पहाड़ी कोरवा युवक की ऊंचाई से गिरने से टूट गई थी रीढ़ की हड्डी,बलरामपुर जिले के एक युवक की सडक़ दुर्घटना में टूट चुका था कुल्हा
अम्बिकापुर,02 अप्रैल 2022(घटती-घटना)।. मेडिकल कॉलेज अस्पताल में जटिल से जटिल ऑपरेशन चिकित्सकों द्वारा किए जा रहे हैं। इससे मरीजों का विश्वास भी जग रहा है। इसी तरह मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अर्थो विभाग के चिकित्सकों रीढ़ की हड्डी व कुल्हे का पहली बार सफल ऑपरेशन कर मरीजों की जान बचाई है। पहाड़ी कोरावा युवक की काफी ऊंचाई से गिरने से रीढ़ की हड्डी टूट गई थी। वहीं बलरामपुर निवासी युवक की कुल्हा सडक़ दुर्घटना में खराब हो गया था। चिकित्सकों ने दोनों युवकों की सफल ऑपरेशन कर जान बचाई है।
जानकारी के अनुसार कमलेश्वरपुर निवासी पहाड़ी कोरवा 22 वर्षीय बनवारी कुछ दिन पूर्व काफी ऊंचाई से गिर गया था। इस कारण उसकी रीढ़ की हड्डी टूट गई थी। रीढ़ की हड्डी टूटने से वह चल फिर नहीं पा रहा था और लकवाग्रस्त हो गया था। वह इलाज कराने मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचा। 31 मार्च को अर्थो विभाग के चिकित्सक डॉ. अनुरंज दुबे एसोसिएट प्रोफेसर व डॉ. हेमंत एसोसिएट प्रोफेसर द्वारा सफल ऑपरेशन किया गया। रीढ़ की हड्डी में स्कू्र लगाया व लेमिनेशन किया गया है। ऑपरेशन के बाद मरीज की स्थिति ठीक बताई जा रही है।
एक्सिडेंट में गवां चुका था कुल्हा
बलरामपुर जिले के चम्पा निवासी 22 वर्षीयर जितेन्द्र कुछ दिन पूर्व सडक़ दुर्घटना में अपनी कुल्हा गवां चुका था। इस कारण वह चल फिर नहीं पा रहा था। मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अर्थो विभाग के चिकित्सक अनुरंज दुबे व डॉ. हेमंत ने इसकी भी सफल ऑपरेशन कर इसकी जान बचाई है।
प्राइवेट में एक लाख से ज्यादा पड़ते खर्च
मेडिकल कॉलेज अस्पताल के एमएस डॉ. लखन सिंह ने बताया कि रीढ़ की हड्डी व कुल्हे का ऑपरेशन करना काफी जटिल है। इसके बावजूद भी चिकित्सकों ने हिम्मत के साथ पहली बार रीढ़ व कुल्हे का सफल ऑपरेशन कर दोनों मरीजों की जान बचाई है। अगर यह ऑपरेशन किसी प्राइवेट अस्पताल में मरीजों को कराना पड़ता हो एक से डेढ़ लाख रुपए खर्च पड़ते। पर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पूरी तरह नि:शुल्क किया गया है।