- कोरिया जिले में बिना अनुमति लगातार काटे जा रहे हैं नीलगिरी के पेड़,हो रहा है अवैध भंडारण और परिवहन
- बिना नंबर प्लेट के कई ट्रैक्टरों से होती है नीलगिरी के पेड़ों की ढुलाई,मुख्य मार्ग के ही किनारे होता है भण्डारणआखिर कब जागेगा जिला कोरिया का प्रशासन कब होगी कार्यवाही?
- दैनिक घटती-घटना ने कई बार प्रकाशित की है खबर…नहीं हुई मामले में कोई कार्यवाही
-रवि सिंह-
बैकुण्ठपुर,09 मार्च 2025 (घटती-घटना)। सरगुजा जिले में नीलगिरी के पेड़ों की अवैध कटाई और भंडारण सहित उनके परिवहन को लेकर बड़ी कार्यवाही हुई है और अब देखना है कि कोरिया जिले का जिला प्रशासन कब जगता है।कोरिया जिले में सरगुजा से भी बड़े पैमाने पर यह कारोबार जारी है जहां लगातार पेड़ो की कटाई और भंडारण साथ ही उनका परिवहन किया जा रहा है। यह कारोबार वह भी मुख्य मार्ग के किनारे जारी है। दैनिक घटती-घटना ने इस संबंध में कई बार खबरों के माध्यम से प्रशासन को अवगत कराने का प्रयास किया है लेकिन जिला प्रशासन के कानों में अब तक जू रेंगती नजर नहीं आई। अब सरगुजा की कार्यवाही के बाद देखना है कि क्या कोरिया का जिला प्रशासन जागता है कि नहीं। कोरिया जिले में अब भी लगातार नीलगिरी की अवैध कटाई और परिवहन जारी है।। भंडारण को लेकर भी कोरिया में मुख्य मार्ग में यह किया जा रहा और जिला प्रशासन सो रहा है। जिला प्रशासन की सुषुप्तावस्था की बात यदि की जाए तो यहां लगातार बिना नंबर प्लेट के अन्य राज्यों के ट्रेक्टर लगातार मुख्य मार्ग पर मौत बनकर दौड़ रहे हैं।
कोरिया जिले में खुलेआम जारी है नीलगिरी की तस्करी का कारोबार
नीलगिरी तस्करी का कारोबार कोरिया जिले में खुलेआम जारी है। कोरिया जिले में मुख्य मार्ग पर अन्य राज्यों से आए ट्रेक्टर लगातार नीलगिरी के पेड़ों की अवैध कटाई कर परिवहन करते नजर आ जायेंगे। कोरिया जिले में नीलगिरी की तस्करी करने वाले तस्करों के पास पेड़ काटने की मशीनें भी अत्याधुनिक हैं और मशीनों से वह लगातार जिले के नीलगिरी के पेड़ों को काट रहे हैं और परिवहन कर मुख्य मार्ग के बगल में ही इक्कठा कर रहे हैं। कारोबार इतने व्यापक पैमाने पर जारी है कि हर काम मशीनों से हो रहा है वहीं अन्य राज्य की बिना नंबर प्लेट की ट्रैक्टरों की बात भी अजब है इनके ऊपर ट्रैफिक और यातायात विभाग आरटीओ सभी मेहरबान हैं और कोई इन्हें रोकता टोकता नहीं की इनके पास बिना नंबर प्लेट की ट्रैक्टरों का परिवहन परमिट है कि नहीं इसको लेकर।
सूरजपुर जिले से भी जुड़े हैं नीलगिरी के तस्करों के तार
कोरिया जिले में नीलगिरी की तस्करी करने वालों के तार सुरजपुर जिले से भी जुड़े हुए हैं बताया जा रहा है कि संयुक्त रूप से यह कारोबार हो रहा है सुरजपुर जिले सहित कोरिया जिले में इन तस्करों को संरक्षण देने का काम कुछ रसूखदार लोग कर रहे हैं जो चंद पैसों के लालच में जिले की हरियाली बर्बाद कर रहे हैं। वैसे नीलगिरी के नाम पर नीम इमली और अन्य वृक्ष भी काटे जा रहे हैं और जिला प्रशासन मौन है।
सूरजपुर कोरिया जिले में नहीं हो पा रही कार्यवाही
अंबिकापुर में नीलगिरी तस्करों के भंडारण पर कार्यवाही हुई और लकड़ी जत की गई वहीं कोरिया जिले में कोई कार्यवाही न होना यह बतलाता है कि प्रशासन की तरफ से इसके लिए छूट है और प्रशासन का कोई बड़ा चेहरा इसको संरक्षण प्रदान कर रहा है वरना कार्यवाही हुई जरूर होती। वैसे सरगुजा की कार्यवाही के बाद देखना है कि कब जिला प्रशासन कोरिया और सुरजपुर जगता है और कार्यवाही कम से कम देखा देखी ही सही करता है और अपनी उपस्थिति दर्ज करता है।