- कलेक्टर कार्यालय के चेक व कलेक्टर के हस्ताक्षर के क्लोनिंग से निकला 1 करोड़ 29 लाख रुपये।
- संयुक्त कलेक्टर की शिकायत पर जांच में प्रथम दृष्टया 3 लोगों के नाम हस्तांतरित हुई है राशि।
- पतासाजी करने कोरिया की पुलिस मुंबई हुई है रवाना।
-रवि सिंह-
बैकुण्ठपुर 16 अप्रैल 2022 (घटती-घटना)। कोरिया जिला कलेक्टर कार्यालय का फर्जी चेक(क्लोनिंग) लगाकर यहाँ तक कि कलेक्टर कोरिया का फर्जी हस्ताक्षर कर 1 करोड़ 29 लाख रुपये अन्य खातों में हस्तांतरित कर दिए गए संयुक्त कलेक्टर की शिकायत पर जब जांच शुरू की गई तो प्रथम दृष्टया तीन लोगों के खातों में यह राशि हस्तांतरित की गई है जिनकी तलाश में पुलिस की टीम रवाना हुई है और अब क्या पुलिस मुख्य व्यक्ति जिसने यह फर्जीवाड़ा किया उस तक पहुंच पाती है कि नहीं यह पुलिस के वापस लौटने पर ही पता चल सकेगा। फिलहाल मामले में यह स्पस्ट रूप से सामने आ गया कि अब तक आम लोगों को लूटने वाले ठग गिरोह की नजर सरकारी कार्यालयों में भी लग गई है और अब सरकारी कार्यालयों को भी सचेत रहकर काम करना होगा लेनदेन करना होगा।
तीन लोगों के नाम 23 दिनों में जारी हुए 21 चेक
यह पूरा फर्जीवाड़ा जब सामने आया तब जांच में यह बात सामने आई कि 23 दिनों तक यह फर्जीवाड़ा किया गया और 21 चेकों के माध्यम से 1 करोड़ 29 लाख रुपये 3 लोगों के खातों में चेक लगाकर आहरित कर लिए गए।
चेक बुक कलेक्टर कार्यालय में ही है मौजूद
जांच में यह बात भी सामने आई कि जिन चेक क्रमांक 18913, 18914, 18915, 18916, 18920, 18923, 18926, 18925, 18928, 18929,18932,18918,18917,18919, 18924, 18927, 18930, 18922, 18931, 18933, 18934 से राशि आहरित की गई वह सभी चेक कलेक्टर कार्यालय में ही मौजूद है और फिर भी राशि आहरित कर ली गई। यह राशि समान नाम के व्यक्ति और फर्म दीवान सिंह पारते, अक्षर पविलियन सीएचएसएल व अतीश सुभाष गायकवाड़ के बैंक खातों में क्लियरिंग हो रहा है। अभी तक 1 करोड़ 29 लाख 788 रुपये का आहरण कर लिया गया है। जबकि कलेक्टर कार्यालय से चेक जारी किए ही नहीं गए,चेकबुक कार्यालय में ही मौजूद हैं। जांच में यह भी बात सामने आई कि न तो कार्यालय से चेक जारी हुए और न ही चेक पंजी में इसका उल्लेख ही है। यह कूटरचना कर आहरण का मामला है।
कलेक्टर कार्यालय के मामले में पुलिस आई तत्काल एक्शन में
मामला कलेक्टर कार्यालय से जुड़ा हुआ होने की वजह से साथ ही संयुक्त कलेक्टर कोरिया की रिपोर्ट पर चरचा पुलिस तत्काल एक्शन में आई और जांच में जुट गई। फिहलाल आरोपियों सहित फर्जीवाड़े के मुख्य आरोपी सहित जिनके बैंक खातों में राशि हस्तांतरित की गई है उनकी तलाश में चरचा पुलिस सहित जिले के कई पुकिसकर्मी रवाना हो चुके हैं।
आम व्यक्तियों से साथ हुए फर्जीवाड़े पर पुलिस नहीं दिखाती तत्तपरता
जब बात कलेक्टर कार्यालय में हुई फर्जीवाड़े की आई तो जिले की पुलिस ने तत्काल तत्तपरता दिखाई वहीं जब आम व्यक्तियों के साथ ऐसा फर्जीवाड़ा होता है जिले की पुलिस पहले तो रिपोर्ट लिखने में ही आनाकानी करती है और यदि रिपोर्ट लिखती भी है तो जांच की बजाए उल्टे पीडि़त को ही यह बताती है कि फर्जीवाड़े को भूल जाओ। जिले की पुलिस को आम लोगों के मामले में भी ऐसी ही तत्तपरता दिखानी होगी।
29 लाख के 3 चेक आहरण पर रोक लगा रिकवर किया बैंक ने
भारतीय स्टेट बैंक के बैकुंठपुर शाखा प्रबंधक ने बताया कि कलेक्टर कार्यालय के नाजरात शाखा के खाता क्रमांक 11032262800 में क्लोनिंग चेक के माध्यम से हुए फर्ज़ी चेक के आहरण की सूचना मिलते ही समाशोधन हेतु आवश्यक कार्यवाही करते हुए 29 लाख रुपए के 3 चेक आहरण पर रोक लगाते हुए रिकवर कर लिए गए हैं। शेष राशि की रिकवरी हेतु प्रक्रिया जारी है। आरीबीआई के नियमानुसार चेक प्रेसेंटिंग बैंक से क्लेम कर रकम का भुगतान उक्त खाता क्रमांक में जल्द कर दिया जाएगा।