बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली 24 जून 2022। सीबीआई ने यह कार्रवाई इंडियन ओवरसीज बैंक की ओर से की गई उस शिकायत के बाद की है जिसमें कंपनी पर वित्तीय लेनदेन में गड़बड़ी करने का आरोप लगाया गया है। इस शिकायत में बैंक की ओर से कंपनी पर फंड्स के गलत उपयोग, कंपनी के खातों में गड़बड़ी और बैंक के साथ खातों में गड़बड़ी कर धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया गया है। सीबीआई ने शुक्रवार को दिल्ली स्थित पैकेजिंग कंपनी Rave Scans Pvt Ltd के पांच ठिकानों पर छापेमारी की है। छापेमारी की यह कार्रवाई बैंक फ्रॉड के एक मामले में की गई है। पीटीआई की एक खबर के मुताबिक यह कार्रवाई सीबीआई ने 69.33 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले में एफआईआर दर्ज होने के बाद की है। सीबीआई ने यह कार्रवाई इंडियन ओवरसीज बैंक की ओर से की गई उस शिकायत के बाद की है जिसमें कंपनी पर वित्तीय लेनदेन में गड़बड़ी करने का आरोप लगाया गया है। इस शिकायत में बैंक की ओर से कंपनी पर फंड्स के गलत उपयोग, कंपनी के खातों में गड़बड़ी और बैंक के साथ खातों में गड़बड़ी कर धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया गया है। अधिकारियों के मुताबिक इस धोखाधड़ी को साल 2011 से 2016 के बीच अंजाम दिया गया है। इस मामले में एफआईआर दर्ज होने के बाद सीबीआई ने दिल्ली स्थित कंपनी के पूर्व निदेशकों के ठिकानों पर छापेमारी की है। बैंक की ओर से इस मामले में आरोप लगाया गया है कि कंपनी और उनके निदेशकों राकेश भटनागर, भावनेश कुमार कनवार, प्रेमनाथ अरोड़ा और अनिरुद्ध भटनागर ने बैंक के साथ धोखाधड़ी कर बैंक को 69.33 करोड़ रुपये का चूना लगाया है। आपको बता दें कि सीबीआई से जुड़े सूत्रों के अनुसार एजेंसी ने इस मामले में आरोपितों के खिलाफ आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी और प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज कराया गया है।
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