लखनऊ,25 फरवरी 2025 (ए)। यूपी विधानसभा के बजट सत्र के पांचवें दिन सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा।महाकुंभ को लेकर विपक्ष के सवालों पर सीएम योगी ने तल्ख अंदाज में कहा, “महाकुंभ में हर किसी को वही मिला जो उसने तलाशा। गिद्धों को लाशें, सूअरों को गंदगी, संवेदनशील लोगों को रिश्तों की खूबसूरती, आस्थावानों को पुण्य, सज्जनों को सज्जनता और भक्तों को भगवान मिले।
इस बयान से सियासी हलचल मच गई। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सीएम के बयान पर कड़ा पलटवार किया।
अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर अखिलेश ने लिखा,महाकुंभ में जिन्होंने अपनों को ढूंढा, उन्हें न मृतकों की सूची में नाम मिला, न ही खोया-पाया रजिस्टर में। कुछ ने वहां राजनीतिक अवसर तलाशा और आत्मप्रचार का जरिया बनाया, लेकिन इस दौरान अपनी नैतिकता, सत्यनिष्ठा और संवेदनाएं खो दीं। उनकी वाणी का संतुलन भी बिगड़ गया। अशोभनीय शब्द नकारात्मक मानसिकता का परिचायक हैं, जो समय, स्थान और गरिमा की परवाह नहीं करते।
अखिलेश ने सीएम पर तंज कसते हुए कहा, महाकुंभ जैसे पवित्र आयोजन पर बोलते वक्त शब्दों का चयन सम्मान के अनुरूप होना चाहिए। बार-बार वहां जाने के बाद भी जिनका वैचारिक सुधार नहीं हुआ, उनके पाप और पतन को कौन माप सकता है? जिन्हें इन कथनों से ठेस पहुंची, उनसे अनुरोध है कि ऐसे लोगों के प्रति सहानुभूति रखें, आक्रोश नहीं। महाकुंभ को लेकर पहले भी सियासी बयानबाजी होती रही है, लेकिन अब योगी और अखिलेश के बीच यह जुबानी जंग और तेज हो गई है। सीएम के गिद्धों को लाश, सूअरों को गंदगी वाले बयान ने विवाद को नया मोड़ दे दिया है।
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