लखनऊ, 09 जुलाई 2022। यूपी विधानपरिषद के लिए हाल मे 12 सदस्यो को सात जुलाई को कार्यकाल समाप्त होने के बाद समाजवादी पार्टी के सदस्यो की सख्या राज्य विधायिका के उच्च सदन मे घटकर 10 के नीचे आ गई है. इसकी वजह से पार्टी को सदन मे नेता प्रतिपक्ष का पद गवाना पड़ा है.
उार प्रदेश विधानपरिषद के प्रमुख सचिव राजेश सिह के जारी बयान के मुताबिक, “27 मई को विधान परिषद मे सपा 11 सदस्यो के साथ सबसे बड़ी पार्टी थी और साथ ही गणपूर्ति (कोरम)हेतु भी सक्षम थी. इसकी वजह से पार्टी के सदस्य लाल बिहारी यादव को नेता प्रतिपक्ष के तौर पर मान्यता प्रदान की गई थी.” सिह ने बताया, “सात जुलाई को विधान परिषद् मे सपा के सदस्यो की सख्या घटकर नौ रह गई, जो 100 सदस्यीय विधान परिषद की प्रक्रिया तथा कार्य-सचालन नियमावली के अनुसार गणपूर्ति की सख्या-10 से कम है. इसलिए विधान परिषद के सभापति ने मुख्य विरोधी दल सपा के लाल बिहारी यादव को नेता प्रतिपक्ष के तौर पर मिली मान्यता तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी है हालाकि, उनकी सदन मे सपा के नेता के तौर पर मान्यता बरकरार रहेगी.”
इस बारे मे विधान परिषद के पूर्व नेता प्रतिपक्ष और सपा नेता सजय लाठर ने कहा, “सदन मे सबसे बड़ी पार्टी के नेता को नेता प्रतिपक्ष बनाया जाता है, चूकि समाजवादी पार्टी सबसे बड़ी पार्टी है, इसलिए उसे नेता प्रतिपक्ष का पद दिया जाना चाहिए.” उन्होने कहा कि उनकी पार्टी इस मामले पर अदालत का दरवाजा खटखटाएगी. लाठर ने कहा कि सदन मे विपक्ष का नेता नियुक्त करने के लिए सीटो के न्यूनतम प्रतिशत की जरूरत नही होती. उल्लेखनीय है कि बृहस्पतिवार को विधान परिषद के 12 सदस्यो का कार्यकाल पूरा हो गया. इसके साथ ही नेता प्रतिपक्ष का पद भी समाप्त कर दिया गया. विधान परिषद के विशेष सचिव ने बृहस्पतिवार को इस सबध मे आदेश जारी कर दिया है.
कार्यकाल पूरा करने वाले सदस्यो मे जगजीवन प्रसाद, बलराम यादव, डॉ. कमलेश कुमार पाठक, रणविजय सिह, राम सुदर दास निषाद, शतरुद्र प्रकाश, अतर सिह राव, दिनेश चद्रा, सुरेश कुमार कश्यप और दीपक सिह शामिल है.।
इनका स्थान सात जुलाई से रिक्त घोषित कर दिया गया है. विधान परिषद के कुल 12 सदस्यो का कार्यकाल खत्म हो गया है. इनमे उप मुख्यमत्री केशव प्रसाद मौर्य और मत्री चौधरी भूपेन्द्र सिह भी शामिल है।
लेकिन इन दोनो की हाल मे हुए विधान परिषद के चुनाव मे जीत के बाद सदन मे वापसी हुई है. इसके अलावा समाजवादी पार्टी (सपा) के छह, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के तीन तथा काग्रेस के एकमात्र सदस्य का कार्यकाल बुधवार को खत्म हो गया.
Check Also
बरेली@ गूगल मैप के भरोसे चलना जानलेवा साबित हुआ,3 युवकों की मौत
Share @ अधूरे पुल से नदी में गिरी कार…बरेली,24 नवम्बर 2024 (ए)। बरेली में जीएसपी …