- आजादी के बाद पहली बार था विकास का दावा,फिर भी गाड़ड़ी को लगाना पड़ा धक्का।
- पथरीली सड़डक़ पर गाड़ड़ी को धक्का लगवाकर किसी तरह गंतव्य तक पहुंचे विधायक जी।
- विकास कार्यों सहित घोषणाओं की खुली पोल,किसी तरह गंतव्य तक पहुंच सके विधायक जी।
- विधायक अपने फेसबुक पेज से तस्वीर जारी कर बुरा फंसे,विधायक जी आखिर क्या दिखना चाहते थे?
- क्या विधायक जी यह बताना चाहते थे कि साढ़ढ़े तीन साल में विकास इनोवा जाने लाइक नहीं हुआ है ?
-रवि सिंह-
बैकुण्ठपुर 17 मई 2022 (घटती-घटना)। छत्तीसगढ़ प्रदेश का विधानसभा क्रमांक 1 भरतपुर सोनहत वैसे तो बहोत ही विस्तृत क्षेत्रफल में फैला हुआ है और इसका क्षेत्रफल प्रदेश के सबसे बड़े विधानसभा क्षेत्र के रूप में भी जाना जाता है लेकिन यह विस्तृत क्षेत्र में फैला हुआ होने के अलावा आजतक इस क्षेत्र के कई गांव पहुंचविहीन बने हुए हैं और जहां आज भी आवागमन के लिए सड़क मार्गों की अनुपलब्धता है। क्षेत्र से जो भी विधायक चुना गया सभी ने क्षेत्र में विकास की बात कही और सभी ने यह भरशक बताने का प्रयास किया कि उनके अलावा कोई विकास नहीं कर सकता और उन्होंने जो विकास किया ऐसा आजादी के बाद पहली बार हुआ है और जो आज तक का सर्वोत्तम विकास है लेकिन यदि हकीकत देखी जाए तो एक ही बात साफ नजर आती है क्षेत्र के विधायकों ने कभी क्षेत्र की सही तरीके से सुध नहीं ली और जो कुछ भी विकास को लेकर दावे किए गए वह धरातल पर कम ही नजर आए जैसा कि अभी वायरल हो रही एक तस्वीर से भी समझ मे आ रहा है जिसमें विधायक की स्वयं की ही गाड़ी गंतब्य तक पहुंचने में दिक्कत करती नजर आई और बड़ी मुश्किलों से धक्का मारकर गाड़ी को किसी तरह गंतव्य तक पहुंचाया गया।
विधायक जी की भी अपनी इनोवा गाड़ी उस रास्ते जाने में समर्थ नहीं थी उन्हें पिकअप से ले जाया जा रहा था लेकिन वह भी ले देकर पहुंच सकी। साढ़े तीन साल बाद अब विधायकों को क्षेत्र की याद आई है और सभी अपने अपने क्षेत्र में सक्रिय नजर आ रहें हैं क्योंकि मुख्यमंत्री ने परफॉर्मेंस की बात की है और परफॉर्मेंस सुधारने सभी विधायक जोर शोर से भिड़े हुए हैं। विधायक क्रमांक 1 की साढ़े तीन सालों तक कई खबरें प्रकाशित हुईं और लगातार विकास जारी है और सौगात क्षेत्र को विकास का मिल रहा है यह भी बातें सामने आतीं रहीं लेकिन अब जब विधायक जी स्वयं क्षेत्र में भ्रमण पर निकले हैं सड़क विहीन क्षेत्र में जाकर खुद ही बुरी तरह फंसे नजर आए जिससे विकास कार्यों की पोल खुल गई।
फील गुड केवल खबरों तक था अब यही नजर आ रहा है। विधायक जी को लेकर यही कहा जा रहा है कि साढ़े तीन साल तक तो शहर का मोह और एयर कंडीशनर गाड़ियों का सफर करते रहे विधायक जी अब परफॉर्मेंस सुधारने जैसे ही क्षेत्र में निकले हैं क्षेत्र के विकास की पोल खुल रही है। वैसे भरतपुर सोनहत विधानसभा क्षेत्र के विधायक शहरी क्षेत्रों तक ही सीमित रहते आये हैं और शहर के व्यवसायियों के बीच ही उनकी आवाजाही होती रही है और इसी वजह से क्षेत्र में कोई विधायक एक जमीनी नेता की छवि नहीं बना पाया है और इसीलिए चुनाव के वक्त उन्हें दिक्कतों का भी सामना करना पड़ा है। रेस्ट हाउस में समय साढ़े तीन सालों का जैसे तैसे गुजर गया अब चुनाव का वक्त नजदीक है और नेताजी इसीलिये अब पहुंचविहीन क्षेत्रों में दौरा कर रहें हैं ऐसी भी खबरें हैं क्योंकि क्षेत्रफल बड़ा है और विधानसभा में समाचारों के फीलगुड का असर भी कम है इसलिए जमीनी स्तर पर जाकर अब मेहनत करना होगा जनता को चेहरा दिखाना होगा तभी चुनाव में सफलता मिल सकेगी। वैसे भरतपुर सोनहत विधानसभा के जानकारों का भी कहना है कि इतिहास गवाह है जो भी इस क्षेत्र का विधायक व्यवसाइयों के चक्कर मे पड़ा है उसका भविष्य खतरे में ही पड़ा है और वह मेहनत में भी पिछड़ा है। अब देखना यह है कि विधायक जी जिस तरह मेहनत कर रहें हैं परफॉर्मेंस को लेकर उनको कितना नम्बर मिलता है वहीं उनके द्वारा जितने लोकार्पण और जितने भी घोषणाएं की गईं हैं जो क्षेत्र को सौगात दिलाई गईं हैं उनका धरातल पर कब लाभ दिखाई देगा।