रायपुर, 17 जुलाई 2022। लगातार बारिश के चलते धमतरी स्थित गगरेल डैम 91 फीसदी तक भर गया है। इसके चलते जल ससाधन विभाग ने डैम के सारे गेट खोल दिए है। इसके चलते महानदी के किनारे के गावो मे अलर्ट जारी कर दिया गया है। उधर राजनादगाव मे उफनता नाला पार नही कर पाने के कारण एक मरीज की मौत हो गई। उधर दक्षिण बस्तर मे हो रही बारिश भी कहर बनने लगी है। नदी-नाले उफान पर आ गए है।
धमतरी मे आज तड़के करीब 4 बजे से मूसलाधार बारिश जारी है। इसके चलते शहर के आमापारा वार्ड मे कमर तक पानी भर गया है। लोग उस भरे हुए पानी मे नाव चलाकर मस्ती कर रहे है। शहर की सड़को पर 2 से 3 फीट पानी भरा हुआ है। दूसरी ओर नदी-नाले उफान पर आ गए है। उधर नगरी क्षेत्र के कई गावो का सपर्क मुख्यालय से टूट गया है। मौसम विभाग के अनुसार, पिछले 24 घटे मे जिले मे डेढ़ इच बारिश दर्ज की गई है।
गगरेल डैम हुआ लबालब
लगातार बारिश के चलते गगरेल डैम 91त्न भर गया है और इसके गेट खोलने की नौबत आ गई । प्रशासन ने डैम के गेट खोले जाने को लेकर सीमावर्ती गावो के लिए अलर्ट जारी कर दिया है। जल भराव को देखते हुए रायपुर से विशेषज्ञो की टीम बुलाई गई। टीम ने डैम का निरीक्षण किया और उसके बाद बाध के सारे गेट खोल दिए गए। इस दौरान बड़ी सख्या मे लोग यहा पर गेट खोले जाने का नजारा देखने के लिए मौजूद थे।
डैम को खोलने से इन जिलो मे पड़ेगा असर
गगरेल डेम से पानी छोड़े जाने का असर धमतरी के साथ ही रायपुर, गरियाबद और बलौदाबाजार मे भी पड़ेगा। ऐसे मे प्रशासन ने महानदी के किनारे बसे गावो को अलर्ट कर दिया है। ग्रामीणो से नदी किनारे और उसके आसपास जाने से रोका जा रहा है। वही जिले के स्क्क और अन्य पुलिस अफसरो को सूचित किया गया है। उनसे कहा गया है कि स्थानीय स्तर पर व्यवस्था करे। किसी भी तरह से जान या माल का नुकसान न हो पाए।
सड़क बहने से आवागमन हुआ प्रभावित
बारिश के चलते भूस्खलन का खतरा बढ़ने लगा है। काकेर-रायपुर नेशनल हाईवे पर चरामा के आगे मरकाटोला घाट मे रविवार सुबह चट्?टान टूटकर गिरी है। इसके चलते मार्ग पर जाम लग गया। हालाकि कोई नुकसान नही हुआ है। सूचना मिलने पर चट्?टान को हटाकर रास्ता साफ कराया गया है। इससे पहले भी यहा पत्थर गिरते रहे है। इसके अलावा चारामा के कुर्रुभाठ मार्ग को जोड़ने वाली सड़क बह गई है। इससे कई गावो का सपर्क कट गया है।
कवर्धा मे बाढ़ मे बह गई पुलिया
कवर्धा के रेगाखार कला तहसील क्षेत्र मे कल तेज बारिश हुई। इसके चलते नदी-नाले उफान पर आ गए। बाढ़ मे पुलिया के बह जाने से पीएम योजना के तहत बनी रेगाखार- बरेडा सड़क कट गई है। वही रेगाखार हाईस्कूल परिसर मे जलभराव हो गया है।
दक्षिण बस्तर मे मूसलाधार बारिश
उधर काकेर मे भी रात से लगातार बारिश हो रही है। इसके चलते काकेर के साथ ही चरामा और केशकाल से लगातार पानी आने से महानदी का जल स्तर बढ़ गया है। बताया जा रहा है कि डैम मे 76 हजार क्यूसेक पानी आ रहा है। इसे देखते हुए रायपुर से विशेषज्ञो की टीम बुलाई गई है। उनके आने के बाद बाध के गेट खोले जाएगे। अभी के अनुमान के मुताबिक, 20 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जाएगा।
कई जिलो मे ऑरेज और यलो अलर्ट
भरी बारिश के अनुमान के चलते मौसम विभाग ने कई जिलो मे एलर्ट जारी किया है। दुर्ग और बस्तर सभाग के कई जिलो मे भारी से अति भारी बारिश होने की सभावना है। कई स्थानो पर बिजली भी गिर सकती है। इनमे दुर्ग और बालोद जिलो के लिए यलो अलर्ट है, जबकि कबीरधाम और राजनादगाव के लिए ऑरेज अलर्ट जारी किया गया है। दूसरी ओर बस्तर मे भी बारिश से अभी राहत मिलने की सभावना नही है। मौसम विभाग के अनुसार दतेवाड़ा, बीजापुर और सुकमा के लिए ऑरेज अलर्ट है। वही काकेर और नारायणपुर के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है।