घुमन्तु गीत सीरीज… @पुलिसिया इनकाउंटर

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कल मैं एक समारोह में गयी हुई थी, वहां एक पुरानी सहेली से मिलना भी तय था, और मैं बेसब्री से उसके लिए प्रतीक्षारत थी। अचानक मैंने देखा वो ज़ोरदार ठहाके लगाते हुए अकेले ही दौड़ती हुई मेरी ओर बढ़ी आ रही है।
मैंने कहा, अरे अब कौन सी लाफ्टर गैस सूंघ ली, जो इतना हंसती जा रही हो?
वो कुछ कहने का प्रयास तो कर रही थी, पर उसकी हंसी इतनी ज़ोरदार थी, कि उससे कुछ कहा न जा रहा था।
मैंने उससे फिर कहा, हँस ली ना? तो अब बताओ भी, क्या हुआ?
उसने बमुश्किल अपनी हंसी पर काबू पाते हुए कहा, पुलिसिया इनकाउंटर!
क्या? क्या कहा?
उसकी बातें मेरी समझ से कोसों परे थीं। उसने कहा, पीछे जो फ्लाईओवर है न, वहां पहुँच ही रही थी जब तेरा कॉल आया था, वहां से आगे का रास्ता मुझे समझ नहीं आया, तो तेरा कॉल काटने के बाद मैंने वहीं खड़े हुए एक पुलिसवाले से पूछा, सर नमस्ते! सामने घाट किधर से जायेंगे?
उन्होंने बड़ी सहजता से मुझे रास्ता बताया, और साथ ही साथ बोले,मैडम, ये जो आपने कानों में लीड लगा रखी है, आपको पता है इलेक्टि्रक गाड़ी का भी चालान कटता है?
मुझे एकदम से थोड़ी सी हंसी आयी,जी सर,सॉरीवो एक कॉल आयी थी, इसलिए…..!
तभी उन्होंने बीच में मुझे टोकते हुए कहा, आपने हेलमेट भी नहीं लगाया हुआ?
पर तुम तो हेलमेट पहनती हो न प्रीति? मैंने हैरान होकर पूछा!
हाँ यार गीत,पहनती तो हूँ, पर पार्टी में हेयरस्टाइल बिगड़ जाता,इसलिए आज नहीं लगाया हुआ था।
हद करती हो, फिर क्या हुआ, चालान कटा? मैंने पूछा।
नहीं,नहीं, ऐसा कुछ नहीं, मैंने उन्हें बता दिया कि आज ही हेलमेट नहीं लगाया है। फिर उन्होंने मुझसे मेरे बारे में एक-दो औपचारिक प्रश्न पूछे, मैंने ईमानदारी से उत्तर दे दिये।
हाय सच्ची?
हाँ! अंत में उन्होंने मुझसे मेरा नाम पूछा तो मैंने हँसते हुए पूछा सर चालान तो नहीं काट देंगे
उन्होंने सहजता से मुस्कुरा कर कहा कि उन्होंने मुझसे बहुत कुछ सीखा है, और मुझसे बहुत प्रभावित हुए हैं। फिर उन्होंने बीच सड़क पर जाकर टैफिक रोका और मेरी स्कूटी को सड़क पार करवा दी, मुझसे कहा ध्यान से जाइएगा मैडम!!
वाऊ रियली?
येस्स्स
लक्की गर्ल!!
हाँ वो तो मैं हूँ!!
और उसी वक़्त प्रीति के फ़ोन पर एक नोटिफिकेशन आयी, हम दोनों ने देखा,मैसेज उन्हीं पुलिसवाले सर का था…कहाँ हैं अब आप मैडम, सकुशल पहुँच गयीं न?
और अब हम दोनों सहेलियां इस अनोखे पुलिसिया इनकाउंटर पर ठहाकों पे ठहाके लगा रही थीं!!
प्रियंका अग्निहोत्री गीत
काशी,उत्तर प्रदेश


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