मां महामाया मंदिर में 42०० से ज्यादा प्रज्वलित किए जाएंगे अखंड मनोकामना ज्योति कलश
अम्बिकापुर 06 अक्टूबर 2021 (घटती-घटना)। कोरोना संक्रमण से बचाव को दृष्टिगत रखते हुए इस वर्ष नवरात्रि में थोड़ी ढील दी गई है लेकिन मंदिरों में देवी दर्शन एवं ज्योत दर्शन बाहर से और ऑनलाइन होगी। भक्तों को गर्भ गृह में जाने की इजाजत नहीं होगी। मंदिरों एवं पंडालों में भंडारा और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन नही होगा। देवी मंदिरों में नवरात्र की तैयारी पूरी हो चुकी है। साथ ही पंडालों का निर्माण भी अंतिम चरण में है। गुरुवार को शारदीय नवरात्रि का पहला दिन है। दो तिथियां एक साथ पड़ने के कारण इस वर्ष नवरात्र 8 दिनों का ही रहेगा।
वहीं महामाया मंदिर में 4200 अखंड मनोकामना ज्योति कलश प्रज्ज्वलित किए जाएंगे। शहर के इस प्रमुख मंदिर के साथ गांधी चौक स्थित दुर्गा मंदिर शक्तिपीठ सहित समस्त देवी मंदिरों में भी ज्योति कलश प्रज्ज्वलित होंगे।
गुरुवार से शारदीय नवरात्र की शुरुआत हो जाएगी। पिछले वर्ष संक्रमण के चलते नवरात्र महोत्सव सादगी पूर्ण ढंग से मनाया गया था। हालांकि इस वर्ष भी थोड़ी ढीली के साथ मनाने का निर्णय लिया गया है। गरबा, डांडिया, जगराता व जुलूस जैसे कार्यक्रमों के आयोजन पर प्रशासन ने रोक लगा दिया है। साथ ही भंडारा, कन्या भोज जैसे आदि सामूहिक कार्यक्रमों पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है।
मंदिरों, दुर्गा पंडालों में शारीरिक दूरी के नियम पालन व मास्क लगाना अनिवार्य होगा। शहर के महामाया मंदिर सहित देवी के अन्य मंदिर में माता के ज्योति कलश के साथ भक्तों के मनोकामना ज्योति कलश भी प्रज्ज्वलित किया जाएगा। महामाया मंदिर ट्रस्ट ने ज्योति कलश प्रज्ज्वलन के लिए सारी तैयारियां पूरी कर ली है।
भक्तों को गर्भगृह में जाने की इजाजत नहीं
महामाया मंदिर के पुजारी पंडित जय शंकर पांडे उर्फ रामू महाराज ने बताया कि इस वर्ष ही कोरोना नियमों के साथ नवरात्र मनाने का निर्णय लिया गया है। श्रद्धालु मंदिर परिसर के अंदर से ही मां महामाया के दर्शन कर सकेंगे। भक्तों को गर्भगृह में जाने की इजाजत नहीं दी गई है। सुबह शाम का आरती का प्रसारण ऑनलाइन किया जाएगा। ताकि भक्त ऑनलाइन दर्शन कर सकें।
इस बात 8 दिनका होगा नवरात्र
पंडित जय शंकर पांडे उर्फ रामू महाराज ने बताया कि गुरुवार से नवरात्रि प्रारंभ हो जाएंगे। एक ही दिन में दो तिथियां पड़ने से शारदीय नवरात्रि 8 दिन तक चलेंगे। 9 अक्टूबर दिन शनिवार को तृतीया सुबह 7 बजकर 48 मिनट तक रहेगी, इसके बाद चतुर्थी शुरू हो जाएगी, जो अगले दिन 10 अक्टूबर दिन रविवार को सुबह 5 बजे तक रहेगी। उन्होंने बताया कि इस बार देवी मां के पूजन की शुरुआत गुरुवार के दिन से हो रही है, जो पूजा व आध्यात्मिक उन्नति के लिए शुभ है। उन्होंने बताया कि नवरात्र की शुरुआत चित्रा नक्षत्र में हो रही है, जिससे साधाना, साहस और संतोष प्राप्त होगा।
शारदीय नवरात्रि की तिथियां
पहला दिन 7 अक्टूबर मां शैलपुत्री की पूजा
दूसरा दिन 8 अक्टूबर मां ब्रह्मचारिणी की पूजा
तीसरा दिन 9 अक्टूबर मां चंद्रघंटा व मां कुष्मांडा की पूजा
चौथा दिन 10 अक्टूबर मां स्कंदमाता की पूजा
पांचवां दिन 11 अक्टूबर मां कात्यायनी की पूजा
छठवां दिन 12 अक्टूबर मां कालरात्रि की पूजा
सातवां दिन 13 अक्टूब मां महागौरी की पूजा
आठवां दिन 14 अक्टूबर मां सिद्धिदात्री की पूजा
15 अक्टूबर विजयादशमी दशहरा