कर्नाटक, 27 जून 2022। कर्नाटक मे राज्य सरकार ने अधिकारियो को भव्य हनुमान मदिर बनाने का आदेश दिया है। यह मदिर अजेयनाद्रि पर्वत पर बनाया जाएगा, जिसके बारे मे माना जाता है कि यहा हनुमान का जन्म हुआ था। बताया जा रहा है कि यह मदिर अयोध्या मे बनाए जा रहे राममदिर की तर्ज पर बनाया जाएगा। गौरतलब है कि कर्नाटक मे 2023 मे मई से पहले विधानसभा के चुनाव होने वाले है। ऐसे मे भाजपा इस मदिर का लाभ चुनाव मे लेने चाहेगी।
कर्नाटक-आध्र प्रदेश मे है रार
बता दे कि यह घोषणा ऐसे वक्त हुई है जब कर्नाटक और आध्र प्रदेश के बीच अपने यहा हनुमान के असली जन्मस्थान होने को लेकर रार ठनी हुई है। एक तरफ कर्नाटक का दावा है कि हनुमान का जन्म प्रदेश के उारी हिस्से मे हपी के पास किष्किधा मे आजेयानाद्रि पहाड़ी पर हुआ था। असल मे कर्नाटक की भाजपा सरकार अयोध्या के राम मदिर को यहा हनुमान मदिर से टूरिज्म कॉरिडोर के जरिए जोड़ना चाहती है। इसके लिए इस हनुमान मदिर को और भव्य बनाने की योजना है। यह मदिर तुगभद्रा नदी के किनारे है और वर्ल्ड हेरिटेज हपी से महज 20 किमी की दूरी पर है। मान्यता है कि हपी ही रामायण का किष्किधा है, जहा वानरो का साम्राज्य था।
लेनी होगी किसानो की जमीन
इस प्रोजेक्ट के तहत सड़को को व्यवस्थित करना और इस मदिर तक अल्टरनेटिव रास्ता तैयार करने की बात भी शामिल है। शनिवार को इस बारे मे जारी आदेश के मुताबिक प्रोजेक्ट के लिए 60 एकड़ जमीन की जरूरत होगी। इसमे किसानो की 58 एकड़ निजी जमीन भी शामिल है। आदेश मे इस जमीन को कर्नाटक इडस्टि्रयल एरियाज डेवलपमेट बोर्ड के जरिए किसानो की सहमति से लेने की बात भी कही गई है। मुख्यमत्री बोम्मई खुद इस प्रोजेक्ट मे निजी तौर पर रुचि ले रहे है और कई बार मीटिग कर चुके है। मुख्यमत्री ने कहा कि 15 जुलाई के बाद वह एक अन्य रिव्यू मीटिग के लिए इस जगह का दौरा करेगे।
आध्र प्रदेश का क्या है दावा
दिसबर 2020 मे आध्र प्रदेश मे विभिन्न मदिरो की देखरेख करने वाले तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम ने एक एक्सपर्ट पैनल बनाया था। इसमे वैदिक विद्वानो, आर्कियोलॉजिस्ट्स और एक इसरो वैज्ञानिक भी शामिल थे। रिपोर्ट मे कहा हनुमान स्थान के बारे मे दावा किया गया था। बाद मे अप्रैल 2021 मे कमेटी ने दावा किया था कि आध्र प्रदेश के अजनाद्रि पर्वत पर हनुमान का जन्म हुआ था। इसके पीछे मान्यताओ के साथ एस्ट्रोलॉजिकल और साइटिफिक एविडेस भी दिए गए थे।
क्या है कर्नाटक का कहना
वही कर्नाटक के विभिन्न मत्रियो का कहना है कि हपी के नजदीक अजेयनाद्रि पर्वत का रामायण मे वर्णन मिलता है। इसके मुताबिक इसी जगह पर रामायण मे राम और लक्ष्मण की मुलाकात हनुमान से हुई थी। यहा पर हनुमान के साथ-साथ राम, सीता और अजना देवी की भी मूर्ति है।
