लगातार ग्राम पंचायतों में सरपंच के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव लाने का बढ़ा चलन
रवि सिंह-
बैकु΄ठपुर 05 अक्टूबर 2021 (घटती-घटना)। कोरिया जिले के बैकुंठपर विकासखण्ड में ग्राम पंचायतों में सरपंचों के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाकर सरपंचों को हटाने का एक तरह का चलन चल पड़ा है। लगातार कई मामले सामने आए जिसमें कई ग्राम पंचायतों में सरपंचों के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया वहीं एक दो मामले में अविश्वास प्रस्ताव बाकायदा पारित भी हो गया लेकिन अंत मे कलेक्टर कोरिया द्वारा सरपंचों के आवेदन पर विचार करते हुए अंतरिम राहत प्रदान कर दिया गया और फिलहाल ऐसे ग्राम पंचायतों के निर्वाचित सरपंच ही सरपंच की भूमिका का निर्वहन कर रहें हैं।
ताजा मामला बैकुंठपुर शहर से लगे रामपुर ग्राम पंचायत का है जिसमें कांग्रेस की ही जिला पदाधिकारी साथ ही पंचायत चुनावों में निर्वाचित हुई महिला सरपंच लक्ष्मी देवी के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था जिसमें प्रशासन ने 3 अक्टूबर 2021 को अविश्वास प्रस्ताव के संबंध में ग्राम पंचायत रामपुर की सम्मिलन की तिथि घोषित करते हुए सरपंच सहित वार्ड पंचों को शामिल होने का निर्देश दिया था। बैकुंठपुर तहसीलदार की उपस्थिति में सरपंच के खिलाफ लाये गए अविश्वास प्रस्ताव को लेकर सरपंच सहित वार्ड पंचों का मतदान कराया गया जिसमें अविश्वास प्रस्ताव के विरुद्ध 8 मत पड़े वहीं पक्ष में 6 मत पड़े जबकि एक मत खारिज किया गया अमान्य हुआ। इस तरह अविश्वास प्रस्ताव पूरी तरह ध्वस्त भी हो गया।
कांग्रेस की जिला पदाधिकारी सरपंच के विरुद्ध कांग्रेस के ही लोगों ने अविश्वास का किया था प्रयास
बताया जा रहा है कि रामपुर सरपंच लक्ष्मी सिंह कांग्रेस की ही जिला पदाधिकारी हैं वहीं उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का पूरा मामला कांग्रेस के ही कुछ लोगों द्वारा प्रयास किया गया था, अविश्वास प्रस्ताव के संबंध में प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए भी कहीं न कहीं इस पीड़ा का बखान किया गया है कि कांग्रेस के लोगों ने अपने ही महिला जिला पदाधिकारी के विरुद्ध लाये गए अविश्वास प्रस्ताव के मामले से दूरी बनाई रखी वहीं खुद जिलाध्यक्ष कांग्रेस का गृह पँचायत होने के बावजूद भी उन्होंने कोई मदद भी नहीं की। जारी प्रेस विज्ञप्ति व मिल रही जानकारी अनुसार कांग्रेस के लोग खुद अपनी ही महिला जिला पदाधिकारी सरपंच को पद से हटाने प्रयासरत थे।
सरपंच संघ ने दिखाई ताकत
पूरे मामले में रामपुर सरपंच लक्ष्मी सिंह ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से जिस तरह से सरपंच संघ को धन्यवाद दिया है उससे साफ जाहिर है कि सरपंच संघ अब सरपंचों के साथ है और वह अविश्वास प्रस्तावों के विरुद्ध प्रत्येक सरपंच का साथ देने अडिग है। जारी प्रेस विज्ञप्ति में सरपंच संघ के अध्यक्ष मुरमा सरपंच उदय सिंह, पटना की महिला सरपंच गायत्री सिंह, महोरा सरपंच, खांडा सरपंच सहित कई अन्य सरपंचों की उपस्थिति से ही यह संभव हो सका जिनके प्रति लक्ष्मी सिंह ने आभार भी प्रकट किया है।
कांग्रेस की सरकार में अविश्वास प्रस्ताव का चलन बढ़ा
बैकुंठपुर विधानसभा में यह बात सटीक बैठती है कि जबसे प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी है बैकुंठपुर विकासखण्ड में ग्राम पंचायतों में अविश्वास प्रस्ताव लाने का चलन बढ़ा है। सरपंच भी इस बात को अब स्वीकार कर एकजुट हो रहें हैं और यदि सरपंच इसी तरह एकजुट होकर अविश्वास प्रस्तावों को खारिज कराते गए तो निश्चित रूप से यह उनकी एकजुटता के लिए मजबूती की बात होगी वहीं अविश्वास लाने वालों के लिए मुंह की खाने वाली बात जैसा कि अब तक कई मामलों में हो चुका है।