर अपने हस्ताक्षर किये।
मुख्यमत्री ने मनाया हरेली का त्यौहार–
वही आज मुख्यमत्री ने अपने निवास स्थान पर हरेली त्यौहार को धूम धाम से मनाया। इसकी शुरुआत उन्होने गोवश और कृषि उपकरणो की पूजा अर्चना के साथ किया। जिसके बाद मुख्यमत्री ने गौमाता को चारा खिलाया और राउत नाचा, करमा नृत्य, आदिवासी नृत्य के लोक कलाकारो के साथ परपरागत छाीसगढि़या वाद्य यत्रो के धुन पर भी थिरके। इसी बीच मुख्यमत्री गेड़ी पर चढ़ते और रईचूली झूले मे झूला झूलते भी नज़र आये। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमत्री ने प्रदेश की खुशहाली की कामना की और स्व सहायता समूहो को प्रोत्साहन राशि का वितरण किया।
मुख्यमत्री ने गोमूत्र खरीदी की शुरुआत की
मुख्यमत्री भूपेश बघेल ने देश की अपनी तरह की पहली और अनूठी योजना गौमूत्र खरीदी की शुरुआत की. मुख्यमत्री भूपेश बघेल प्रदेश के पहले गौमूत्र विक्रेता बने. निधि स्व सहायता समूह, चदखुरी को गौमूत्र विक्रय किया। साथ ही 5 लीटर गौमूत्र विक्रय कर 20 रूपए अर्जित किए. विक्रय रजिस्टर पर मुख्यमत्री ने हस्ताक्षर किया। इससे पहले सीएम भूपेश बघेल ने मुख्यमत्री निवास मे छाीसगढ़ के प्रथम त्यौहार हरेली के अवसर पर कृषि यत्रो की विधिवत पूजा अर्चना की। गौमाता को मुख्यमत्री ने चारा खिलाया और उसकी पूजा कील राउत नाचा, करमा नृत्य, आदिवासी नृत्य के लोक कलाकार परपरागत छाीसगढि़या वाद्य यत्रो के धुन पर थिरक रहे हैल हरेली पर्व पर पूजा अर्चना कर मुख्यमत्री ने की प्रदेश की खुशहाली की कामना साथ ही स्व सहायता समूहो को प्रोत्साहन राशि का वितरण किया।
और चिन्हित गौठानो मे गौमूत्र क्रय करने, गौमूत्र टेस्टिग किट का शुभारभ किया।
सीएम बघेल ने ’मुख्यमत्री महतारी न्याय रथ’ को हरी झडी दिखाकर रवाना किया, गाव-गाव
पहुचेगा न्याय रथ: महिलाओ को उनके अधिकारो और कानूनो के प्रति करेगा जागरूक
मुख्यमत्री भूपेश बघेल ने आज हरेली के अवसर पर अपने आवास परिसर से मुख्यमत्री महतारी न्याय रथ को हरी झडी दिखाकर रवाना किया और अपनी शुभकामनाए दी। कार्यक्रम की शुरूआत छत्तीसगढ़ के राजगीत से हुई। ‘‘बात हे अभिमान के महिला मन के सम्मान के’’ सूत्र वाक्य के साथ यह यात्रा शुरू हुई। छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की पहल पर प्रदेश की महिलाओ को उनके सवैधानिक अधिकारो और कानूनो की जानकारी देकर जागरूक करने और उनमे आत्मविश्वास बढ़ाने के उद्देश्य से यह न्याय रथ यात्रा शुरू की गई है।
मुख्यमत्री बघेल ने महिलाओ की सुरक्षा, न्याय और उन्हे अधिकार सम्पन्न बनाने की शपथ भी दिलाई। इस मौके पर महिला एव बाल विकास मत्री अनिला भेडि़या, उद्योग मत्री कवासी लखमा, खाद्य मत्री अमरजीत भगत, वन मत्री मोहम्मद अकबर, छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक, गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष महत राम सुदर दास, विधायक सत्यनारायण शर्मा, राज्य खाद्य आपूर्ति निगम के अध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल सहित बड़ी सख्या मे लोग उपस्थित थे।
मुख्यमत्री महतारी न्याय रथ यात्रा राज्य महिला आयोग के माध्यम से सचालित की जाएगी। यह रथ सभी जिलो के गाव-गाव तक भ्रमण कर लोगो को शॉर्ट फिल्मो, सदेशो और ब्रोशर के माध्यम से महिलाओ के कानूनी प्रावधानो और उनके सवैधानिक अधिकारो के बारे मे अवगत कराएगा। प्रथम चरण मे रथ प्रदेश के नौ जिलो मे जाएगा।
इसकी शुरूआत दुर्ग जिले से होगी। इस अभियान के तहत महिलाओ को निःशुल्क कानूनी सहायता भी दी जाएगी। प्रत्येक महतारी न्याय रथ मे 2 अधिवक्ता भी होगे, जो महिलाओ की समस्याओ को सुनकर उन्हे जानकारी और सलाह देगे। न्याय रथ के माध्यम से महिलाए आवेदन भी दे सकेगी। प्राप्त आवेदनो का महिला आयोग द्वारा निराकरण किया जाएगा। रथ मे बड़ी एलईडी स्क्रीन मे छत्तीसगढ़ी और हिदी भाषा की विभिन्न कानूनो से सबधित राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत लघु फिल्मे दिखाई जाएगी। महतारी न्याय रथ का सचालन डीएमएफ राशि से किया जाएगा। इसके लिए प्रदेश सरकार ने डीएमएफ पॉलिसी मे विशेष बदलाव किए है।
राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक ने बताया कि शिक्षित, अशिक्षित, गृहणी, नौकरी कर रही सभी महिलाओ को महिला आयोग के कार्यो और महिलाओ के लिए बनाए गए कानूनो, नियमो और उनके अधिकारो को जानना बहुत जरूरी है। इसके लिए हरेली तिहार से मुख्यमत्री महतारी न्याय रथ की शुरूआत हुई है। महतारी न्याय रथ के माध्यम से बताया जाएगा कि महिलाए अपनी समस्याओ के समाधान और निःशुल्क तथा त्वरित न्याय पाने के लिए महिला आयोग मे किस तरह आवेदन कर सकती है। इससे पहले भी महिला आयोग ने वाट्सएप नबर 9098382225 जारी किया है, जिसके माध्यम से महिलाए आयोग मे अपनी शिकायत दर्ज करा रही है।
श्रीमती नायक ने कहा है कि छत्तीसगढ़ की माताओ और बहनो को सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक रूप से सशक्त बनाने के लिए बीते साढ़े तीन वर्षो मे राज्य सरकार ने विभिन्न स्तरो पर अनेक योजनाए सचालित की है। हमारी इन योजनाओ की सफलता पूरे देश मे उदाहरण बनी है। अब एक कदम और बढ़ते हुए एक नयी योजना की शुरुआत की जा रही है। यह योजना देश मे अपनी तरह की पहली योजना होगी। इससे महिलाए जागरूक होगी और उनमे आत्मविश्वास बढ़ेगा। महिलाओ को कानूनी अधिकारो की जानकारी से राज्य मे महिलाओ के साथ होने वाली अपराधो मे कमी आएगी।
प्रथम चरण मे नौ जिलो मे पहुचेगा न्याय रथ
मुख्यमत्री महतारी न्याय रथ शुरूआत मे खनिज न्यास निधि प्राप्त करने वाले नौ जिलो दुर्ग, रायपुर, राजनादगाव, बलौदाबाजार-भाटापारा, महासमुद, जाजगीर-चापा, गरियाबद, धमतरी, काकेर मे जाएगा। इसके बाद प्रदेश के बाकी जिलो मे न्याय रथ यात्रा शुरू होगी।