-राजा मुखर्जी-
कोरबा,22 जुलाई 2022(घटती-घटना)। सामाजिक कार्यकर्ता विनोद सिन्हा ने जारी एक बयान में बताया कि कोरबा नगर पालिक निगम पिछले 4 वर्षों से होर्डिंग टेंडर नहीं होने से नगर निगम को प्रतिवर्ष करोड़ों की राजस्व की क्षति हो रही है या क्षति जानबूझकर एक सुनियोजित है, जिस का पर्दाफाश करते हुए सिन्हा ने बताया कि पिछले 4 वर्षों से रायपुर के एक फॉर्म द्वारा 15 वर्षों के लिए अधिकतम 5 नग यूनीपोल लगाने की निविदा ली गई थी, जिसके बाद से शासकीय भूमि में होर्डिंग लगाए जाने का टेंडर स्वीकृत नहीं किया जा रहा है। इसका मूल कारण यह है कि, अपसेट प्राइस ज्यादा रखा जाता है, ताकि निगम में स्थानीय होर्डिंग टेंडर लेने वाले कभी सफल ना हो सके केवल एक ही फार्म की मनुपली हमेशा चलती रहे। इसी उद्देश्य से नगर निगम में होर्डिंग का काम चल रहा है, जो नगर निगम के लिए अभिशाप सिद्ध हो रही है क्योंकि जितने आमदनी रायपुर के फार्म से है उसका 10 गुना आमदनी स्थानीय टेंडर से निगम को प्राप्त होती यानी राजस्व करोड़ों का प्राप्त होता । लेकिन ऐसा नहीं हो रहा । कोरोना काल का बहाना बनाकर स्थानीय टेंडर रोक दी गई है, अगर की जाती है तो एक अपसेट प्राइस रखने के कारण स्थानीय होर्डिंग टेंडर लेने में असमर्थ रहते हैं। सिन्हा ने आगे बताया कि ,एक ही फार्म रायपुर के द्वारा पिछले वर्ष 30 से 40 नए होर्डिंग लगाए गए हैं, जिसकी अनुमति तत्कालीन आयुक्त नगर पालिक निगम कोरबा ने दिया है । लगाए गए नए होर्डिंग का स्थान शासकीय भूमि ना होकर सार्वजनिक उपक्रमों की भूमि पर लगाई गई है ढ्ढ स्थानों का चयन अनापत्ति लिए बिना खतरे वाले जगह पर विशालकाय होर्डिंग लगा दिया गया है, जो खतरे का सूचक है ढ्ढ नए लगाए गए 30- 40 होर्डिंग का ना तो निविदा मंगाई गई ना तो स्थल सत्यापित किया गया । इससे प्रतीत होता है कि एक फार्म को लाभ पहुंचाने के लिए नियम विरुद्ध एवं बिना औपचारिकता पूरी किए टेंडर दी गई है। सिन्हा ने आगे बताया कि जिन खतरनाक जगह पर विशालकाय होर्डिंग लगाए गए हैं उदाहरण के तौर पर सुभद्रा कॉन्प्लेक्स व पाममॉल के सामने ,रेलवे ट्रैक के किनारे, सीएसईबी बाल्को की कोयला माल गाड़ी ढूलाई उस ट्रैक पर होती है रेलवे ट्रैक के किनारे अनेकों होर्डिंग लगा दिए गए हैं । इसमें शासकीय नियमों की घोर उल्लंघन किया गया है, क्योंकि अनापत्ति प्रमाण पत्र रेलवे, सीएसईबी तथा बालकों से लिए बिना रेलवे ट्रैक के किनारे हार्डिंग लगाना नियम विरुद्ध व गैरकानूनी है । बालकों से अनापत्ति प्रमाण पत्र लिए ट्रैक के किनारे विशालकाय होर्डिंग लगाने से कभी भी छत्तीसगढ़ में अंधकारमय हो सकती है, क्योंकि रेलवे ट्रैक के ऊपर बिजली से चलने वाली ट्रेन का कनेक्शन पूरे रेलवे के छत्तीसगढ़ के सभी रेलवे स्टेशन से बिजली कनेक्शन संबंधित है । अगर विशालकाय होर्डिंग आंधी तूफान आदि के समय अगर ध्वस्त होता है तो ,रेलवे ट्रैक पर मालगाड़ी की रुकावट तो होगी ही, साथ ही साथ अगर रेलवे की विद्युत तार में अगर टकराता है तो पूरे छत्तीसगढ़ में रेल यातायात ठप हो सकता है। इस तरह की गैर जिम्मेदाराना नगर निगम ने होर्डिंग की अनुमति कैसे दी ,इसकी जांच स्वयं मुख्यमंत्री महोदय सक्षम एजेंसीयो से जांच कराने की मांग सिन्हा ने की है तथा रेलवे ट्रैक के किनारे नियम विरुद्ध लगाए गए विशालकाय होर्डिंग को तत्काल हटाते हुए नगर निगम के सक्षम अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग भी की है।
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