बैकुण्ठपुर/पटना,@कोयला चोरी के लिए जान की बाजी लगाने से भी पीछे नहीं हट रही हैं महिलाएं पटना थाना क्षेत्र मे΄ कोयला चोरी आम बात

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-रवि सिंह-
बैकुंठपुर/पटना 17 अप्रैल 2025 (घटती-घटना)। कोयला चोरों के लिए पटना थाना क्षेत्र अब खुली छूट वाला क्षेत्र बन गया है जहां कोयला चोरों को कोई धरने पकड़ने वाला नहीं है और अब दिन दहाड़े भी कोयला चोरी हो रही है और अब महिलाएं भी इस चोरी के काम में सहभागी बन रही हैं। कोयला चोरी के लिए जान की बाज़ी भी महिलाएं लगा रही हैं और दिन दहाड़े रेलवे स्टेशन कटोरा के एसईसीएल साइडिंग से जहां कोयला इकट्ठा होता है से महिलाएं कोयला चुरा ले जाती हैं और वह इस दौरान रेल पटरियों साथ ही कटोरा रेलवे स्टेशन में खड़ी मालगाड़ियों को भी नीचे से कोयला लेकर पार करती हैं जिनमें इंजन लगा होता है और वह कभी भी रवाना होने की स्थिति में होती है। कोयला चोरी करने वाली महिलाएं ठीक रेलवे स्टेशन के सामने से कोयला चोरी करती हैं और न उन्हें एसईसीएल के ही कर्मचारी रोकते हैं और न ही उन्हें रेलवे सुरक्षा बल के ही कर्मचारी रोकने का प्रयास करते हैं। महिलाओं के साथ पुरुष भी लगातार रेलवे स्टेशन कटोरा के सामने से पटरियों को पार करके कोयला चोरी कर ले जाते हैं। वैसे कोयला चोरों का कटोरा रेलवे स्टेशन से बैकुंठपुर रोड रेलवे स्टेशन तक किस तरह आतंक बना हुआ है यह 13 अप्रैल को घटी घटना से समझा जा सकता है जब रेल पटरी पर पेड़ काटकर मालगाड़ी रोकने के प्रयास में एक्सप्रेस ट्रेन पटरी पर आ गई थी और लोको पायलट की सुझबुझ से सैकड़ों यात्रियों की जान बच सकी थी।
बता दें कि पटना थाना क्षेत्र में कोयला चोरों ने हद पार कर दी है और अब उन्हें कानून का और कानूनी कार्यवाही का भी भय नहीं है और न ही उन्हें पकड़े जाने का ही डर है, कोयला चोर इतने निडर हो चुके हैं कि वह हर हद तक जाकर कोयला चुराने के लिए तैयार हैं। कोयला चोर चोरी का कोयला अवैध ईंट भट्ठों को बेचते हैं और यही अवैध ईंट भट्ठे वाले उन्हें संरक्षण प्रदान करते हैं। हाल में ही कटोरा रेलवे स्टेशन के सामने से मालगाड़ियों के नीचे से कोयला चुराकर निकलकर जाते हुए महिलाओं का वीडियो सामने आया है जो दर्शाता है कि कोयला चोरी के लिए महिलाएं अपनी जान की भी परवाह नहीं कर रही हैं। कोयला चोरी का कारोबार पटना थाना क्षेत्र सहित रेलवे स्टेशन क्षेत्र में वहीं वन क्षेत्र में पटना क्षेत्र के ऐसा कारोबार हो गया है जिसमें सफेदपोश ही चोरों के सरगना हैं और वही कोयला चोरों के साथ मिलकर इस काम को व्यापक बनाते हैं।
अवैध ईंट भट्ठों के लिए होती है कोयले की चोरी
बता दें कि क्षेत्र में अवैध कोयला खदानों का संचालन भी होता है वहीं रेलवे की मालगाड़ियों से भी कोयला चुराया जाता है वहीं एसईसीएल की रेलवे साइडिंग से भी कोयला चुराया जाता है और सभी चोरी का कोयला अवैध ईंट भट्ठों में खपाया जाता है। पटना थाना क्षेत्र में रात के समय कोयला चोरों का वाहन बड़ी तेज गति से दौड़ता रहता है वहीं अब दिन में भी चोरी शुरू हो गई है। अब न रेल की सुरक्षा महफूज है यहां न एसईसीएल के कोयले की न वन क्षेत्र के कोयले की कुल मिलाकर राष्ट्रीय संपदा की लुट भी मची है और राष्ट्रीय सम्पदा की सुरक्षा यहां दांव पर है और सबकुछ चंद पैसों ओ लालच में हो रहा है जहां जिम्मेदार भी लालच में आकर खुली छूट दे रखे हैं।
प्रतिदिन दो बोरी का लक्ष्य जरूरत से ज्यादा कोयला चुराना क्या व्यापार?
कटोरा साइडिंग से प्रतिदिन कुछ महिला पुरुषों का टारगेट होता है कि वह दो बोरी कोयला चुराकर ले जाएं,यह उनकी दैनिक जरूरत है कि व्यापार से कोयला के जुड़ा है यह एक बड़ा प्रश्न है,कोयला चोरों को कोयला चुराने में कोई परेशानी नहीं होती और वह प्रतिदिन के अपने लक्ष्य को पूरा भी कर ले जाते हैं। बता दें कि कोयला चोरों का कटोरा रेलवे साइडिंग में आना जाना इस कदर है कि यह आम सी दिनचर्या जैसी बन गई है और उन्हें रोकने टोकने कोई मौजूद नहीं रहता वह साइडिंग का भी कोयला उठा ले जाते हैं और मौका मिलने पर स्टेशन में खड़ी मालगाड़ियों से भी कोयला उतार लेते हैं।
महिला पुरुष सभी कटोरा साइडिंग में प्रतिदिन कोयले की करते हैं चोरी…यदि ईंधन के लिए होती है चोरी तो सही पर प्रतिदिन की चोरी कहीं व्यापार का उद्देश्य तो नहीं?
महिला हों या पुरुष सुबह से ही बड़ी मात्रा में कटोरा रेलवे साइडिंग की तरफ का रुख करते हैं और वह अपने टारगेट अनुसार दो बोरी कोयला लेकर ही वापस लौटते हैं। यदि उनका उद्देश्य ईंधन का है कोयला चोरी के पीछे घर के तो अलग बात है लेकिन यदि वह इसे व्यापार समझकर और ईंट भट्ठे वालों के लिए अंजाम देते हैं तो यह अलग बात है।वैसे बताया जाता है कि सभी कोयला चुराकर सीधे आसपास के ईंट भट्ठे जाते हैं और वहां वह कोयले को ईंट भट्ठे वालों को बेच देते हैं जो आसपास ही ईंट भट्ठा अवैध रूप से संचालित कर रहे होते हैं।
जान की बिना परवाह किए मालगाड़ी के नीचे से कोयला चोरी करके ले जाती है महिलाएं
कटोरा रेलवे साइडिंग से जान की परवाह किए बिना महिलाएं कोयला चोरी कर ले जाती हैं,वह खड़ी मालगाड़ियों के नीचे से कोयला चोरी करके निकल जाती हैं जहां मालगाड़ियों में इंजन लगे रहते हैं चालू हालात में रहते हैं कभी भी रवाना होने की स्थिति में रहते हैं। बता दें कि महिलाएं निर्भीक होकर रेलवे स्टेशन के सामने से कोयला चुराकर ले जाती हैं और साथ ही पुरुष भी पीछे नहीं रहते।


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