सूरजपुर/ विश्रामपुर@अम्बिकापुर-नई दिल्ली एक्सप्रेस अविभाजित सरगुजा वासियों के बजाय मध्य प्रदेश वासियों के लिए सौगात के रूप में आयी सामने

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लोगों में उत्साह के बजाय नाराजगी…सूरजपुर जिला सहित सर्वाधिक राजस्व देने वाला क्षेत्र रहा उपेक्षित


सूरजपुर/ विश्रामपुर,13 जुलाई 2022(घटती-घटना)।अविभाजित सरगुजा की बहुप्रतीक्षित मांग दिल्ली तक की रेल सुविधा की मांग जो एक दशक से ज्यादा से चली आ रही थी का आज शुभारंभ होने जा रहा है, यह काफि लंबे संघर्ष एवं इंतजार के बाद पूरी तो हुई परंतु छत्तीसगढ़ के अविभाजित सरगुजा वासियों के लिए कम मध्य प्रदेश वासियों के लिए ज्यादा नजर आ रहा है, या यूं कहें कि केंद्र सरकार ने अपने भाजपा शासित राज्य को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से इस ट्रेन का परिचालन प्रारंभ किया है। वहीं दूसरी तरफ सरगुजा एवं सूरजपुर के भाजपा नेताओं में इसे लेकर श्रेय लेने की होड़ लगी हुई है, जबकि इस ट्रेन का पूरे छत्तीसगढ़ सहित अविभाजित सरगुजा में केवल तीन स्टॉपेज है।
उल्लेखनीय है कि किसी जमाने में रेल विस्तार केवल विश्रामपुर तक सीमित था क्योंकि बिश्रामपुर एसईसीएल क्षेत्र है, वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री व भाजपा के पित्र पुरुष स्वर्गीय लरग साय के प्रयासों से अंबिकापुर तक रेल सुविधा प्राप्त हुआ, इस दौरान पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई की सरकार थी। वहीं आज लगभग 32 र्व 16 वर्ष के अथक प्रयासों एवं तमाम राजनैतिक संगठनों की मांग, हड़ताल के बाद आज छत्तीसगढ़ राज्य के अविभाजित सरगुजा को नई दिल्ली ट्रेन की सुविधा प्राप्त हुई, परंतु वह भी अविभाजित सरगुजा के लिए कम व मध्यप्रदेश के लिए ज्यादा नजर आ रही है।
गौरतलब है कि अंबिकापुर निजामुद्दीन एक्सप्रेस ट्रेन क्रमांक 04043 जो आज अंबिकापुर से निकलकर सूरजपुर तथा बैकुंठपुर और फिर सीधे मध्य प्रदेश राज्य के बिजुरी स्टेशन जाकर रुकेगी। उसके अलावा सूरजपुर जिले के किसी भी नगर में इसका स्टॉपेज नहीं होगा। जबकि मध्यप्रदेश राज्य के कुल 11 स्टेशनों पर रुककर मध्य प्रदेश राज्य के लोगों को पूर्ण रूप से लाभ पहुंचाएगी। जिस वजह से सूरजपुर जिले का सर्वाधिक राजस्व राज्य शासन को देने वाला क्षेत्र बिश्रामपुर के लोगों में काफी नाराजगी व्याप्त है। जबकि श्रेय लेने वाले भाजपा के नेताओं की संख्या सूरजपुर जिले में ज्यादा है, परंतु दुर्भाग्य की सूरजपुर जिले के बिश्रामपुर क्षेत्र में एक भी स्टॉपेज नहीं है। जिस पर भाजपा संगठन सहित सांसद को भी सोचने की जरूरत है। ताकि लोगों की निराशा को उत्साह में तब्दील किया जा सके।
आंदोलन की हो रही तैयारी
बाहर हाल अंबिकापुर से दिल्ली ट्रेन के शुरू होने से पहले यहां स्टॉपेज को लेकर आंदोलन की तैयारी भी शुरू हो चुकी है। जिसमें ना केवल समस्त राजनीतिक दल बलकी स्वयं भाजपा के लोग एवं नेता भी शामिल होंगे, क्योंकि यह मसला जन हितैषी है। यहां बताना आवश्यक है कि इस ट्रेन के प्रारंभ होने से जहां एक तरफ संपूर्ण अविभाजित सरगुजा सीधे देश की राजधानी से जुड़ेंगे तो वही शिक्षा, स्वास्थ्य एवं व्यापारिक दृष्टिकोण से भी इस ट्रेन की अत्यंत आवश्यकता थी परंतु स्टॉपेज ना होने के कारण सारी आवश्यकता धरी की धरी रह जाएंगी, वही विश्रामपुर कोयलांचल क्षेत्र में देश के विभिन्न राज्य के लोग निवासरत हैं जिनके लिए यह एक सुनहरा उपहार की तरह था परंतु अब वे भी निराश है।
भाजपा नेताओं में श्रेय लेने की होड़ लगी
ज्ञात हो कि सरगुजा को दिल्ली से जोड़ने के लिए किसी एक राजनीतिक संगठन ने नहीं अपितु समस्त राजनीतिक संगठन, श्रम संगठन, रेलवे संगठन एवं तमाम संगठनों ने अपना अथक प्रयास किया था। साथ ही तीन बार के लगातार निर्वाचित विधायक एवं वर्तमान स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव ने भी कई पत्र रेलवे बोर्ड को लिखकर एवं केंद्र सरकार को लिखकर नई दिल्ली ट्रेन की मांग की थी। जिसके फलस्वरूप ट्रेन तो शुरू हुई परंतु यह ट्रेन क्षेत्रवासियों की जरूरत के हिसाब से नहीं बल्कि महज औपचारिकता की तरह नजर आ रहा है।
अभी ट्रेन का परिचालन शुरू होना सबसे महत्वपूर्ण है आगे चलकर लोगों की सुविधा एवं मांगों के अनुसार स्टॉपेज बड़ जाएंगे फिलहाल यह किस तरह प्रारंभ हो इस पर काम करना ज्यादा जरूरी है


रेणुका सिंह
केंद्रीय मंत्री एवं सरगुजा सांसद


सबके सहयोग से ही आज नई दिल्ली तक ट्रेन परिचालन संभव हो पाया है, और स्टॉपेज की इस दिशा में नागरिकों को पहल करने की आवश्यकता है। हम भी उनकी मांगों को अपनी तरफ से रखेंगे, ताकि सभी जनमानस को इसका लाभ मिल सके।

टीएस सिंह देव
स्वास्थ्य मंत्री छत्तीसगढ


बिश्रामपुर क्षेत्र में रेलवे का आगमन एसईसीएल के साथ हुआ था और यहां स्टॉपेज स्वाभाविक रूप से देना ही चाहिए क्योंकि यह कोयलांचल क्षेत्र का हृदय स्थल है जहां से लोगों को आवाजाही में काफी सुविधा होती है।

अनुपम फिलीप


एक समय था जब संपूर्ण सरगुजा संभाग में विश्रामपुर एकमात्र रेलवे स्टेशन हुआ करता था जहां से पूरे संभागीय क्षेत्र के लोग आवाजाही किया करते थे परंतु इस तरह विश्रामपुर की उपेक्षा करना सही बात नहीं है । विश्रामपुर में तमाम राज्यों के लोग निवासरत हैं उनके लिए यह ट्रेन एक वरदान की तरह है। यहां स्टॉपेज होना ही चाहिए।

दीप्ति सवाई


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