बैकुण्ठपुर 18 अप्रैल 2022 (घटती-घटना)। अपने नियमितीकरण और वेतन पुनर्निधारण की मांग को लेकर 4 अप्रैल से आंदोलन कर रहे मनरेगा कर्मियों की हड़ताल का बड़ा असर ग्राम पंचायतों में रोजगार पर देखने को मिल रहा है। आज मनरेगा योजना के अंतर्गत पूरे प्रदेश में एक भी पंजीकृत श्रमिक काम पर नही है। आंदोलन के तहत दन्तेश्वरी माई के दरबार से शुरू हुई पदयात्रा अब कोंडागांव जिले से गुजर रही है। इस दांडी यात्रा को मिल रहे व्यापक जनसमर्थन से मनरेगा योजना के सभी मैदानी कर्मचारियों में जबरजस्त उत्साह है। कई दिव्यांग मनरेगाकर्मियों ने भी दांडी यात्रा में अपनी सहभागिता निभाकर यह साबित किया है कि नियमितीकरण के वायदे के साथ सत्ता में आई भूपेश बघेल सरकार को इनकी सुध लेनी होगी। दांडी यात्रा में बस्तर संभाग के मनरेगाकर्मियों के साथ सरगुजा सम्भाग के भी मनरेगाकर्मियों ने कंधे से कंधा मिलाकर सत्याग्रह तेज कर दिया है। वन्ही पूरे प्रदेश में 11 हजार से ज्यादा ग्राम पंचायतों में एक भी मनरेगा कार्य नही हो रहे हैं। जिससे पूरे प्रदेश के 15लाख से ज्यादा मनरेगा श्रमिकों के सामने रोजगार का एक बड़ा संकट खड़ा हो गया है। मनरेगा महासंघ के पदाधिकारियों ने बताया कि जब तक सरकार अपने वायदे को पूरा नहीं करती है यह सत्याग्रह निरन्तर चलता रहेगा। महासंघ के आवाहन पर मनरेगाकर्मियों द्वारा सभी ब्लॉक मुख्यालय में हड़ताल भी जारी है।
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