कोरबा@शासन प्रशासन को गुमराह कर मिट्टी-मुरम का खनन और परिवहन कर रहे ठेकेदार व कंपनियां

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-राजा शर्मा-
कोरबा, 19 फरवरी 2022(घटती-घटना)। पिछले दिनों मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश उपरांत कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने स्पष्ट किया है कि किसी भी तरह के निर्माण कार्य में खासकर सरकारी निर्माण में चोरी के सामग्रियों का बिल्कुल भी उपयोग न किया जाए। विभिन्न क्षेत्रों में हो रहे विशेष कर सडक़ निर्माण के कार्य में चोरी के मिट्टी और मुरूम का अवैध तरीके से उपयोग किया जा रहा है। कहने को तो खनिज अमला इस पर कार्रवाई करता है लेकिन कार्रवाई का तौर तरीका यह बताने के लिए काफी है कि इसमें सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है। करतला ब्लॉक के ग्राम देवलापाठ में भी गुमराह करने की बात सामने आई है। निर्माण कार्य में लगी गावर कंस्ट्रक्शन लिमिटेड कैंप कोथारी के द्वारा यह कार्य किया जा रहा है। हालांकि उसने शासकीय तालाब का गहरीकरण से निकलने वाले मिट्टी /मुरूम के परिवहन की अनुमति खनिज विभाग से प्राप्त कर ली है, लेकिन यह अनुमति तो एक दिखावा है बल्कि इसकी आड़ में दूसरे स्थान से बड़े पैमाने पर मिट्टी और मुरूम खोदकर अवैधानिक रूप से निर्माण कार्य में लगाया जा रहा है। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि देवला पाठ के पहाड़ी रूपी लालमाटी टीला को खोदकर मुरूम और मिट्टी ले जाया जा रहढ्ढ है। गांव में स्थित 4 में से किसी तालाब के गहरीकरण का कोई भी काम फिलहाल नहीं चल रहा है क्योंकि पानी भरा है। ऐसे में यह सवाल उठना जायज है कि जब तालाब का गहरीकरण नहीं हो रहा तो , आखिर किस मिट्टी और मुरूम का परिवहन किया जा रहा है? कंपनी को शासकीय तालाब गहरीकरण से निकलने वाले मिट्टी/मुरूम को ले जाने की अनुमति है जो 24 दिसंबर 2021 को जारी की गई है एवं समय अवधि 6 माह जून 2022 तक है। खोदने की तो अनुमति नहीं मिली है पर परिवहन अनुमति की आड़ में गैर लाइसेंसी काम धड़ल्ले से किया जा रहा है। परिवहन की एक रायल्टी पर कई वाहन ढोये जा रहे हैं। खनिज अमला इससे अनजान हो ऐसा तो संभव नहीं लेकिन खनिज संसाधन का बड़े पैमाने पर दुरुपयोग कोरबा जिले के प्रारंभिक से लेकर अंतिम छोर तक हो रहा है।जिससे सरकार को लाखों-करोड़ों का राजस्व नुकसान भी उठाना पड़ रहा है।


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