सत्ता पक्ष के नेता से हैं परेशान न्याय कि लगा रहे गुहार।
नहीं मिला न्याय तो मुख्यमंत्री के आगमन पर कर सकते हैं आत्मदाह
-रवि सिंह-
बैकुण्ठपुर 24 अप्रैल 2022 (घटती-घटना)। बैकुंठपुर के बुजुर्ग पत्रकार सत्तापक्ष के एक युवा नेता से परेशान होकर अभी फिलहाल क्रमिक अनशन पर 7 दिनों से बैठे हुए हैं वहीं इसके पहले भी उन्होंने एकबार अनशन पर बैठकर अपना विरोध प्रदर्शित किया था जिस समय उन्हें प्रशासन से आश्वासन मिला था कि उनकी समस्या सुनी जाएगी लेकिन वह सुनी नहीं जा सकी और बल्कि उनकी समस्या और बढ़ गई जिसके कारण वह पुन: अब क्रमिक अनशन पर हैं और उन्होंने निम्मनानुसार अपना आवेदन प्रस्तुत किया है जिसमे मुख्यमंत्री के आगमन पर आत्मदाह करने की चेतावनी दी गई है। रमेश चन्द्र जो बैकुंठपुर के बाई सागरपारा के निवासी हैं और जो एक समाचार पत्र के 45 वर्षों से संपादक हैं ने कहा है कि वह नियमित समाचार पत्र को प्रकाशित करते आ रहें हैं।
उनका आरोप है कि उनकी एक भूमि है जो उनकी धर्मपाल के नाम पर भुअभिलेखों में दर्ज है जिसपर उनका भूमि स्वामी हक़ उनकी पत्नी के नाम से वर्षों का है जबकि उसी जमीन से लगी हुई एक अन्य जमीन जो कि राज्य शासन के एक विधायक के रिश्तेदार की है के द्ववारा मेरी जमीन पर जो कि मेरी पत्नी के नाम पर दर्ज है पर अतिक्रमण किया जा रहा जो जमीन मैंने अपने घर एवम घर के छत के पानी निकासी के लिए खाली छोड़ रखी है, सम्पादक ने अपने पत्र में यह भी लिखा है कि विधायक व उसके समर्थक के दबाव में सम्पादक व परिवार पर प्रशासन ने दबाव में आकर एकतरफा विधायक समर्थक के रिश्तेदार को खुली छूट दे रखी गई है उक्त निस्तार की जमीन पर अतिक्रमण करने की। 25/60 जमीन को जिसपर संपादक के परिवार का सन् 1984 से बरसात का पानी का निस्तार है निस्तार को रोकने को लेकर संपादक की पत्नी 25 वर्षों से कलेक्टर एवं एसडीएम को गुहार लगा रही है पर कोरिया प्रशासन ऐसे में भी उसका सहयोग नहीं कर रही है बल्कि गलत का साथ दे रही है क्योंकि मामला विधायक समर्थक के रिश्तेदार से जुड़ा हुआ है।
वह भी एक ऐसे विधायक समर्थक का सहयोग जिसके द्वारा अधिकारीयों को मारना, कलेक्टर स्थानांतरण पर पटाखा फोड़ना जैसे गैर कानूनी कार्य किये जाते हैं वहीं जितने भी शासकीय निर्माण कार्य होते है वह सभी निर्माण कार्य भी उक्त विधायक समर्थक द्वारा ही संपन्न कराया जाता है। शासकीय कार्यों में रॉड सीमेंट अपने दुकान से सपलाई करने का कार्य भी उक्त विधायक समर्थक अकेले ही ग्राम पंचायतों में करता है, संपादक ने अपने पत्र में लिखा है कि इन सभी शिकायत को लेकर बार-बार उसके द्वारा सभी गलत कार्यों को समाचार पत्रों में प्रकाशित किया गया लेकिन कोई कार्यवाही नहीं होने आज तक हो सकी, संपादक ने यह भी लिखा है कि मेरी पत्नी की जमीन 25/60 है मकान के आगे 500 वर्ग फुट जमीन की होल्ड के लिए आवेदन एक साल से एसडीएम कार्यालय में आवेदन लगा हुआ है जिसकी औपचारिकता में जितने की कागजात होते है मेरी श्रीमति ने उपल्बध करा दिए है इसी के साथ प्रथम मंजील प्रथम द्वितीय की अनुमति के लिए आवेदन के साथ-साथ सभी कागजात उपल्बध करा दिए गए है क्योंकि एसडीएम के बाबू साहब लोग पैसे के वजह से मेरे आवेदन पर विचार करने को रोके हुए है। जब सम्पादक के साथ ऐसा व्यवहार किया जा रहा है तो आम जनता जो 5-5 वर्ष से एसडीएम कार्यालय के चक्कर लगा रहे है उनका कितना भला हो सकेगा यह भी सोचने वाली बात है। संपादक ने लिखा है कि मै वह पीड़ित होकर अपनी भूख हड़ताल पर बैठा है और हफ्ते बीत चुके उसके बावजूद कोरिया प्रशासन व कोई भी सुनने को नहीं आया उसकी फरियाद। संपादक ने पत्र में लिखा है कि अब उसकी आखरी चेतवानी प्रशासन उसकी तरफ से दी जा रही है कि दिन मंगलवार दिनांक 20 अप्रेल 2022 को उसे आत्मदाह के लिए मजबूर होना पड़ेगा जिसके जिम्मेदार कांग्रेस सरकार व पुलिस अधिक्षक कोरिया होंगे।