अंबिकापुर,18 मार्च 2025 (घटती-घटना)। शहर के तकिया में मजार और काली मंदिर है। यहां प्रति वर्ष उर्स मेले का आयोजन किया जाता है। जिसका संचालन अंजुमन कमेटी द्वारा की जाती है। संचालन को लेकर स्थानीय ग्राम पंचायत व अंजुमन कमेटी के बीच विवाद भी चल रहा है। स्थानीय लोग चाहते हैं कि मजार व काली मंदिर का रख रखाव ग्राम पंचायत द्वारा किया जाए। इसे लेकर मंगलवार को ग्राम पंचायत द्वारा ग्राम सभा बुलाकर तकिया मजार को अंजुमन कमेटी के कजा मुक्त कराने का प्रस्ताव रखा गया। जहां सर्व सहमति से प्रस्ताव को पारित करते हुए दरगाह शरीफ तकिया मजार को ग्राम पंचायत ने अपने हैंड ओवर ले लिया है। इसे लेकर स्थानीय लोग व अंजुमन कमेटी के बीच विवाद की स्थिति निर्मित हो गई। तकिया मजार के पास गहमागहमी की स्थिति निर्मित हो गई। सूचना पर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और मामले को शांत कराया और दोनों पक्षों को थाना लगाया। यहां कोतवाली प्रभारी मनीष सिंह परिहार ने दोनों पक्षों की बाते सूनी और मामले में शांति बनाए रखने की अपील की। ग्राम पंचायत का आरोप है कि मजार और मंदिर के देखरेख का खर्च पंचायत मद से होता था। जबकि अंजुमन कमेटी मजार पर अपना मालिकाना हक जमा बैठी थी। चंदे और चढ़ावे के पैसे को अंजुमन कमेटी रखा करती थी। जबकि ऑडिट रिपोर्ट भी कलेक्टर को कमेटी द्वारा नहीं सौंपा जाता था। जिसका विरोध लंबे समय से ग्राम पंचायत कर रही थी। वही आज ग्राम पंचायत द्वारा ग्राम सभा बुलाकर तकिया मजार को अंजुमन कमेटी के कजा मुक्त कराने का प्रस्ताव रखा गया। जहां सर्व सहमति से प्रस्ताव को पारित करते हुए दरगाह शरीफ तकिया मजार को ग्राम पंचायत ने अपने हैंड ओवर ले लिया है। मामले में जनपद उपाध्यक्ष सतीश यादव का कहना है कि तकिया में मजार व मंदिर है। पूर्व में अंजुमन कमेटी द्वारा संचालित किया जा रहा था। आाज से अपने अधिन ले लिए हैं। ग्राम पंचायत के दोनों समुदाय के लोग मिलकर संचालित करेंगे। वहीं अंजुमन कमेटी के सचिव अफजाल का कहना है कितकिया मजार का संचालन अंजुमन कमेटी द्वारा वर्षों से संचालित किया जा रहा है। कमेटी के पास इसका काग्जात भी हैं। अब ग्राम पंचयत इस पर हक जमाना चाहती है।
