- मुख्यमंत्री के विधानसभा दौरे की वजह से विधायक ने लिखा पुलिस
- थाना प्रभारी को पत्र:पूर्व महापौर।
- कोरिया आगमन पर मुख्यमंत्री जी को ही लेना होगा संज्ञान।
- जनता सब देख रही है समय आने पर जवाब देगी, अवैध कार्यों को लेकर
- पक्ष विपक्ष का एक साथ जगना गजब का संयोग:पूर्व महापौर।
- चिरमिरी के पूर्व महापौर ने कांग्रेस विधायक सहित भाजपा नेताओं पर
- उठाए सवाल।
- वह! विधायक जी आपने तो कमाल कर दिया आपको अवैध धंधे की इतनी चिंता
- कि थाना प्रभारी से गुहार लगानी पड़ी।
- राजनीतिक इतिहास में पहली बार पक्ष विपक्ष दोनों अवैध काम के खिलाफ,
- क्या बंद होगा अवैध कारोबार?
- चिरमिरी में चल रहे अवैध कारोबार को बंद कराने को लेकर जारी श्रेय लेने की
- होड़ पर उठा सवाल।
- पूर्व महापौर ने सोशल मीडिया पर कहा यह मांग उन्होंने प्रदेश के गृह मंत्री से
- तीन साल पहले की थी।
- पूर्व महापौर ने यह भी कहा तीन साल पहले की उनकी मांग पर उठाए गए
- थे सवाल।
-रवि सिंह-
बैकुण्ठपुर 22 मई 2022 (घटती-घटना)। मनेंद्रगढ़ विधानसभा का चिरमिरी नगर निगम क्षेत्र जो कि कोयला उत्पादन क्षेत्र भी है में जारी अवैध कारोबार को लेकर नई राजनीति जारी हो गई है। चिरमिरी में जमकर अवैध कारोबार संचालित है इसबात को और बल तब मिल गया जब स्वयं सत्ताधारी दल के क्षेत्रीय विधायक ने स्वयं पुलिस थाना प्रभारी को पत्र लिखकर अवैध कारोबार पर अंकुश लगाने की मांग कर डाली और सत्ताधारी दल के विधायक के पत्र के बाद ही प्रमुख विपक्षी दल भाजपा को भी अवैध कारोबार को लेकर विधायक के पत्र के बाद सत्ताधारी दल को उसे घेरने का मौका मिल गया और भाजपा ने भी अवैध कारोबार रोकने को लेकर पुलिस को पत्र लिखकर कार्यवाही करने की बात की। सत्ताधारी दल के विधायक के पत्र से जारी राजनीति में प्रमुख विपक्षी दल भाजपा के कूदने के पश्चात अब इस पूरे मामले में चिरमिरी नगरनिगम के पूर्व महापौर व वर्तमान में सत्ताधारी दल के नेता के डोमरु रेड्डी भी इस पूरे मामले में कूद पड़े हैं और उन्होंने भी एक सोशल मीडिया पोस्ट डालकर चिरमिरी में जारी अवैध कारोबार को लेकर एक तरह से पुष्टि की है और माना भी है कि चिरमिरी अवैध कारोबार का गढ़ बन चुका है।
पक्ष विपक्ष के नेता मान लिए की अवैध धंधा है संचालित, क्या पुलिस कप्तान मानेंगे कि थाने के प्राभारी अवैध धंधे पर अंकुश लगाने में है ना काम। एक थाना प्रभारी से अवैध धंधा बंद करने विधायक को लगानी पड़ी गुहार, गुहार भी पड़ा महंगा, पुलिस सहित विधायक खुद खड़े हो गया कटघरे में। एक तरफ जहां कोरबा में कोयला चोरी की वीडियो वायरल होने पर कोरबा के आईजी ने तत्काल संज्ञान लिया जिस पर एसपी साहब ने थाना प्रभारियों पर कार्यवाही के तहत लाइन अटैच किया, क्या उसी प्रकार सरगुजा आईजी कोरिया एसपी को थाना प्रभारियों पर कार्यवाही करने के लिए निर्देशित करेंगे? क्योंकि अब तो अवैध कारोबार हो रहा है इस बात को जनप्रतिनिधि भी मानने लगे हैं और पक्ष-विपक्ष दोनों थाना प्रभारी को ज्ञापन सौंपकर अवैध कारोबार बंद कराने की मांग कर रहा है, इसका मतलब यह है कि अवैध काम हो रहे हैं और थाना प्रभारी आंख मूंदे बैठे हुए हैं, क्या इस पर कार्यवाही नहीं बनती? जब विधायक को खुद थाने पहुंचना पड़ा या पुलिस अधीक्षक अभी भी नहीं समझ पाए की अवैध कारोबार हो रहा है और अब अवैध कारोबार पर राजनीति भी होनी शुरू हो गई है, अब राजनीति होगी या फिर अवैध कारोबार बंद होगा यह तो समय बताएगा? फिलहाल थाना प्रभारी को अवैध काम के लिए वर्तमान व पूर्व विधायक के ज्ञापन ने पुलिस को ही कटघरे में खड़ा कर दिया, अवैध कारोबार कितने बड़े पैमाने पर हो रहा है यह तो सभी जान रहे थे सत्ता व विपक्ष दोनों को पता था पर मामला श्रेय के चक्कर में लेट से आए और सत्ता के विधायक व पुलिस दोनों की किरकिरी भी होने लगी। अब देखना यह होगा कि इतना हाईप्रोफाइल ड्रामा होने के बावजूद पुलिस अधीक्षक थाना प्रभारी चिरमिरी को हटाते हैं या फिर इन्हीं के भरोसे आगे भी अवैध कारोबार संचालित होता रहेगा।
पूर्व महापौर ने सत्ता व विपक्ष दोनों को लेकर सोशल मीडिया पर किया है पोस्ट
पूर्व महापौर के डोमरु रेड्डी जो सत्ताधारी दल के नेता भी हैं ने मनेंद्रगढ़ विधायक के द्वारा पुलिस थाना प्रभारी चिरमिरी को अवैध कारोबार को रोकने के लिए लिखे गए पत्र के बाद और विधायक के पत्र के ही तत्काल बाद भाजपा नेताओं के द्वारा भी अवैध कारोबार रोकने को लेकर लिखे गए पत्र को लेकर सोशल मीडिया पर पूर्व महापौर लिखते हैं कि पक्ष व विपक्ष का अवैध करोबार को लेकर एकसाथ जागना गजब का संयोग है। उन्होंने यह भी लिखा है कि आज से ढाई से तीन साल पहले जब उन्होंने अवैध कारोबार को लेकर प्रदेश के गृहमंत्री के सामने क्षेत्र के प्रतिनिधि होने के नाते बात रखी थी तब उनके खिलाफ सत्ताधारी दल के ही कुछ सुख भोगने वाले नेताओं ने अधिकारियों के साथ मिलकर इस बात का दुष्प्रचार किया था और कहा था कि सत्ताधारी दल का होकर भी विरोध करना सरकार के खिलाफ बोलने जैसा है। पूर्व महापौर की सोशल मीडिया पोस्ट से समझा जा सकता है कि उन्होंने सीधे तौर पर विधायक पर प्रश्न उठाया है और उनका प्रश्न यही है कि क्या विधायक द्वारा थाना प्रभारी को लिखा गया पत्र सरकार के विरोध में माना जाय और यह माना जाय कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में पुलिस अवैध कारोबार को चिरमिरी क्षेत्र में रोक पाने में असमर्थ है असफल है। उन्होंने यह भी लिखा है कि वह या तो तीन साल पहले की अपनी पहल के लिए दोषी हैं या अभी तक विधायक अनभिज्ञ थे वैसे उनकी पोस्ट से यह भी जाहिर होता है कि वह यह भी कहना चाह रहे हैं कि विधायक अनभिज्ञ नहीं थे।
मुख्यमंत्री के दौरे की वजह से विधायक ने दिया है
पुलिस को ज्ञापन
पूर्व महापौर यह भी लिखते हैं कि प्रत्येक विधानसभा में प्रदेश के मुख्यमंत्री का दौरा तय है और उसी के मद्देनजर यह ज्ञापन पुलिस को विधायक जी ने दिया है जिससे क्षेत्र में जारी अवैध कारोबार को फिलहाल बंद कर दिया जाए जिससे मुख्यमंत्री के समक्ष कोई शिकायत न कर दे और जिससे विधायक की किरकिरी हो जाये। उन्होंने यह भी लिखा है कि किरकिरी होने का आभास भी दोनों दलों पक्ष व विपक्ष को एकसाथ हो आया है यह भी अजीब संयोग है। उन्होंने यह भी लिखा है कि जनता सबकुछ जान रही है और मौन रहकर सभी कुछ देख रही है और समय आने पर वह हिसाब भी खुद करेगी।
विधायक के ज्ञापन सौंपने पर भी उठाया है पूर्व महापौर ने सवाल
पूर्व महापौर ने सत्ताधारी दल के विधायक द्वारा थाना प्रभारी पुलिस थाना चिरमिरी को अवैध कारोबार रोकने को लेकर दिए गए ज्ञापन को लेकर यह भी प्रश्न उठाया है की सत्ताधारी दल के विधायक को थानाप्रभारी को ज्ञापन देना चाहिए या निर्देश देना चाहिए वहीं पूर्व महापौर ने यह भी लिखा है की पुलिस अधीक्षक से विधायक को कार्यवाही की मांग की जानी थी न कि थाना प्रभारी से।
पार्टी को भविष्य में देना होगा जवाब
पूर्व महापौर ने यह भी लिखा है कि भविष्य में इन विषयों पर पार्टी को जवाब देना होगा क्योंकि मामला अवैध कारोबार से जुड़ा हुआ है जिसे पत्र लिखकर स्वीकार भी किया जा रहा है।
पूर्व महापौर की पोस्ट पर विधायक पर बहुतों ने
उठाये हैं सवाल
पूर्व महापौर के सोशल मीडिया पर किये गए पोस्ट पर बहुतों ने सवाल खड़े किए हैं और सभी ने यह माना है की विधायक ने चिरमिरी में जारी अवैध कारोबार को स्वीकार किया है।