- निष्कासित पूर्व पार्षद युवक कांग्रेस चुनाव प्रचार का सम्हाल कमान, क्या जिला अध्यक्ष की आंख बंद है?
- विधायक समर्थकों के साथ पार्टी से निष्कासित पूर्व पार्षद लगातार आ रहे नजर।
- वर्तमान में युवक कांग्रेस जिलाध्यक्ष का चल रहा है चुनाव, हो रही है वोटिंग।
- यह वही पूर्व पार्षद हैं जिन्होंने नगरपालिका चुनाव में खुलकर पार्टी से की थी बगावत।
- निष्काषित पूर्व पार्षद के कारण ही कांग्रेस बैकुंठपुर नगरपालिका में बहुमत के बावजूद नहीं बना पाई थी अपना अध्यक्ष।
- विधायक के खास को युवक कांग्रेस जिलाध्यक्ष बनाने निष्कासित पूर्व पार्षद को मिला है जिम्मा-सूत्र।
- निष्कासित पूर्व पार्षद की जल्द पार्टी में विधायक करा सकती हैं वापसी-सूत्र।
-रवि सिंह-
बैकुण्ठपुर 17 मई 2022 (घटती-घटना)। बैकुंठपुर नगरपालिका चुनावों में बहुमत से भी ज्यादा पार्षदों के साथ चुनाव जीतकर आई सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी को उस समय जोर का झटका लगा था जब उसके ही कुछ पार्षदों ने पार्टी से घोसित अध्यक्ष पद के उम्मीदवार का विरोध कर दिया था और खुलेआम विरोध की घोषणा करते हुए भाजपा के पक्ष में मतदान कर भाजपा का अध्यक्ष बनाने में भाजपा के अध्यक्ष पद के प्रत्यासी को मतदान कर दिया था जबकि भाजपा पार्षदों की संख्या के आधार पर बहुमत से काफी दूर थी। आज वही पूर्व पार्षद विधायक समर्थित युवक कांग्रेस के प्रत्याशी को जिताने के लिए मैदान में प्रचार करते नजर आ रहे हैं। जैसे की सोशल मीडिया में वायरल फोटो में देख जा सकता है, फोटो को देख चर्चा आम हो गई, फोटो भी पूर्व पार्षद का उनके साथ आया जो विधायक के खासम खास है ऐसे में सवाल एक नहीं लोगों के मन में अनेक हैं पर जवाब कौन देगा, इसे लेकर संसय बरकरार है पर एक पार्षद का विधायक समर्थकों के साथ युवक काग्रेस चुनाव में विधायक पसंदीदा अध्यक्ष को जिताने के लिए आना एक बड़ा सवाल बन गया है। अब लोगो का कहना है की राज्य में बैकुंठपुर कांग्रेस की थू-थू कराने वाले आफताब अहमद से इतनी जल्दी गलबहियां की क्या जरूरत… क्या कांग्रेस के कद्दावर नेताओं का ज़मीर…? उठी कड़ी कार्रवाई की मांग।
ज्ञात हो की बैकुंठपुर नगरपालिका में मिली करारी हार की गूंज प्रदेश की राजधानी सहित दिल्ली तक गूंजी थी और पूरे मामले पर स्वयं प्रदेश प्रभारी पी एल पुनिया सहित मुख्यमंत्री व प्रदेश अध्यक्ष ने सज्ञान लेकर पूरे मामले में जांच कमेटी गठित की थी और जांच भी कराई गई थी कि आखिर किन कारणों से पार्टी बहुमत के बावजूद खासकर सत्ता में रहते हुए नगरपालिका अपने हांथ से जाने दी और इसकी सबसे मुख्य वजह क्या थी। जांच कमेटी ने जांच उपरांत क्या रिपोर्ट पार्टी संगठन को सौंपा इस बात का खुलासा तो नहीं हो सका लेकिन सामने जो स्पष्ट था वह था कांग्रेस के ही दो पार्षदों सहित एक पूर्व पार्षद का खुलकर विरोध में सामने आना और खुलेआम विरोध दर्ज करते हुए भाजपा के पक्ष में मतदान करना। यह दोनों पार्षद एक ही परिवार के थे और सभी ने एकराय होकर ऐसा किया यह भी बात उन्होंने बाकायदा मीडिया के सामने आकर अपने ही बयान में जाहिर भी किया। उक्त विरोध और विरोध की वजह से पार्टी की हार के कारण तत्काल उक्त पूर्व पार्षद कांग्रेस नेता को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था। लेकिन वर्तमान में जबकि अभी नगरपालिका चुनाव को संपन्न हुए ज्यादा समय भी नहीं बीता है वहीं पार्टी भी अभी हार के सदमे से उबर भी नहीं पाई है जबकि हार की वजह बने पूर्व पार्षद को पुन: पार्टी में वापस लाने की तैयारी जारी है। वर्तमान में युवक कांग्रेस जिलाध्यक्ष का चुनाव चल रहा है और चुनाव में कई युवक कांग्रेसी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं वहीं विधायक खेमे से भी एक प्रत्यासी अपनी किस्मत आजमा रहा है और उसी की जीत सुनिश्चित करने के लिए अब विधायक खेमा और विधायक समर्थक उक्त निष्कासित पूर्व पार्षद का सहारा ले रहे हैं जिससे जीत सुनिश्चित हो सके विधायक समर्थक युवक कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रत्यासी की।
मैं घोड़ा-हाथी कुछ भी ज्वाइन कर लूंगा पर कांग्रेस में नहीं रहूंगा,एक बार फिर वीडियो हो रहा वायरल
पूर्व पार्षद उस समय इतने गुस्से में थे कि उनके मन में जो आया वह बोल दिया पर अब क्या उस बातों पर अमल करेंगे? यह अब इस तस्वीर के आने के बाद एक बड़ा सवाल है उन्होंने कहा था कि मैं घोड़ा हाथी कुछ भी ज्वाइन कर लूंगा पर कांग्रेस में नहीं रहूंगा, अब क्या अपने बातों में अडिग रहेंगे या फिर धीरे-धीरे कांग्रेस के तरफ बढऩे के लिए मौका तलाशेगे, यही वजह है कि फोटो वायरल होने के बाद लोग उस दिन के वीडियो को वायरल कर रहे हैं जिसमें पूर्व पार्षद अपने बयान में कॉन्ग्रेस के प्रति आक्रोश को जाहिर किया था।
नपा कर्मचारी भी युवक काग्रेस चुनाव अध्यक्ष बनाने में निभा रहे भूमिका
नगर पालिका शिवपुर चरचा में पदस्थ कर्मचारी भी युवक काग्रेस चुनाव अध्यक्ष बनाने में निभा रहे भूमिका बताया जा रहा है कि ऐसा इसलिए किया जा रहा है क्योंकि युवक काग्रेस चुनाव का अध्यक्ष प्रत्याशी विधायक समर्थित है जिसे जिताना अत्यंत जरूरी है पर क्या जिताने के चक्कर में सरकारी कर्मचारी होने के नियम कायदे को दरकिनार कर दिया जाएगा? यह बहुत बड़ा सवाल है अब ऐसे में इस कर्मचारी पर कार्रवाई कौन करेगा यह संबंधित अधिकारी जाने?
वर्तमान कांग्रेसियों से ज्यादा भरोसा निष्कासित कांग्रेसी पर
पार्टी के ही अंदर से अब यह आवाज उठ रही है कि जिसकी वजह से बैकुंठपुर नगरपालिका परिषद चुनाव जो कांग्रेस पार्टी जीत कर भी हार गई और हार का कारण मानते हुए उक्त पूर्व पार्षद कांग्रेस नेता का निष्कासन किया गया था उसी के भरोसे युवक कांग्रेस का चुनाव अपने समर्थक को विधायक जिताना चाहती हैं। पार्टी के ही लोग कह रहे है कि जो समर्पित कार्यकर्ता हैं उनके ऊपर विधायक और उनके खास समर्थकों को भरोसा नहीं है इसीलिए विधायक और उनके समर्थक अब निष्कासित व्यक्ति के सहारे जीत सुनिश्चित करना चाह रहे हैं।
युवक कांग्रेस चुनाव में गुटबाजी खुलकर सामने आई
जैसा कि दिख भी रहा है और कांग्रेस में ही अंदरखाने यह बात चल रही है कि जिस तरह युवक कांग्रेस चुनाव में निष्कासित पूर्व पार्षद की दखलंदाजी दिखाई दे रही है उससे स्पस्ट है कि पार्टी में गुटबाजी जारी है और पार्टी के ही निष्ठावान कार्यकर्ता कर खिलाफ विधायक गुट अपना प्रत्यासी सामने लाकर अन्य को हराने उतावला है।
होली मिलन समारोह में भी शिरकत करते नजर आए थे निष्कासित पूर्व पार्षद- अब बातें यह भी हो रहीं हैं कि उक्त पूर्व पार्षद जिसका निष्कासन किया गया था पार्टी से वह विधायक द्वारा आयोजित होली मिलन समारोह में भी नजर आये थे और वहीं से यह अटकलें भी लगाई जा रहीं थीं कि जरूर इनकी वापसी पार्टी में जल्द होगी।
पार्टी नियमों के विपरीत है ऐसी कार्यप्रणाली
युवक कांग्रेस चुनाव में शिरकत कर रहे युवक कांग्रसियों का कहना है कि जिस तरह निष्कासित पूर्व पार्षद की उपस्थिति युवक कांग्रेस चुनावों में हो रही है और वह विधायक समर्थकों के साथ जिस तरह सक्रिय हैं यह पार्टी नियमों के विपरीत है और इससे कहीं न कहीं पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ताओं को ठेंस पहुंचेगी और पार्टी गुटबाजी का शिकार होगी।
क्या संगठन के निर्णय से ऊपर है विधायक का निर्णय
अब पार्टी में ही यह भी बातें चल रहीं हैं कि विधायक अपने खास को अध्यक्ष बनाने इतना आतुर हैं कि उन्होंने पार्टी नियमों को ही ताक पर रख दिया है तभी तो उनके खास सिपहसालार उस व्यक्ति का युवक कांग्रेस चुनाव में सहारा ले रहे हैं जिसे पार्टी ने निष्कासित कर दिया है और ऐसा करके वह पार्टी के निर्णय को ही किनारे लगाकर अपना निर्णय सामने ला रहीं हैं।