जनकपुर@जमीन मुआवजे के लिए किसानों ने किया चक्का जाम

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2 महीने में मुआवजा ना मिलने पर होगा बड़ा आंदोलन


-ईस्नु प्रसाद यादव-

जनकपुर मार्च 28, 2022(घटती-घटना)। जमीन मुआवजे के लिए किसानों ने किया चक्का जाम, 2 महीने में मुआवजा ना मिलने पर होगा बड़ा आंदोलन…….
कोरिया जिला के विकासखंड भरतपुर में जनकपुर से कोटाडोल मार्ग निर्माण कार्य साल 2010 में स्वीकृत करवाया गया था, जहां सडक़ निर्माण कार्य 2014 में पूर्ण भी कर लिया गया। इस 30 किलोमीटर की सडक़ में निर्माण कार्य में 252 किसानों की जमीन को अधिग्रहण किया गया था लेकिन आज 12 वर्ष बीत जाने के बावजूद भी इन किसानों का मुआवजा आज तक शासन द्वारा नहीं दिया गया। जिससे आक्रोशिक किसानों ने मुआवजे को लेकर जनकपुर कोटाडोल मार्ग में स्थित भगवानपुर में चक्काजाम किया।
इस मामले को लेकर किसानों के साथ चांगभखार जन सेवा समिति ने अनुविभागीय अधिकारी राजस्व भरतपुर को ज्ञापन सौंपकर चक्का जाम कर दिया। जहां सैकड़ों की संख्या में किसानों ने इस चक्काजाम में हिस्सा लिया।जिस वजह से सडक़ के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गई. वहीं, मौके पर पहुंचे एसडीएम और तहसीलदार ने किसानों को समझने का प्रयास किया।लेकिन कोई निष्कर्ष नहीं निकल सका।जिस कारण चक्काजाम जारी रहा।
जमीन मुआवजे को लेकर पीडब्ल्यूडी के एसडीओ ने आंदोलन स्थल पर पहुंच कर किसानों को जानकारी दी कि उनके मुआवजे की राशि की फाईल वित्त मंत्रालय में अभी तक प्रशासनिक स्वीकृति के लिए शासन स्तर पर लंबित है।वो पूरा प्रयास करेंगे कि अगले वार्षिक बजट में स्वीकृति मिलते ही किसानों को मुआवज जल्दी ही दिया जाए।किसानों का आरोप है कि अधिकारियों द्वारा इस तरह का बयान दोहराते हुए 12 साल बीत चुके हैं. लेकिन मंत्रालय में दस्तावेज जमा होने के बावजूद प्रशासनिक, स्वीकृति आज तक नहीं मिला. पीडब्ल्यूडी भी बस रटा रटाया जवाब दे रहा है कि मंत्रालय से स्वीकृति मिल जाएगी. वैसे ही किसानों को मुआवजा दिया जाएगा.किसानों ने 2 माह का समय दिया गया है कि मुआवजे की राशि दी जाए और चक्का जाम बंद करने का फैसला लिया। वही यदि इस दौरान मुआवजे के राशि की स्वीकृति नहीं मिलती तो आगे इससे भी बड़ा आंदोलन किया जाएगा, जब तक मुआवजा नहीं मिला।


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