स्पोर्ट्स डेस्क, मैनचेस्टर 18 जुलाई 2022। इंग्लैंड के खिलाफ मैच में हार्दिक पांड्या ने गेंद और बल्ले से कमाल का प्रदर्शन किया। उन्होंने इंग्लैंड को छोटे स्कोर पर रोककर भारत की जीत तय कर दी थी, लेकिन भारत के टॉप ऑर्डर के फेल होने पर उन्हें बल्ले के साथ भी योगदान देना पड़ा। ऋषभ पंत के नाबाद 125 रन और हार्दिक पांड्या के हरफनमौला प्रदर्शन की बदौलत भारत ने तीसरे वनडे में इंग्लैंड को पांच विकेट से हरा दिया। इस जीत के साथ ही टीम इंडिया ने सीरीज भी 2-1 से अपने नाम कर ली। भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया था और इंग्लैंड की टीम ने 259 रन बनाए। इसके जवाब में भारत ने पांच विकेट खोकर 261 रन बनाए और मैच अपने नाम किया। इंग्लैंड के लिए कप्तान जोस बटलर ने सबसे ज्यादा 60 रन बनाए। वहीं भारत के हार्दिक पांड्या ने सबसे ज्यादा चार विकेट लिए। चहल को तीन और सिराज को विकेट मिले। जडेजा ने एक विकेट निकाला। दूसरी पारी में ऋषभ पंत ने नाबाद 125 रन बनाए। हार्दिक ने 71 रन की पारी खेली। इंग्लैंड के लिए रीसी टॉप्ली ने तीन विकेट झटके।
मैच के टर्निंग प्वाइंट
- इस मैच में भारत के प्रमुख तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह नहीं खेल रहे थे। उनकी जगह मोहम्मद सिराज को मौका मिला था। सिराज ने अपने पहले ही ओवर में जॉनी बेयरस्टो और जो रूट को शून्य के स्कोर पर आउट कर दिया। यहीं से इंग्लैंड के लिए बड़ा स्कोर बनाना मुश्किल हो गया था।
- दो विकेट गिरने के बाद इंग्लैंड ने काउंटर अटैक किया। रॉय और बेयरस्टो तेजी से रन बना रहे थे। दोनों ने 54 रन की साझेदारी की। इसके बाद हार्दिक ने अपने तीन ओवर के अंदर दोनों को आउट कर दिया। अब इंग्लैंड की टीम बैकफुट पर आ गई थी।
- 74 रन पर इंग्लैंड के चार विकेट गिरने के बाद कप्तान बटलर और मोईन अली ने 75 रन की साझेदारी कर इंग्लैंड को संभाला और लगा कि इंग्लैंड बड़े स्कोर की तरफ बढ़ रहा है, तभी जडेजा ने अली को आउट कर दिया।
- पांड्या ने सेट लिविंगस्टोन और बटलर को आउट कर इंग्लैंड के 300 रन के पार जाने की उम्मीदों को भी खत्म कर दिया। ओवरटन ने 32 रन की पारी खेल टीम का स्कोर 250 के पार पहुंचाया।
- 260 रन का लक्ष्य भारत के लिए मुश्किल नहीं था, लेकिन भारत ने 72 रन पर चार विकेट गंवा दिए और लगा कि टीम इंडिया दूसरे मैच की तरह यह मैच भी गंवाने वाली है।
- हार्दिक पांड्या और ऋषभ पंत ने पांचवें विकेट के लिए 133 रन की साझेदारी कर भारत की जीत तय कर दी। अंत में पंत और जडेजा ने मिलकर भारत को जीत दिलाई।
कैसा रहा दोनों कप्तानों का प्रदर्शन
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा बल्ले के साथ इस मैच में कुछ खास नहीं कर पाए, लेकिन उन्होंने गेंदबाजों को शानदार तरीके से चलाया। रोहित ने हार्दिक का शानदार इस्तेमाल किया। इस मैच में बुमराह नहीं खेल रहे थे और शमी लय में नहीं थे। इसके बावजूद रोहित की अगुवाई में युवा गेंदबाजों ने इंग्लैंड को 259 रन पर रोक दिया। इंग्लैंड के जोस बटलर ने इस मैच में शानदार बल्लेबाजी की। उन्होंने अपनी टीम के लिए सबसे ज्यादा 60 रन बनाए। इसके बावजूद वो जीत नहीं दिला सके। एक समय पर इंग्लैंड ने 72 रन पर भारत के चार अहम विकेट ले लिए थे, लेकिन पांड्या और पंत ने इंग्लैंड से मैच छीन लिया। बटलर इस जोड़ी को नहीं तोड़ पाए। उन्होंने पंत को आउट करने का एक मौका खुद हीं गंवाया, जब वो स्टंपिंग नहीं कर सके।
भारत के लिए कैसा रहा मैच?
सकारात्मक पक्षः बुमराह की गैरमौजूदगी में सिराज ने शानदार गेंदबाजी की। उन्होंने पहले ही ओवर में दो अहम विकेट लिए। हार्दिक ने गेंद और बल्ले दोनों से कमाल का प्रदर्शन किया। चहल ने भी तीन विकेट झटके। बल्लेबाजी में ऋषभ पंत ने बेहतरीन प्रदर्शन किया। जडेजा ने भी गेंदबाजी में अहम विकेट लिया। बल्लेबाजी में पंत का साथ निभाया और फील्डिंग में भी कमाल के कैच पकड़े।
नकारात्मक पक्षः बुमराह के न रहने पर शमी भी फीके दिखे। वो सीनियर गेंदबाज की भूमिका नहीं अदा कर पाए। प्रसिद्ध कृष्णा इस पूरी सीरीज में फ्लॉप रहे हैं। सिराज और चहल ने भी विकेट जरूर लिए, लेकिन दोनों काफी महंगे साबित हुए। बल्लेबाजी में टॉप ऑर्डर पूरी तरह फेल रहा। इस सीरीज में पहला मैच छोड़कर भारत का टॉप ऑर्डर लगातार फेल हुआ है। यह टीम इंडिया के लिए चिंता का विषय है।
इंग्लैंड के लिए कैसा रहा मैच
सकारात्मक पक्षः जेसन रॉय ने 41 रन की पारी खेली, लेकिन वो लय में दिखे और लगा कि आने वाले मैचों में वो बड़ी पारी खेल सकते हैं। कप्तान बटलर ने भी बेहतरीन 60 रन बनाए। ओवरटन ने भी इस मैच में बल्ले से उपयोगी योगदान दिया। गेंदबाजी में रीसी टॉप्ली ने तीन विकेट झटके। इंग्लैंड ने 72 रन पर भारत के चार विकेट लेकर मैच लगभग जीत लिया था, लेकिन पंत और पांड्या ने मैच छीन लिया।
नकारात्मक पक्षः रूट और बेयरस्टो जैसे अहम बल्लेबाज फिर से शून्य के स्कोर पर आउट हुए। बाद में सभी बल्लेबाजों ने शुरुआत अच्छी की, लेकिन बड़ी पारी नहीं खेल पाए। अधिकतर बल्लेबाज छोटी गेंद पर ही आउट हुए। गेंदबाजी में भी टॉप्ली के अलावा कोई गेंदबाज लय में नहीं दिखा। 72 रन पर चार विकेट लेने के बाद इंग्लैंड की टीम एक साझेदारी नहीं तोड़ पाई और मैच हार गई।